परम्परागत पोशाक सिलाईमे चम्कली श्रीकुमारी
सागर कुस्मी
धनगढी, २५ पुस । जबजब टरटिहुवार आइ लागठ टबटब लहँगा चोलिया सिलाइमे व्यस्त रठी श्रीकुमारी चौधरी ।
अब्बे सबके घर घर माघ लच्क्यागैल बा । उहाँ अब्बे थारु लहँगा चोलिया सिल्ना कामसे एक्को सँपार नैहुइन । बिहानके छाइ छावनके लाग खाना पकैना, खाना खवाके स्कुल पठैना काम ओर्वाके दिनभर लहँगा सिलाइमे जमल बटि ।
ग्राहकके माग अन्सार उहाँ लहँगा, चोलिया किल नाही ओकर संगे डिजाइनडार लहँगा संगे लगैना फुलरा, टुपट्टा फेन बुटटा डारके तयार पर्ठिन । अब्बे थारु लहँगा चोलियाके मजा बजार हुइटी गैल बा ।
कैलारी ३ कैलाली स्थाइ घर रहल श्रीकुमारी चौधरी अब्बे धनगढीके मोती चोकमे लहँगा सिलाइ सेन्टरमे अट्रा व्यस्त बटि कि ग्राहकके माग करल अन्सार लहँगा तयार कैके पुगाइ सेक्ना कररा बटिन ।
उहाँ कठी, जबजब टिहुवार आइ लागठ टे लहँगा पुगाई नैसेक्ठुँ । जब अर्डर आइ लागठ टे एक्फाले आइ लागठ । इ सिजनमे थारुनके कार्यक्रम फेन ढेर हुइना हुइलक ओर्से लहँगाके माग जेडा हुइल उहाँके कहाइ बा ।
लहँगा व्यवसायीसे अझ्कल उहाँके व्यवसायी मजा चम्कटी रहल उहाँ बटैली । उहाँ कठी, घरभाडा सक्कु खर्च कटाके महिनक २५ हजार से उप्पर आम्दानी हुइटि गैल उहाँ कठी ।
अब्बे बजारमे लहँगाके मोल ५ हजारसे लेके १० हजार सम बा । ओस्टेके चोलियाके मोल ८ सौ से लेके २ हजार बा । डिजाइन अन्सार हरेक लहँगा, चोलिया, फुलरा ओ टुपट्टाके मोल फरक फरक फेन बा ।
जहाँ इच्छा वहाँ उपाय ?
श्रीकुमारी चौधरी एक सामान्य घरपरिवाके महिला हुइटी । उहाँ इ काम करक लाग कौनो तालिम लेलि ना किहुसे मद्दत लेली । बस् अपन मेहनतहे निरन्तरता डेटी गैलिन ।
कौनो फेन काम करक लाग इच्छाशक्ती चाहठ । जेकर मनमे बल्गर इच्छा बा कलेसे उ इच्छा हर मनैनहे पार लगाइठ । श्रीकुमारीके फेन सिलाइमे छोटेसे इच्छा रहिन ।
उहाँ चन्दनचौकी (भारत) बजारसे एकठो एक्ठो मसिन किन्लिन ।बस् अपन घरे ढिरेढिरे मसिन चलैटी गलि । घरक आसपासके मनै सिलाइ काम डेख्के लुग्गा सिलैना ग्राहक बन्टी गैलिन ।
सिलाइमे कुछ निखार हुइल टे गाउँसे बजारओर डोकान खोल्ना हिम्मत अइलिन । धनगढीमे आके सटर भाडामे लेके लहँगा सिल्ना काम निरन्तर डेटी गैलिन । फलस्वरुप आझ श्रीकुमारी चौधरी सिलाइ व्यवसायी मन्के चम्कल बा ।
पारिवारिक आम्दानीके श्रोत ?
श्रीकुमारीके परिवारमे सास, ससुरुवा, गोसिया, एक छाइ ओ एक छावा बटिन । उहाँके गोसिया राजमिस्त्री काम कर्ठिन । उहाँके गोसिया फेन महिनाके २५/३० हजारसे उप्पर कमैठिन ।
उहाँ डुनहुनके कमाही जोर्ना हो कलेसे महिनक ६० हजारसे पुग्ठिन । एक जहनके कमाहीसे लर्कनके पर्हाइ, लुग्गाफाटा, दुख बिमारमे डवाइ ओ खवाइ आरामसे पुग्ठिन । असिक हेर्लेसे एक जहनके कमाही पूरा बचत हुइठिन ।
इ व्यवसायी सुरुवात हुइल ठन्से लर्कनके पर्हाइ, दैनिक खानपिन, घरखर्च, पहुना स्वागत सत्कार लगायत हरेक काम सुखमय हुइल उहाँके कहाइ बा । पहिलेकले अब्बे जीवन शैलीमे सुधार आइल उहाँ कठी ।
बचत कैना मजा बानी ?
केकरो फेन मजा आम्दानी हुइलेसे बचतफें हुइना जरुरी रहठ । उहाँ लोग अपन परिवारमे सक्कु जहनके जीवन बीमा फेन कैले बटैं । सक्कुहुनके बीमा ५/५ लाखके हुइल बटिन । जिहिसे उहाँ लोगनके भविस्य फेन सुनिश्चित हुइल बिल्गाइठ ।
अटरै किल नाही श्रीकुमारी अपन व्यवसायीसे दैनिक रुपमे स्थानीय सहकारीमे बचत फेन कर्ठिन । उहाँ दैनिक आम्दानी अन्सार बचत करटी रहल बटैठी । उहाँ कठी, अस्टे दैनिक कबु ५ सय जम्मा करठुँ टे कबु एक हजार ।
घर व्यवहार संगे व्यापार व्यवसायी चलाके जिनगी सवँरना महिलनके लाग सिलाइ व्यवसायी एकदम उपयुक्त व्यवसायी हो । श्रीकुमारी कठी, थारु महिलनके लाग लगानीमे ढेर आम्दानी हुइना सिलाइ सबसे मजा व्यवसायी हो ।