थारु राष्ट्रिय दैनिक
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‘ कठरिया सांकृतिक होरी महोत्सव ’

कला, संस्कृति संरक्षणके लाग संग्रालय स्थापनाके माग

पहुरा | २८ फाल्गुन २०७९, आईतवार
कला, संस्कृति संरक्षणके लाग संग्रालय स्थापनाके माग

पहुरा समाचारदाता
धनगढी, २८ फागुन ।
कैलालीके जोशीपुर गाउँपालिका–६ सिमरीमे चौठा बृहत कठरिया सांस्कृतिक महोत्सव हुइल बा ।

‘हम्मर भाषा कला संस्कृति हम्मार पहिचान, यहक बचैना हम्मर अभियान’ कना नाराके साथ महोत्सव आयोजक मुल कमिटी सिमरी गाउँ समाज तथा कठरिया समाज नेपालके सहकार्यमे आयोजनामे हुइल कार्यक्रमके वडका पहुना सुदूरपश्चिम प्रदेशसभा सदस्य तथा नागरिक उन्मुक्ती पार्टी सुदूरपश्चिम प्रदेश संसदीय दलके नेता रामेश्वर चौधरी रहल रहिट । कार्यक्रममे बोल्टी उहाँ निति निर्माूण कैना ठाउँमे हमार अपन मनै नइहुइल कारण भेषभुसा कला, संस्कृति लोप हुइटी रहल बटैलै ।

अपनेहुक्रे जग्गाके व्यवस्थापन करी,’ संसदीय दलके नेता कहलै, ‘कठरिया समाजके कला, भाषा, संस्कृति भेषभुसा बचाइक हम्रे सरकारमे जैटीकी लाग संंग्राहलयके स्थापना करब ।’ सुदूरपश्चिम प्रदेशमे निर्णयक शक्ति रहल उहाँ हलकाली सरकारमे जइना बाटफे बटैलै ।

संसदीय दलके नेता चौधरी कहलै, ‘आज अपनेहुक्रे डेखाटी हमार कला, भाषा, संस्कृति लोप हुइटा यिही जोखाइक लाग बृहत सांस्कृतिक कार्यक्रम हुइना खुशीक बाट हो । प्रदेशके ओर हमार भाषा कला, संस्कृति, भेषभुसा बचाइक लाग मोर का योगदान रही मै वहाँ अपन तह तप्कासे मै ढेरसे ढेर पहिचान जोगैना काम करम ।’

अपन पार्टी सुशासन, पहिचान नारा लेके उदय हुइल बटैटी मुलुकमे सुशासन उत्तरदायी नइरहल, सरकारसे पहिचान मेटैना काम करल आरोप लगैटी बैंकके चर्को व्याजके कारण थारु डाडुभैया, कैयो किसान जग्गा विहिन हुई पर्ना अवस्था आइल उहाँ बटैलै ।

राजनीतिक प्रसंङमे बोल्टी उहाँ समानुपतिक सहभागिता, पहिचान ओ राजनीतिक अधिकार प्राप्तीके लाग हुइल आन्दोलनके कारणमे टिकापुर घटना घटल उहाँ बटैलै ।

हम्रे कौनो व्यक्ति विशेषसे आन्दोलन नइकरले रही,’ उहाँ कहलै, ‘हम्रे सरकारसे यी ठाउँके धर्तीपुत्र हुई, हमारफे पहिचानहे सुचिकृत करडेउ कहिके आन्दोलन हुइल रहे । राजनितिक आन्दोलनके क्रममे उ घटना घटल हो, मने अब्बेफे सात जाने जेलबन्दी जीवन विटैना बाध्य बटै । ५१ जनहनमे चोरी, डकैटी मुद्दा लागल बा ।’

उहाँ कहलै, ‘आन्दोलनके क्रममे गौरमे घटना घटल उ ठाउँमे २८ जाने मनै मुनुै कोईफे जेलमे नइहो । हम्रे यहाँ पहिचानके लाग आन्दोलन करे गैल रही कौनो घटना घटाई नइगैल रही । पहिचानके लाग आन्दोलन करेबेर टमान षडयन्त्र करके हमार मनैनहे फसागैल ।’

टीकापुर घटना खोजविनके लाग लाल आयोग, देवीराम शर्मा आयोग, टमान मानव अधिकार आयोग गठन हुके छानविन करल मने ओकर प्रतिवेदन बाकसमे ठन्कयाइल ओरसे हालहाली सार्वजनिक कैना उहाँ माग करलै ।
संसदीय दलके नेता कहलै, ‘मै संसदीय दलके नेता हुइलक कारण टमान चो वार्ता करे गैनु, बालकोटमे वार्ता करेबेर कहनु तोहरे शान्ति सम्झौता कायम करेक लाग डिल्लीमे १२ बुँदे सहमति कायम करलो । सरकार करल शान्ति सम्झौता चाही कानून बन्ना । ओस्टेक हमार थरुहट आन्दोदनके क्रममे हुइल १० बुँदे सहमति २०६९ साल २ महिना १० हुइल । मने सहमति सरकार पालन काहे नइकैना । हमार विमति वहाँ हो ।’

