थारु नाँच ओ मन्डरा बजैना तालिम

पहुरा समाचारदाता
सुर्खेत, २४ बैशाख । सुर्खेतके वीरेन्द्रनगर थारु नाँच ओ मन्डरा बजैना तालिम सुरु हुइल बा ।
थारु समुदायके मौलिक लोक बाजा मन्डरा बजैना ओ नाँच्न कला जानल पुराना पुस्ता ओरैटी जैना ओ नयाँपुस्तासे परम्परागत अपन समुदायके लोकबाजा बजैना नाँच्न कला सीपके विकास लोप हुइटी गैल ओरसे थारु मन्डरा बजैना ओ नाँच सिखैना १० दिने प्रशिक्षणके सुरुवाट हुइल बा ।
लखागिन थारु उत्थान मञ्च सुर्खेतके आयोजना ओ शिक्षा विकास निर्देशनालय कर्णाली प्रदेश सुर्खेतके आर्थिक सहयोग, राष्ट्रिय थारु कलाकार मञ्च सुर्खेतके सहकार्यमे प्रशिक्षण कार्यक्रम करे लागल हो । प्रशिक्षण कार्यक्रममे मन्डरा सिक्न युवामे २० जाने ओ नाँच सिख्ना लउण्डी २५ जाने रहल बटै ।
कार्यक्रममे थारु लोक बाजा बजैना नाँच्न कला सीप ओ संस्कृतिके बारेमे नयाँ पुस्ताहे पत्ता नइहुके संस्कृति प्रति चासो ओ सद्भाव हेरैटी गैल ओ अपन लोकबाजा मन्डरा, कस्तार, मंजिरा समेत नइचिन्हा अवस्था आई सेक्ना हुइल ओरसे लखागिन थारु उत्थान मञ्च सुर्खेतसे नयाँ युवा पुस्ताहे प्रशिक्षण करे परल ओ वर्तमान विश्व व्यापीकरण, अन्य समुदायके संस्कृतिके प्रभावमे पुरान थारु मन्डरा बजैना कला सीप रहल पुर्खाहुकनके समयमे पुस्तान्तरण हुई नइसेक्लेसे संस्कृति धरापमे परटी जैना ओरसे प्रशिक्षणके आवश्यकता रहल बाट अध्यक्ष मान बहादुर चौधरी पन्ना बटैलै ।
उहाँ प्रशिक्षण कार्यक्रममे सखिया नाँचके पैयाके ताल, घुमैरा पैयामे रहल २२ खोटके तालमध्ये ६ ठो ताल, ओस्टेक करके हरेक मौसम ओ खुशीमे नाँच्ना छोक्रा मन्डरा ओ नाँच, मघौटा मन्डरा ओ नाच, दङ्गहा मन्डरा ओ नाँच सिकैना विधि तौरतरिका, समुदायमे यकर महत्व ओ वर्तमान टमान संस्कृतिके प्रभावके चुनौती ओ नयाँ पुस्तासे अपन संस्कृतिहे आत्मसात करे पर्ना लगायतके विषयमे प्रशिक्षण कैना बटैलै ।
