सांसद अरुण चौधरी रिहा

पहुरा समाचारदाता
धनगढी, ७ फागुन । नागरिक उन्मुक्ति पार्टीके प्रतिनिधि सभा सदस्य अरुण कुमार चौधरी रिहा हुइल बाटै ।
कैलाली निर्वाचन क्षेत्र नम्बर २ बाट निर्वाचित चौधरी कैलाली कारागारसे आज (अँटवारके रोज) रिहा हुइल हुइट । उहाँ सहित कैलालीसे चार जाने रिहा हुइल बाटै ।
राष्ट्रपति विद्यादेवी भण्डारी प्रजातन्त्र दिवसके उपलक्ष्यमे ३९५ जाने कैदीके सजाय माफी करल रही । उहे सूचीमे कैलाली कारागारमे रहल चार जनहनके नाउ समावेश रहे ।
कैलालीके प्रमुख जिल्ला अधिकारी युवराज कटेल आवश्यक प्रक्रिया पूरा कैके चौधरीहे रिहा करल जानकारी डेलै ।
थरुहट आन्दोलनताके बन्दके अवज्ञा करल कहटी २०६६ भदौ ३ मे ट्याक्टर जराइल घटनामे २०७० वैशाख ९ गते कैलाली जिल्ला अदालतसे अरुण चौधरीसहित तीन जाने विरुद्ध जनही छ महिना कैद ओ ८ लाख १८ हजार ४२३ रुपैयाँ पीडितहे उपलब्ध करैना फैसला करल रहे । छ महिना कैद भुक्तान नैकरल कहटी चौधरीहे १९ गते प्रहरी पक्राउ करल रहे ।
इहे बीच पक्राउ परल लगत्ते प्रतिनिधि सभा सदस्यसे निलम्बित हुइल चौधरीके पुनः प्रतिनिधि सभा सदस्यके पद ब्युँति कि, नै ब्युँति कना सवाल खडा हुइल बा ।
चौधरीके कानुन व्यवसायी समेत रहल अधिवक्ता गम्भीर सिंह ऐर रिहा लगत्ते उहाँ निर्वाध रुपमे उ पदमे बहाल हुइना बटैलै । उच्च अदालत दिपायलमे सुनुवाइके प्रक्रियामे रहल ओहकान मुद्दा स्वतः खारेज हुइल अधिवक्ता ऐरके कहाइ रहल बा ।
उहाँ आपनउपर लागल मुद्दा नै त्रुटिपूर्ण रहल कहटी बदरके माग कैटी उच्च अदालत दिपायलमे रिट दायर करल रहिट । मने ओहकान सजाय माफीपाछे उहाँ आपनउपर लागल कसुर स्वीकार करल ठहरल बा । उहाँ जिल्ला अदालत कैलालीसे सजायसहित ८ लाख १८ हजार ४२३ रुपैयाँ बिगोके तीन भागके एक भाग तिरसेकल ओरसे स्वीकार करल बटाइल बा ।
राजनीतिक प्रतिशोध साधगैल
राष्ट्रपतिके आममाफीसे कारागारमुक्त हुइल प्रतिनीधी सभा सदस्य चौधरी आपनउपर राजनीतिक प्रतिशोध साधल आरोप लगैले बाटै । कैलाली कारागारसे अँट्वारके सकारे रिहा हुइलपाछे पत्रकारनसे बात कैटी चौधरी आपन उपर प्रतिशोध साधल आरोप लगाइल हुइट ।
१८ दिनके कारागार बसाइँसे ढेर चीज सिकाइल बटैटी उहाँ कहलै, ‘आज जौन हिसाबसे मै भिट्र गैल रहुँ, उ टे एकठो राजनीतिक प्रतिशोधके हिसाबसे भिट्टर करागैल हो जस्टे लग्टी रहल बा ।’ उहाँ आघे कहलै, ‘इ छोट पार्टी बा, जैसिक उप्पर उठ्टी बावै, ओस्टके खुम्चैना ओर लागल परिपाटी डेखगैल उ नेपालके राजनीतिमे ओत्र मजा नैडेखगैल हो ।’ ओस्टेक करके राजनितिक आन्दोलनके क्रममे हुइल उ घटनामे विरबहादुर चौधरी ओ परशुराम चौधरीहे जेल मे कोचल ओरसे रिहाई लाग पहल कैना उहाँ बटैलै ।
