थारु राष्ट्रिय दैनिक
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१० बरस पहिले मुद्दा फिर्ता लेहलमेफे सांसद अरुण चौधरीहे पक्राउ

पहुरा | २० माघ २०७९, शुक्रबार

सरकार सहमति विपरित काम करलः थारु अगुवा

पहुरा समाचारदाता
धनगढी, १९ माघ ।
कैलाली क्षेत्र नम्बर २ से निर्वाचित सांसद अरुणकुमार चौधरी पक्राउ परल बटै । उ फैसला कार्यान्वयनके लाग उहाँहे बाँकेके कोहलपुरसे पक्राउ करल प्रहरी प्रवक्ता डीआईजी पोषराज पोखरेल जानकारी डेलै ।

थरुहट संयूक्त संघर्ष समितिसे आहवान कैगिल बन्दके अवज्ञ करल कहटी कैलालीके गोराङगे खोलासे ढुंगा लेके लम्की अइटी रहल ट्याक्टरमे २०६६ साल भदौ ३ आगजनी हुइल रहे । उ आन्दोलनके बेला लगातार २१ दिनसम आमहडताल हुइल रहे ।
बन्द ट्याक्टरधनी मोतीपुरके महादेव बजगाईं अपन ट्याक्टरमे आगी लगाइल कहिके पर्शुराम चौधरी, अरुण चौधरी ओ वीरबहादुर चौधरीविरुद्ध उजुरी डेहल रहिट ।

उहाँ ८ लाख ७५ हजार रुप्या क्षतिपूर्ति पाई पर्ना दाबी करले रहिट । टेक्टरमे आगजानी ट्याक्टरमे आगी लगाइल आरोपमे उहाँक उप्पर जिल्ला अदालत कैलालीसे ६ महिना कैद सजाय ओ ८ लाख १९ हजार रुप्या भरैना फैसला हुइल रहे । २०७४ सालमे लम्कीचुहा नगरपालिकाके मेयर ओ पाछे प्रदेश निर्वाचनमे पराजित चौधरी गैल अगहनमे निर्वाचनमे नागरिक उन्मुक्ति पार्टीसे कैलाली–२ से प्रतिनिधि सभा चुनाव जिटल रहिट । २०७० साल बैशाख ९ गते पर्शुराम चौधरी, अरुण चौधरी ओ वीरबहादुर चौधरीहे ६÷६ महिनाके दरसे कैद सजाय तोकल रहे । क्षति हुइल ८ लाख १९ हजार रुप्या तीन जनहनसे भरैना आदेश हुइल रहे । दोषी ठहर मन्से वीरबहादुर चौधरी भर गैल शुकके पक्राउ परल रहिट ।

२०६९ जेठ १० गते मुद्दा फिर्ता लेना १० बुँदे सहमति


ओहोर सांसद अरुण चौधरी ओ विरबहादुर चौधरीहे पक्राउ करल कहटी थारु अगुवाहुक्रे विरोध जनैले बटै । थरुहट संयूक्त संघर्ष समितिसे कैगिल आन्दोलनहे सम्बोधन करेक लाग २०६९ जेठ १० गते सरकारी वार्ता टोली, थारु संयूक्त संघर्ष समिति ओ नेपालके वार्ता टोलीविच वार्ता एवं छलफलसे १० बुँदे सहमति करल रहल रहे ।

सहमतिके ७ नम्बर बुँदमे संषघके क्रममे हुइल सक्कु क्षतिके विवरण स्थानीय प्रशासनसे प्राप्त करके निश्चित मापदण्ड ओ मुल्याङकनके आधारमे नेपाल सरकारसे आर्थिक सहायत उपलब्ध करैना कहल बा । कलेसे ८ नम्बर बुँदामे थारुहुकनके चरणबद्ध रुपमे करल आन्दोलनके क्रममे पक्राउ परलहुकनहे निशर्त रिहा कैना, आन्दोलनके क्रममे लगाइल सक्कु मुद्दा फिर्ता लेना कहल बा ।

सरकारी वार्ता टोलीके ओरसे वार्ता टोलीके संयोजकमे शान्ति तथा पुननिर्माण मन्त्रालयके मन्त्री टोपबहादुर रायमाझी, सदस्यमे संघीय मामिला तथा स्थानीय विकास मन्त्री सुर्यमान गुरुङ ओ उर्जा मन्त्री राधा ज्ञवाली रहिट । थारु संघर्ष समितिके वार्ता टोली संयोजकमे चन्द्रकुमार चौधरी रहिट । कलेसे सदस्यमे माननीय रामचरण थारु, उपेन्द्र गच्छादर, बलदेव चौधरी, डा. गोपाल दहित, फुलमति चौधरी, भानुराम चौधरी, माननीय सन्तोष थारु, माननीय इन्द्रजित चौधरी, लक्ष्मण थारु, माननीय विरमान चौधरी, माननीय रुपा चौधरी, माननीय सन्तकुमार चौधरी, माननीय विष्णु प्रसाद चौधरी, माननीय सुन्दरा थारु, राजाराम चौधरी, माननीय कृष्णकुमार चौधरी, धनीराम चौधरी, मिनराज चौधरी, माननीय भगवती चौधरी, माननीय देवीलाल चौधरी ओ सरस्वती चौधरी रहल रहिट ।