थरुहट आन्दोलनके बेला सहमति पालन नइकरबो कलेसे तुहिनके सम्झौतामे हम्रे नइमानब । सात नम्बर प्रदेश एक नजिर बनल कारण प्रचण्डफे जेल जैना कहलपाछे उहाँ डराइल बटै, संसदीय दलके नेता चौधरी कहलै ।
कठरिया समुदायके नाँच भिटरफे बन्ना होरी, छुट्टा होरी, कलाकार होरी, मिछुवा होरी, पटेवा होरी रहल बाट अपन पहिलबार पटा पाइल कहटी यकर संरक्षण सक्कु जानेक दायित्व रहल बटै ।

चैत १ गते पर्ना खखहेडा पर्वके विदाके मागके सहित बुझागिल आठ बुँदे ज्ञापनपत्र प्रति ध्यानाकर्षण हुइल कहटी अपन ओरसे ओर प्रदेशके ओरसे विदाके माग कैना उहाँ बटैलै । कठरियाच समाजके कला, संस्कृति जर्गेना करेक लाग समेटल मागपत्र प्रदेश सभाके सदनमे आवाज उठैनाफे उहाँ प्रतिवद्धता जनैलै ।

कार्यक्रममे विशिष्ट पहुना जोशीपुर गाउँपालिकाके उपाध्यक्ष रेखाकुमारी कठरिया निति नियम बनैना ठाउँमे हमार मनै नइहुइल कारण माग मुद्दा सुनुवाई नइहुइल बटैली । उहाँ कहली, सक्कु समुदायके कला, संस्कृति जर्गेना सरकारके दायित्व हो । अपन चाड पर्वमे भर विदा कैना हमार चाड पर्वमे कुछ वास्ता नइकैना डेखल बा ।’

कठरिया समाज नेपालके केन्द्रीय उपाध्यक्ष गीता कठरिया कला, संस्कृति जोगाइक लाग एकजुट हुइना आवश्यक रहल बटैली । उहाँ कहली, ‘जबसम हम्रे एकजुट नइहुइबी टबसम हमार कला, संस्कृति, भेषभुसा जोगाई नइसेकव । आघेक सालके होरी महोत्सवमे सुदूरपश्चिम प्रदेश सरकार अब्बेक निबर्तमान मुख्यमन्त्री त्रिलोचन भट्ट कठरिया समुदायके लाग संग्राहलयके स्थापना कैना प्रतिवद्धता जाहेर करल मने उ सुनुवाई नइहुइल हो ।’ कला, संस्कृति, पहिचान जोगाइल लाग एक कठरिया समुदायके लाग संग्राहलयके स्थापना आवश्यक रहल बटैली ।

घोडाघोडी नगरपालिका स्तरीय भल्मन्सा समितिके अध्यक्षता तथा कोटा गाउँक भल्मन्सा शिवकुमार कठरिया थारु मौलिक संस्कृति जर्गेना कैना यूवाके हातमे रहल बटैलै । थारु समुदायभिटरके भल्मन्सा प्रथा कला, संस्कृति भारी योगदान डेटी रहल कहटी भल्मन्सा प्रथाहेफे सरकार कानूनी मन्यता देहे पर्ना माग करलै । कार्यक्रममे जोशीपुर गाउँपालिका–६ के वडा सदस्य राजेन्द्र बडायक संस्कृति संरक्षण कैना कठरिया सांस्कृतिक महोत्सवके भारी डेना रहल बटैलै ।

कठरिया समाज नेपालके अध्यक्ष दुखीराम कठरियाके अध्यक्षतामे हुइल कार्यक्रममे कठरिया समुदायहे अभिनसम कौनो ठाउँमे सुचिकृत नइकरल बटैलै । बृहत कठरिया सांस्कृतिक महोत्सव २०७९ मे कैलारी–१ मनाऊ गाउँक वडा नम्बर ५ पवेरा गाउँक, वडा नम्बर ८ लौसा गाउँक, टप्पा, कोटा, चर्रा गाउँक कठरिया समुदायके नाँच भिटरफे बन्ना होरी, छुट्टा होरी, कलाकार होरी, मिछुवा होरी, पटेवा होरी नाँच, जोशीपुर–३ लक्कडके डफ गीतके प्रस्तुति रहे ।

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