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प्रदेशमे खोपमे ड्रप आउट बह्रल

पहुरा | १३ बैशाख २०८०, बुधबार
प्रदेशमे खोपमे ड्रप आउट बह्रल

पहुरा समाचारदाता
धनगढी, १३ बैशाख ।
सुदूरपश्चिम प्रदेशमे शुन्य खोप तथा ड्रप आउटके संख्या बह्रटी गैल बा ।

सुदूरपश्चिम प्रदेश सामाजिक विकास मन्त्रालय स्वास्थ्य निर्देशनालयके तथ्याङक अनुसार प्रदेशमे १६ प्रतिशत बालबालिका पूर्ण खोप नइपैले हुइट कलेसे ४ प्रतिशत खोपसे बन्चित रहल जनागिल बा । अपेक्षित प्रगति ९५ प्रतिशत लेहल मने सक्कु तहमे एकरूपता नइहुइल सुदूरपश्चिम प्रदेश स्वास्थ्य निर्देशक डा. जगदीस जोशी बटैलै ।

राष्ट्रियके तुलनामे प्रादेशिक, प्रदेशके तुलनामे जिल्लाहुकनके ओ जिल्लाके तुलनामे स्थानीय तहके प्रगतिमे एकरूपता नइडेखल उहाँ बटैलै । सुक्ष्मयोजना अद्यावधिक ओ पूर्ण खोप दिगोपना कार्यक्रम प्रभावकारी नइहुइनाके कारण, खोपके बारेमे पूर्ण जानकारी नइहुइना ओ प्रभावकारी परामर्श नइहुइल ओरसे शून्य खोप तथा ड्प आउटके संख्या बह्रटी गैल उहाँ बटैलै ।
स्थानीय, जिल्ला, प्रदेश तथा संघ बीच समन्वयके अभाव हुइल, खोप सेवाहे प्राथमिकता नइडेहल ओ दोहोरो बसाई, खोपके महत्व बारेमे टमान निकायसे जानकारी, प्रचारप्रसारमे कमी हुइना, खोप केन्द्र भवन नइहुइना, खुला ठाँउमे खोप चल्न, महामार डेखा परल कारण खोपमे ड्रप आउटके समस्या बह्रल निर्देशक डा. जोशी बटैलै ।

स्वास्थ्यकर्मीके अनुसार जन्मसे १५ महिनासम बालबालिकाहे टमान रोगसे बच्ना १३ मेरके खोप लगाइ परठ् । सुदूरपश्चिममे ओइसीन खोप लगाइ पर्ना बालबालिकाके संख्या बर्षेनी करिब एक लाख रहल निर्देशनालय जनैले बा । करिब १६ प्रतिशत बालबालिका खोपके कुछ मात्रा किल ओ करिब चार प्रतिशत बालबालिका एकठो फेन खोप नैलगैना करल सर्भेक्षणसे डेखाइल निर्देशक जोशी जानकारी डेलै । नियमित खोप लगैना छुटल बालबालिकाहे लक्षित कैके प्रदेशभर सोम्मारसे साताव्यापी खोप अभियान सञ्चालन हुइल बा ।

सुदूरपश्चिम प्रदेशमे बैशाख ५ गते सम १२ बर्ष उप्परके उमेर रहल लक्षित जनसंख्या कोभिड बिरुद्धके खोप पाइल कभरेज प्रतिशत पहिल डोज ७९ प्रतिश, फूल डोज ८३ प्रतिशत, पहिल एडिशन डोज ४६ प्रतिशत ओ दुसर एडिशनल डोज जम्मा पाँच प्रतिशत केल लगैले बटै । यम्ने कैलाली जिल्लाके अवस्था हेरेबेर पहिल डोज ८० प्रतिश, फूल डोज ८४ प्रतिशत, पहिल एडिशन डोज ५२ प्रतिशत ओ दुसर एडिशनल डोज जम्मा २ प्रतिशत केल लगैले बटै ।

प्रदेशमे पूर्ण खोप पाएका बालबालिकाहुकनके कभरेजके अवस्था आर्थिक बर्ष २०७७/०७८ मे ७९ प्रतिशत, आर्थिक बर्ष २०७८/०७९ मे ९० प्रतिशत ओ आर्थिक बर्ष २०७९/८० के बैशाख ९ गतेसम ४८ प्रतिशत रहल बा ।

कैलालीके अवस्था हेरेबेर आर्थिक बर्ष २०७७/०७८ मे ७० प्रतिशत, आर्थिक बर्ष २०७८/०७९ मे ९० प्रतिशत ओ आर्थिक बर्ष २०७९/८० के बैशाख ९ गतेसम ४९ प्रतिशत रहल बा ।

