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भावी प्रधानमन्त्रीके लाग काँग्रेसके दाबी स्वाभाविकः महत

पहुरा | १९ कार्तिक २०७९, शनिबार
भावी प्रधानमन्त्रीके लाग काँग्रेसके दाबी स्वाभाविकः महत

पहुरा समाचारदाता
धनगढी, १९ कार्तिक ।
नेपाली कांग्रेसके प्रवक्ता प्रकाशशरण महत अगहन ४ पाछे के प्रधानमन्त्री बन्ना कनाबारे गठबन्धन दलबीच औपचारिक छलफल नइुइल बटैले बटै ।

उहाँ कहलै, गठबन्धनके नेतृत्व कांग्रेससे करटी रहल ओरसे प्रधानमन्त्रीके लाग दाबी स्वाभाविक हो । ‘अपने कांग्रेस सभापति (शेरबहादुर देउवा) हे अगहन ४ पाछेक प्रधानमन्त्री कहले बटी, माओवादीसे प्रचण्ड प्रधानमन्त्री बन्ना कहल बा ।, वास्तविकता का हो ?’, शुकके शनिच्चर धनगढीमे आयोजित पत्रकार सम्मेलनमे सञ्चारकर्मीहुकनके जिज्ञासामे प्रवक्ता महत कहलै, ‘अगहन ४ पाछेक सरकारके नेतृत्व के कैना ? कनाबरे औपचारिक छलफल हुइल नइहो । मने अब्बेफे नेतृत्वदायी भूमिकामे रहल ओ सक्कुहुनहे जोरे सेक्ना व्यक्तित्व रहल कारण मै सभापतिजीहे प्रधानमन्त्रीके रूपमे प्रस्ताव करले बटु ।’

उहाँ सक्कुहुनहे एकताबद्ध बनाके मुलकहे राजनीतिक स्थिरता ओ समृद्धिके डगरमे डो¥यइना कांग्रेस सभापति (देउवा) सक्षम रहल बटैलै । उहाँ कहलै, ‘गैल निर्वाचनमे जनतासे नेकपाहे दुई तिहाइ मत डेलै । मने, एमाले अध्यक्ष तथा तत्कालीन प्रधानमन्त्री ओली (केपी शर्मा ओली) न संविधानके रक्षा करे सेक्लै, न अपने पार्टीहे समेत एकजुट बनाई ।’

प्रवक्ता महत एमाले अध्यक्ष ओलीहे ‘बाटमे केल अब्बल नेता’ के संज्ञा डेलै । कहलै, ‘उहाँ जटराके बाट कैना कोइैफे नइसेकी । मने उहाँ मुलुकहे टे परके बाट अपने दलहे समेत जोरे नइसेक्लै । उहाँ कल्पना ओ सपनाके उडानमे रमैना नेता केल हो ।’ उहाँ एमाले अध्यक्ष ओली असहिष्णु ओ तोडफोड कैना नेता सावित हुइल आरोप लगैलै । ‘नेपालहे सहिष्णुता ओ सक्कुहुनहे जोरना नेतृत्वके आवश्यकता बा’ उहाँ कहलै– ‘यैसिन नेतृत्व ओलीसे सम्भव नइहो ।’

दुसर प्रसंगमे पूर्व परराष्ट्रमन्त्रीसमेत रहल प्रवक्ता महत नेपालके भूराजनीतिक अवस्थाके कारण सन्तुलित विदेश नीतिप्रति कांग्रेस ओ गठबन्धन स्पष्ट रहल बटैलै । उहाँ कहलै– ‘विगतमे कबु दक्षिण, कबु उत्तर टे कबु आकाश ओ कबु पातालओर ढल्कन खालके विदेश नीति अभ्यास कैना प्रयास कैगिल । यैसिन मानसिकतासे नेपालके भरे करे नइसेकी ।’

उहाँ मिश्रित निर्वाचन प्रणालीके कारण कौनो एक दलके एकल बहुमत कठिन हुइल बटैलै । उहाँ कहलै, ‘कुछ चुनाव बहुमतके लाग गठबन्धन आवश्यक बा । मने, कांग्रेससे आघेक दिनमे अपन संगठन तथा प्रभाव विस्तार करटी एकल बहुमत प्राप्त कैना लक्ष्य बनाइल बा ।’

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