बाँकेके राप्ती सोनारीमे दहित गोट्यार सम्मेलन

पहुरा समाचारदाता
बाँके, २५ चैत । बाँकेके राप्ती सोनारी गाउँपालिका–६ हब्रहवामे चौठा राष्ट्रिय दहित गोट्यार सम्मेलन हुइल बा ।
‘पहिचान बचाइ, हौस्यार बनि ओ एक हुई’ कना नारा सहित दहित गोट्यार सम्मेलन नेपाल, बाँकेके आयोजनामे सम्मेलन हुइल हो । दहित गोट्यार सम्मेलन नेपाल, बाँकेके संयोजक गोविन्द दहितके अध्यक्षतामे हुइल कार्यक्रमके बर्का पहुना कैलालीके जिउलाल दहित रहल रहिट । कार्यक्रममे खास पहुनामे लुम्बिनी प्रदेश सभा सदस्य दिल्लीबहादुर दहित, पूर्वमन्त्री महेश दहित, गोपाल दहित, सन्त कुमार दहित, संविधान सभा सदस्य पट्टु दहित रहल रहिट ।
पहुनामे राप्ती सोनारी गाउँपालिके अध्यक्ष तप्त पौडेल, उपाध्यक्ष मनिषा सिंह थारु, कैलारी गाउँपालिका कैलालीके उपाध्यक्ष भगवती दहित, थारु वुद्धिजीवी भागवत दहित, यूनिक नेपालके अध्यक्ष प्रिमबहादुर दहित लगायत रहल रहिट ।

उहे सम्मेलनमे लेखक तथा साहित्यकार शेखर दहित दहित जातिनके परिचय, जनसाङख्यिक अवस्था, राजनीतिक, सामाजिक, सांस्कृतिक, आर्थिक अवस्था, सृचिकृत दहित थर ओ आगामी कार्ययोजना बारे कार्यपत्र प्रस्तुत करल रहिट ।
लेखक दहितसे प्रस्तुत करल कार्यपत्र अनुसार दहित थर अन्तराष्ट्रिय रुपमे २ लाख ४२ हजार ५५१ औँ सबसे ढेर प्रयोगमे अइना थर हो । विश्वमे ४४ लाख ५१ हजार ७६९ व्यक्ति मध्ये १ जाने दहित थर रहल व्यक्ति पाजैठै ।
दहित थर रहल व्यक्ति खासकैके एशिया महाद्धिपमे बसोबास रहल बा, जहाँ ८८ प्रतिशत दहित थरके व्यक्ति रहल बाटै । ओस्टके ८७ प्रतिशत दक्षिण एशिया ओ ८७ प्रतिशत इन्डो दक्षिण एशियामे दहित थर रहल व्यक्ति बाटै । दहित संसारभरमे ७ लाख ८७ हजार ६३६ औं सबसे ढेर थर रहल जाति हुइट ।
जनसंख्याके हिसावसे नेपालमे आदिवासी थारु जाति चौठौ स्थानमे रहल बाटै । उ मध्ये दहितहुक्रनके संख्या सबसे ढेर रहल बा । नेपालमे खासकैके भेरी अञ्चलमे ६७ प्रतिशत, नारायणी अञ्चलमे १४ प्रतिशत, सेतीमे ११ प्रतिशत दहित थर रहल व्यक्ति रहल बाटै । नेपाल बाहेक दहित थर रहल व्यक्ति ७ देशमे फेन बसोबास रहल बा । सोमालियामे १२ प्रतिशत, भारतमे ४ प्रतशित दहित थरके व्यक्ति रहल पाइल बा लेखक दहित आपन कार्यपत्रमे उल्लेख करले बाटै ।

ओस्टके दहित थर अन्र्तगत अंग्रहवा दहित, अरगर्वा दहित, अहिर दहित, कनपुज्जा दहित, काँजपुज्जा दहित, कयौँ दहित, कौवा दहित, बर्का दहित, गरडग्गा दहित लगायत ४१ ठो दहित थर सुचिकरण करल फेन उहाँ कार्यपत्रमे उल्लेख करले बाटै ।
साथे लेखक दहितसे दहित थरके प्रोफाइल बनैना, राष्ट्रिय दहित संगठन, गाउँ, वार्ड, पालिका स्तरीय गोट्यार संगठन विस्तार, गोट्यार कोष स्थापना, विपन्न दहित गोट्यारीन लर्का बच्चाहे शिक्षा, स्वास्थ्य ओ रोजगार सुनिश्चिताके लाग पहल कैना लगायत कार्ययोजना सुनाइल रहिट ।
कार्यक्रममे दाङ, बाँके, बर्दिया, कैलाली, कञ्चनपुरके दहित गोट्यारहुक्रनके सहभागिता रहल बा । कार्यक्रममे टमान सांस्कृतिक प्रस्तुति फेन राखल रहे ।
