६१ दिनमे टुटल एमाले नेतृत्वके सात दलीय गठबन्धन

काठमाडौँ, १२ फागुन । गैल पुस १० गते बनल सात दलीय सत्ता गठबन्धन औपचारिक रूपमे टुटल बा ।
राष्ट्रपति निर्वाचनमे सरकारके नेतृत्वकर्ता माओवादी केन्द्रसहितके सत्ता गठबन्धन दलसे कांग्रेस उम्मेदवारहे समर्थन कैना औपचारिक निर्णय करलसंगे एमाले नेतृत्वके गठबन्धन ६१ दिनमे टुट्े पुगल हो । शुकके प्रधानमन्त्रीके सरकारी निवास बालुवाटारमे नेपाली कांग्रेस, माओवादी केन्द्र, जनता समाजवादी, लोसपा, एकीकृत समाजवादी, जनमत,उन्मुक्ति लगायतके पार्टीबीच राष्ट्रपतिमे कांग्रेसहे मत डेना निर्णय हुइलसंगे नयाँ राजनीतिक कोर्षके सुरुवात हुइल हो ।
आठ दलीय बालुवाटार बैठकमे प्रधानमन्त्री समेत रहल माओवादी अध्यक्ष प्रचण्डसे राष्ट्रपतिमे कांग्रेसहे समर्थन कैना प्रस्ताव करटी पुस १० मे बनल गठबन्धन टुटल बटैले रहिट ।
पुस १० के गठबन्धन टुटल बा । अव नयाँ ढंगसे आघे बह्रे परी, प्रधानमन्त्री प्रचण्ड बैठकमे राखल कहाई उद्धृत करटी नेकपा एकीकृत समाजवादीके उपमहासचिव प्रकाश ज्वाला कहलै, नयाँ राजनीतिक यात्रा सुरु हुइल बा, यिहीहे आघे बह्राई । राष्ट्रिय स्वाधीनता तथा जनताहे सेवा–सुविधा डेना बाटमे एकताबद्ध हुके जाई । सत्ता समीकरणमेफे एकताबद्ध हुके जाई ।’
अगहनमे सम्पन्न आम निर्वाचनपाछे पुस १० मे नेकपा एमालेके नेतृत्वमे सात दलीय गठबन्धनमार्फत प्रचण्ड प्रधानमन्त्री बनल रहिट । उ गठबन्धनमे एमाले,माओवादी केन्द्र, जसपा, जनमत, नागरिक उन्मुक्ति, राप्रपा ओ रास्वपा सहभागी रहिट । यी गठबन्धनमे रहल मन्से जनता समाजवादी भर सरकारमे गैल नइरहे । रास्वपा भर कुछ अठुवार आघे सरकारसे बाहिरल र्हे ।
