थारु राष्ट्रिय दैनिक
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रेशम चौधरीहे सफाइ डेना सर्वोच्चसे अस्विकार

पहुरा | २ जेष्ठ २०८०, मंगलवार
रेशम चौधरीहे सफाइ डेना सर्वोच्चसे अस्विकार

गंगाराम ओ सीताराम सफाई पैलै

काठमाडौँ, २ जेठ । सर्वोच्च अदालतसे कैलालीके टिकापुरमे २०७२ सालमे हुइल घटनाके प्रतिवादी रेशमलाल चौधरीहे सफाइ डेना अस्वीकार करले बा ।

मंगरके सर्वोच्च अदालतके न्यायाधीशद्वय डा आनन्दमोहन भट्टराई ओ नहकुल सुवेदीके संयुक्त इजलाससे यी आघे चौधरीहे उच्च अदालतसे करल जन्मकैदके फैसला सदर करले बा ।

अदालतसे टिकापुर घटनामे मुछल सीताराम चौधरी ओ गंगाराम चौधरीहे भर सफाइ डेले बा । ओस्टेक करके लक्ष्मण थारुके हकमे ५ वर्षके कैद सजाय घटाके ३ वर्ष कायम करल बा । सिताराम ओ गंगाराम जिल्ला ओ उच्च अदालतके आदेशअनुसार जन्मकैद भुक्तानके लाग जेलमे रहल रहिट । ओइनहे आजे थुनामुक्त कैना सर्वोच्चके आदेश बा । जिल्ला अदालतसे ठहर करलबमोजिम तीन वर्षके कैद भुक्तान करसेकल लक्ष्मण थारुहे उच्च अदालतसे जन्मकैद तोकलमे सर्वोच्चसे जिल्लाके फैसला सदर करल हो । थारु थप जेल बैठे नइपरी ।

यी आघे कैलाली जिल्ला अदालत ओ उच्च अदालत दिपायलसे टिकापुर घटनामे दोषी ठहर करलपाछे रेशमलाल चौधरी अब्बे कारागार कार्यालय डिल्लीबजारमे कैद सजाय भुक्तान करटी रहल बटै । जेलसे चौधरी उच्च अदालत दिपायलके फैसलाहे बदर करके पैना डेहल पुनरावेदनके रिटउप्पर सर्वोच्च अदालतमे बहस हुइल रहे ।

प्रतिवादी चौधरी लगायत १४ जाने प्रतिवादीके ओरसे सफाइ पाई पर्ना कहटी बहस हुइल रहे । प्रतिवादीओरसे अधिवक्ताहुक्रे घटना राजनीतिक रहल कारण राजनीतिक तबरसे हल करे पर्ना ओ घटनामे संलग्न नइरहल व्यक्तिहुकनहे मुछल कहटी ओइनहे सफाइ डेहे पर्ना माग करल रहे ।

जवाफी बहसमे सरकारी वकिलके ओरसे घटनाके योजनाकार रेशमलाल चौधरी ओ लक्ष्मण थारु रहल जिकिर करल रहे । ओस्टेक और व्यक्तिहुकनके संलग्नतामे घटना कराइल कहटी ओइनहे हदैसमके सजाय हुई पर्ना ओ कैलाली जिल्ला अदालत तथा उच्च अदालत दिपायलके फैसला सही रहल बहस करल रहे ।
टिकापुरमे हुइल थरुहट आन्दोलनके क्रममे नेपाल प्रहरीके एसएसपी लक्ष्मण न्यौपानेसहित ७ प्रहरी ओ एक बालकके मृत्यु हुइल रहे ।

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