थारु कल्याणकारिणी सभा कैलालीके कार्यवाहक सभापति माधव चौधरी ओ थरुहट÷थारुवान राष्ट्रिय मोर्चाके प्रवक्ता चुनीराम चौधरीसे संयूक्त विज्ञप्ती जारी करटी राजनितिक स्वार्थ साध्न ओ राजनितिक चरित्र हत्या कैनामे लागल बटैलै । विज्ञप्तीमार्फत पक्राउ परलहुकनके यथासिघ्र रिहा नइकरलेसे संघर्षके कार्यक्रम आघे बह्र्रैना जनागिल बा ।

नागरिक उन्मुक्ती पार्टीसे रिहा कैना २४ घण्टे अल्टीमेटम

नागरिक उन्मुक्ति पार्टीसे सांसद अरुण चौधरीहे पक्राउ करल घटनाके घोर भत्सना करले बा ।
पार्टीके प्रवक्ता दामोदर पण्डितसे हस्ताक्षरित विज्ञप्तीमार्फत सांसदहे पक्राउ करल घटनाके खेद प्रकट करटी रिहाई लाग २४ घण्टा अल्टीमेटम डेले बा ।

विज्ञप्तीमे कहल बा, ‘हम्रे सरकारहे ओ सम्बन्धित निकायहे २४ घण्टाभिटर रिहा नइकरलेसे ओकरपाछेक घटनामे अपनही घट्न घटनाके परिणाम दोषी सरकार ओ सम्बन्धित निकाय हुई । यी घटनासे नागरिक उन्मुक्ति पार्टी ओ पहिचानवादीहुकनमे भारी आघात परल महसुस करले बा । हम्रहिनहे जबरजस्त आन्दोलनमे जैना धकेल्न प्रयास नकरे ।’ २०६९ जेठ १० गते सरकारी वार्ता टोली, थारु संयूक्त संघर्ष समिति ओ नेपालके वार्ता टोलीविच वार्ता एवं छलफलसे मुद्दा खारेज कैना सहमति हुइल रहे मने सरकार समझारी हुसेकल विषयहे फेर सहमति विपरित काहे पक्राउ करल विज्ञप्तीमे कहल बा ।

सरकारके फरार सुचीमे कहल मने उहाँ फरार नइहुके २०६६ से यी बीचमे चार स्थानीय, प्रदेश ओ संघके सक्कु निर्वाचन लरल रहिट । उ बीचमे राज्य तथा निर्वाचन आयोग का हेरके बैठल रहे । आज नागरिक उन्मुक्ति पार्टीसे संघमे विजय पश्चात यी मुद्दा काहे उठाइल ओ पूर्वाग्रह आँखीसे काहे हेरगिल । यी सक्कु आदिवासी थारुजाति, पहिचानवादीहुकन उप्पर दुसर विभेद हो विज्ञप्तीमे कहल बा ।

सरकारसंग सहमति हुइल, अब्बे झुठा मुद्दा लगाके सांसदहे फसैना काम हुइलः नेता लक्ष्मण

नागरिक उन्मुक्ति पार्टीके नेता लक्ष्मण थारु झुठा मुद्दा लगाके अपन पार्टीके सांसद अरुण कुमार चौधरीहे फसाइल बटैले बटै । उहाँ बिफेक रोज एक भिडियो सार्वजनिक करटी यैसिन बटाइल हुइट ।

नेता थारुसे देश सक्कुहुनके रहल ओ हमारफे हुइल ओरसे संवैधानिक ओ राजनीतिक रूपसे लरके अपन अधिकार प्राप्त करके छोरना दाबी करले बटै । अपनेहुकनहे तरसाइक लाग टिकापुर घटनाके क्रममे हुइल छिटपुट ओ कानुनी रूपमे सुलझ सेकल घटनाहे समेट उखल्झाके निहुँ खोजके फसाई खोजल आरोप लगैले बटै ।

उहाँ कहलै, ‘अधिकारके आन्दोलन २०६४ से सुरू हुइल हो । ०६९ मे सरकारसंग सहमति हुइलपाछे यी मुद्दा खारेज हुइल । अब्बे अदालतहे डेखैटी संसदहे फसैना काम हुइल ।’ विशेष करके हालके प्रधानमन्त्री पुष्पकमल दाहाल प्रचण्डसंग हुइल सहमति कार्यान्वयन कैना आग्रह करले बटै ।

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