प्रदेशमे दादुरा रूबेला खोपके पहिल मात्रा लगाइल बालबालिकाहुकनके कभरेज प्रतिशत आर्थिक बर्ष २०७७/०७८ मे ८३ प्रतिशत, आर्थिक बर्ष २०७८/०७९ मे १०२ प्रतिशत ओ आर्थिक बर्ष २०७९/८० के बैशाख ९ गतेसम ६४ प्रतिशत रहल बा । ओस्टेक दुसरा मात्रा लगाइल बालबालिकाहुकनके कभरेज प्रतिशत आर्थिक बर्ष २०७७/०७८ मे ८५ प्रतिशत, आर्थिक बर्ष २०७८/०७९ मे ९४ प्रतिशत ओ आर्थिक बर्ष २०७९/÷८० के बैशाख ९ गतेसम ६९ प्रतिशत रहल बा ।

आर्थिक २०७९/०८० बैशाख ९ गतेम डिपीटि १० प्रतिशत, हेपाटाइटिस बी ८ प्रतिशत, दादुरा ३ प्रतिशत रहल बा ।
बि.सि.जी.खोप लगाइल बालबालिकाहुकनके कभरेज प्रतिशत आर्थिक बर्ष २०७७/०७८ मे ९० प्रतिशत, आर्थिक बर्ष २०७८/०७९ मे ९८ प्रतिशत ओ आर्थिक बर्ष २०७९/८० के बैशाख ९ गतेसम ६८ प्रतिशत रहल बा ।

डि.पि.टी.हेप.बि–हिब खोप पहिल मात्रा लगाइल बालबालिकाहुकनके कभरेज प्रतिशत आर्थिक बर्ष २०७७÷०७८ मे ८९ प्रतिशत, आर्थिक बर्ष २०७८/०७९ मे १०१ प्रतिशत ओ आर्थिक बर्ष २०७९/८० के बैशाख ९ गतेसम ६७ प्रतिशत रहल बा ।
डि.पि.टी.हेप.बि–हिब खोप टिसरा मात्रा लगाइल बालबालिकाहुकनके कभरेज प्रतिशत आर्थिक बर्ष २०७७/०७८ मे ८९ प्रतिशत, आर्थिक बर्ष २०७८/०७९ मे १०३ प्रतिशत ओ आर्थिक बर्ष २०७९/८० के बैशाख ९ गतेसम ६३ प्रतिशत रहल बा ।

ओस्टेक करके प्रदेशमे दादुरा रूबेला खोप पहिल मात्रा लगाइल बालबालिकाहुकनके कभरेज प्रतिशत आर्थिक बर्ष २०७७/०७८ मे ८३ प्रतिशत, आर्थिक बर्ष २०७८/०७९ मे १०२ प्रतिशत ओ आर्थिक बर्ष २०७९/८० के बैशाख ९ गतेसम ६४ प्रतिशत रहल बा ।

दादुरा रूबेला खोप दुसरा मात्रा लगाइल बालबालिकाहुकनके कभरेज प्रतिशत आर्थिक बर्ष २०७७/०७८ मे ८५ प्रतिशत, आर्थिक बर्ष २०७८/०७९ मे ९४ प्रतिशत ओ आर्थिक बर्ष २०७९/८० के बैशाख ९ गतेसम ६९ प्रतिशत रहल सुदूरपश्चिम प्रदेश सामाजिक विकास मन्त्रालय स्वास्थ्य निर्देशनालय जनैले बा ।

पूर्ण खोप दिगोके लाग निर्देनालयसे प्रभावकारी एवम् गुणस्तरीय नियमित खोप सेवा सञ्चालन कैना, प्रत्येक स्वास्थ्यकर्मीके संलग्नतामे घरधुरी सर्वेक्षण, नियमित खोप सेवाके सुदृढीकरणके लाग सुक्ष्मयोजना अध्यावधिक ओ छुट बच्चाहुकनहे खोप प्रदान कैना प्रणालीके विकास कैना कहल बा ।

प्रत्येक वर्ष वडा, स्थानीय तह ओ जिल्ला सभासे पूर्णखोप सुनिश्चितता हुइल प्रमाणिकरण, सार्वजनिक ओ प्रतिवेदन प्रस्तुत कैना, खोपसे बचाई सेक्ना रोगके खोजपड्ताल, निगरानी ओ रोकथाम (सर्भिलेन्स कैना निर्देशक डा. जोशी बटैलै । खोप सप्ताह बैसाख ११ से १७ मनैना खोप लगाई छुट हुइल लर्कनहे बैसाख १५ ओ ३१ गते स्वास्थ्य संस्थामे खोप लगैना नयाँ विद्यालय भर्नामे खोप ५ बर्ष टरेक बालबालिकाके भर्नाके समयमे खोप कार्ड अनुगमनक लाग प्रोत्साहन कैना जनागिल बा ।

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