अनुसन्धानसे शैक्षिक गुणस्तर सुधारमे टेवा

पहुरा समाचारदाता
धनगढी, ७ बैशाख । नेशनल एकेडेमी अफ साइन्स एण्ड टेक्नोलोजी(नाष्ट) धनगढी ओ पोखरा युनिर्भसिटी सिसर्च सेन्टरसे आयोजित धनगढीमे दुइदिने रिसर्च मेथोडोलोजीबारे कार्यशाला गोष्ठी सुरु हुइल बा ।
बिफेक रोज एक कार्यक्रमके बिच गोष्ठीके उद्घाटन करगिल हो । उद्घाटन सत्रहे सम्बोधन कैटी सुदूरपश्चिम प्रदेश सामाजिक विकास मन्त्रालयके उपसचिव गणेश बहादुर सिंह शैक्षिक गुणस्तरहे सुधारक लाग अनुसन्धान विधी एकदम महत्वपूर्ण रहल बटाइल रहिट । उहाँ कहलै–‘शैक्षिक गुणस्तरहे सुधारक लाग अनुसन्धान विधि एकदम महत्वपूर्ण रहठ् । यहाँके स्कूल कलेजसे पह्राइसँगे अनुसन्धानहे फेन सँगे लैजाइ पर्ना जरुरी रहल बा, नाष्टसे पह्राइसँगे रिसर्चहे फेन अपनैना ओर लागल बा इहीसे नाष्टके शैक्षिक गुणस्तरमे थप टेवा पुगी ।’
उपसचिव सिंह शैक्षिक क्षेत्रमे प्रतिस्पर्धा रहल बटैटी आपनहे औरे शिक्षण संस्थासे अब्बल बनैना फेन आवश्यक रहल औँल्याइलै । ओस्टके उहाँ सुदूरपश्चिम प्रदेशमे उच्च शिक्षा ओ प्राविधिक शिक्षा आवश्यक रहल बटैलै ।
उहाँ कहलै–‘प्रदेशमे उच्च शिक्षा ओ प्राविधिक शिक्षाके आवश्यक रहल बा, मने ओकर लाग हम्रे कुछ करे नैसेकठुइटी, उच्च शिक्षा ओ प्राविधिक शिक्षाके लाग यहाँके सरोकारवाला सक्कुजाने समन्वय, सहकार्य कैके आघे बह्रना आवश्यक रहल बा ।’
कार्यक्रममे पोखरा यूनिर्भसिटीके कार्यकारी निर्देशक डा. नवराज धामी कार्याशालासे शिक्षकहुक्रन ढेर चिजके ज्ञान बह्रनाके साथे अध्ययन अध्यापनमे फेन सजिल हुइना बटैलै ।
नाष्ट कलेजके प्रवन्ध निर्देशक शिवहरी मुडभरी रिसर्च बिना संस्थागत विकास नैहुइना बटैटी रिसर्च आवश्यक रहल औँल्याइलै ।
नाष्टके बोर्ड मेम्बर डा. सुशिला मल्ल शिक्षण क्षेत्रमे रिसर्च मेथोडोलोजीसे अध्ययन अध्यापनमे अतिरिक्त सहयोग पुग्ना बटैली ।
उहाँ अनुसन्धानके लाग म्यानेजमेन्टसे १० ओ इन्जिनियरिङसे १० सहित २० ठो क्षेत्र पहिचान करल बटैली । उहाँ उ बाहेक अन्य विषयमे फेन छलफल हुइल बटाइल रहिट ।
दुईदिने कार्याशाला गोष्ठीमे नाष्ट कलेजके प्राध्यापक ओ विद्यार्थीहुक्रनके सहभागिता रहल बा ।
