अटिजमके पहिचान ओ उपचार सही समयमे करी

अपाङतामे ढेर मेरिक बा । हम्रे अपाङता कहटीकी शारीरिक अपाङता, दृष्टिबिहिन, बहिरा इत्यादि सम्झठी ओ सामान्यतया ओसिन व्यक्तिहुकनके सहजुले पहिचानफे कैठी मने हम्रे यी बुझ्न जरुरी बा की सक्कु अपाङता हेरटीकी बुझ्न ओ पहिचान करे नइसेक्जाइठ । उ मध्यके एक ठो हो– “अटिजम”। अटिजम स्नायु ओ नसाके विकासमे अइना ह्राससे उत्पन्न हुइना अपाङता हो । बालबालिका जलम लेके लगभग दुई अढाई वर्षसम प्रष्टरुपमे यकर लक्षण चिन्हा गाह्रो रहठ । शारीरिकरुपमे ढेर जैसिन स्फुर्त विल्गैना यी बालबालिकाके भाषा विकास नइहुइल अभिभावक याद कैना करठै ओ यिहे कारणसे डाक्टरके थेन लैजैठै । अनुभव ओ तालिमप्राप्त डाक्टरसे केल अटिजमके सही पहिचान कैना सक्षम हुइना ओरसे प्रतिशत बालबालिकाके ५ से ६ वर्षके उमेरमे जाके केल पहिचान हुइना करल अवस्था बा ।
अटिजम रहल बालबालिका कुहीसे बातचित नइकैना, आँखीमे आँखी जुधाके बोले नइसेक्ना, औरसंग घुलमिल नइहुइना या एक्केली खेल्न मन परैना, सामाजिक क्रियाकलापमे चासो नइडेना, नाउ बोलाइबेर प्रतिक्रिया नइडेना, कौनो एक ठो चिजमे केल ध्यान डेना, वस्तुप्रति अनौठो लगाव, दोहोरो सम्वाद नइकैना, अपन भावना व्यक्त करे नइसेक्ना, औरके भावना नइबुझ्न, उमेर अनुसार बोलीके विकास नइहुइना, औरजे कहल वाक्य वा शब्द दोहो¥यइना, एकोहोरो मेरिक रुचि हुइना, अपनहहे चाहल चिज या वस्तुहे अंगरी नइडैखैना साथे चाहल अवस्थामे औरके हात पकरके डेखैना, घाउचोट ओ दुखाइमे असामान्य बेवास्ता वा अत्यधिक प्रतिक्रिया डेना, असामान्य व्यवहार जस्टे हिल्ला, मच्ना, कुडना, पौली या अंगरीले केल टेकके नेंग्ना, सामान्य रुपमे बुझे नइसेक्ना अनौठा आवाज निकर्ना, घुम्टी रहल वस्तुप्रति अत्यधिक लगाव हुइना, निष्क्रिय या अत्यधिक चञ्चल हुइना ओ दैनिक कार्यतालिकामे परिवर्तन करे मन नइपरैना जैसिन लक्षण विल्गाइठ यैसिन लक्षण विल्गैलेसे तुरुन्त स्वास्थ्य संस्थामे लैजाई परठ ।
सुदूरपश्चिम प्रदेशमे ३ सय ५२ जनहनमे अटिजमके समस्या डेखल बा । राष्ट्रिय अटिमज केयर सेन्टर सोसोसइटी नेपालसे प्रस्तुत करल तथ्याङक अनुसार यी प्रदेशके १५३ जाने पुरुष ओ १९९ जाने महिला कैके ३५२ जनहनमे अटिजम समस्या बा । यी समस्या रहल व्यक्ति कैलालीमे १५२, कञ्चनपुरमे ४५, अछाममे २९, डोटीमे २७, डडेल्धुरामे २०, बैतडीमे २९, दार्चुलाके ७, बझाङमे २५ ओ बाजुरामे १८ जाने बटै । अटिजम स्नायु विकाससम्बन्धी समस्या हो, जौन बालबालिकाके विकास क्रममे विल्गैना करठ । बच्चासे नकारात्मक व्यवहार डेखैलेसे प्रायः अभिभावक पिटना, गाली कैना जैसिन सजाय डेठै । अइसिन समस्या हुइलेसे बच्चाके सकारात्मक व्यवहारहे प्रोत्साहन कैना, बालबालिकासंग हरेक दिन अभिभावकसे निश्चित समय बिटैना, रमाइलो कैना जैसिन कार्य करेबेर बालबालिका ओ अभिभावकके सम्बन्ध सुमधुर हुइना सहयोग पुगठ । अभिभावक ओ बालबालिकाके सकारात्मक सम्बन्धसे केल व्यवहार परिवर्तन कैना प्रभावकारी भूमिका खेले सेकी ।
