‘मानव अधिकार उल्लंघनके काहे बह्रटा ?

गैल बरसके तुलनामे मानव अधिकार उल्लंघनके घटनामे बृद्धि हुइटी गैल बा । सुदूरपश्चिम प्रदेशमे इन्सेकके अभिलेख अनुसार १ हजार १ सय ९२ जाने पीडित हुइलै । गैल बरसके तथ्याङक हेरेबेर असौ ५ सय ७ जाने ढेर हो । अनौपचारिक क्षेत्र सेवा केन्द्र (इन्सेक)से नेपाल मानव अधिकार वर्ष पुस्तक २०२३ सार्वजनिक करल तथ्याङकहे हेरेबेर सुदूरपश्चिम प्रदेशमे करल अभिलेख अनुसार सन् २०२२ मे सुदूरपश्चिम प्रदेशमे मानव अधिकार उल्लंघन ओ ज्यादतीके १ हजार १ सय ८६ घटनामे १ हजार १ सय ९२ जाने पीडित हुइल बटै । यी वर्ष मानवअधिकार उल्लंघनके १५ घटनामे एक महिला ओ १४ पुरुष करके जम्मा १५ जाने तथा ज्यादतीके १ हजार १ सय ७१ घटनामे १ हजार ७९ महिला, ओ ९८ जाने पुरुष करके जम्मा १ हजार १ सय ७७ जाने पीडित हुइल अभिलेख हुइल बा ।
यी वर्ष राज्यपक्षसे एक जानेक हत्या, कुटपिटके घटनामे एक जाने, गिरफतारीके घटनामे १० जाने, महिला अधिकार उल्लङ्घनके घटनामे एक जाने ओ जेलमे मृत्यु घटनामे दुई जाने पीडित हुइल अभिलेख हुइल बा । गैरराज्य पक्षसे हत्याके घटनामे २९ जाने, घाहिलके घटनामे ३५ जाने, बाल अधिकारके घटनामे १ सय १ जाने, जातीय विभेदके घटनामे पाँच जाने, महिला अधिकारके घटनामे ९ सय ५५ जाने, अमानवीय व्यवहारके घटनामे ६ जाने, कुटपिटके घटनामे ४४ जाने ओ धम्कीके घटनामे दुई जाने पीडित हुइल अभिलेख हुइल बा ।
सन् २०२२ ममे महिला उप्पर हुइना हिंसाके घटनामे ९ सय ५६ जाने पीडित हुइल अभिलेख हुइल बा । यी वर्ष घरेलु हिंसाके घटनामे ८ हजार ७६ जाने, बलात्कारके घटनामे ५८ जाने, बलात्कार प्रयासके घटनामे आठ जाने, यौन दुव्र्यवहारके घटनामे दुई जाने, बहुविवाहके घटनामे १० जाने, प्रसुति सेवा घटनाके एक जाने ओ कथित बोक्सीनीयके घटनामे एक जाने महिला पीडित हुइल बर्ष पुस्तकमे अभिलेख हुइल बा ।
बाल अधिकार उल्लंघनके घटनामे १ सय १ जाने पीडित हुइल, यी वर्ष बलात्कारके घटनामे ६९ जाने, यौन दुव्र्यवहारके घटनामे २६ जाने, बेचविखन प्रयासके घटनामे ६ जाने बालिका पीडित हुइल अभिलेख हुइल बा । विगत वर्ष जस्टे यी वर्ष फे पारिवारिक हत्याके विभत्स घटनाके संख्या उल्लेख्य रहल बा । यी वर्ष पारिवारिक हत्याके घटनामे नौ जाने महिला मारल बटै ।
परिवारजनसे महिला उप्पर हुइना घरेलु हिंसाके उजुरी हरेक वर्ष बह्रना करल बा । कतिपय बेला परिवारजनसे महिला उप्पर हुइना घटनाहे परिवारमे गुपचुप रख्न वा गाउँ समाजमे मिलाजाइठ । ढेर जैसिन घटनामे महिलाके दोष डेखाके आरोपितहे उन्मुक्ति डेना कार्य फे हुइटी रहल बा । अभिनफे घरेलु हिंसासे महिला उपपर हुइना शारीरिक तथा मानसिक आघातहे संवेदनशीलताके साथ हेर्ना संस्कृतिके निर्माण नइसेकल प्रदेश संयोजक बटैलै । महिलाउप्पर हुइना घरेलु हिंसाहे परम्परागत रूपमे लेना सोच यथावत् डेखल बा ।
इन्सेकसे मुलुकभरर करल अभिलेख अनुसार सन् २०२२ मे मानव अधिकार उल्लंघन ओ ज्यादतीके ६ हजार ४ सय ७३ घटनामे ७ हजार ३ सय ७६ जाने पीडित हुइल डेखजाइठ । यी वर्ष मानव अधिकार उल्लङ्घनके १ सय ६१ घटनामे ५० महिला ओ ५ सय ७२ पुरुष करके जम्मा ६ सय २२ जाने तथा ज्यादतीके ६ हजार ३ सय १२ घटनामे ५ हजार ७ सय ४४ महिला, ८ सय ७ जाने पुरुष ओ ३ जाने यौनिक तथा लैंगिक अल््पसंख्यक करके जम्मा ७ हजार ३ सय ७६ जाने पीडित हुइल अभिलेख हुइल बा । यी संख्या गत वर्षसे १ हजार ९१ ढेर हो । फितलो कानून ओ रहल कानूनकेफे कार्यान्वयन नइहुइल ओरसे हिंसाके घटनामे कमी नइआइल हो ।
