आयतित संस्कृतिसे हमार संस्कृतिहे असर

पहुरा समाचारदाता
सुर्खेत, २ जेठ । थारु समुदायके लोकबाजा बजैना ओ नाँच्न कला सीपके विकास लोप हुइटी गैल ओरसे थारु मन्डरा बजैना ओ नाँच सिखैना १० दिने प्रशिक्षण कार्यक्रम वीरेन्द्रनगरमे निम्जल बा ।
थारु समुदायके मौलिक लोकबाजा मन्डरा बजैना ओ नाँच्न कला जानल पुराना पुस्ता ओरैटी जैना नयाँ पुस्तासे परम्परागत अपन नइजन्ना ओरसे लखागिन थारु उत्थान मञ्च सुर्खेतके आयोजना ओ शिक्षा विकास निर्देशनालय कर्णाली प्रदेश सुर्खेतके आर्थिक सहयोग, राष्ट्रिय थारु कलाकार मञ्च सुर्खेतके सहकार्यमे प्रशिक्षण डेगिल हो ।
समापन कार्यक्रमके वकडा पहुना शिक्षा विकास निर्देशनालय सुर्खेतके निमित्त निर्देशक धनबहादुर विष्ट आयातित संस्कृति हिन्दी, विदेशी संस्कृतिसे हमार संस्कृति हेरैटी गैल बटैलै ।
यी अवस्थामे थारु समुदायके संस्कृतिफे और समुदायके प्रभावसे डिजिटल प्रविधिमे केल रमैना युवाहुकनहे मौलिक लोक बाजा तथा नाँच सिखैना बहुट सह्रानीय कार्य रहल बटैलै ।

सक्कु जातजाति समुदायके कला संस्कृतिके महत्व बा,’ उहाँ कहलै, ‘पुराना पुस्तासे नयाँ पुस्ताहे कला संस्कृति हस्तान्तरण कैना जरुरी रहल बा । अइना दिनमेफे थारु समुदायके परम्परागत सीप विकासमे सहयोग रही ।’ थारु युवा पुस्तासे सिखल मन्डरा बजैना सीप ओ नाँचहे व्यवहारमे लागू करे पर्ना उहाँ सुझावसमेत डेलै ।
थारु लोक बाजा बजैना ओ नाँच्न कला सीप ओ संस्कृतिके बारेमे नयाँ पुस्ताहे पत्ता नइहुके संस्कृतिप्रति चासो ओ सद्भाव हेरैटी गैल लखागिन थारु उत्थान मञ्च सुर्खेतके अध्यक्ष मान बहादुर चौधरी बटैलै ।
अपन लोकबाजा मन्डरा, कस्तार, मंजिरा समेत नइचिन्हा अवस्था आई सेकी,’ उहाँ कहलै, ‘थारु समुदायके मौलिक लोकबाजा मन्डरा बजैना ओ नाँच्न कला जानल पुराना पुस्ता ओरैटी जैना नयाँ पुस्तासे परम्परागत अपन नइजन्ना ओरसे युवा पुस्ताहे प्रशिक्षण डेहल हो । वर्तमान विश्व व्यापीकरण कैना आवश्यक बा ।’
अन्य समुदायके संस्कृतिके प्रभावमे पुराना थारु मन्डरा बजैना कला सीप रहल पुर्खाके समयमे पुस्तान्तरण हुई न नइसेक्लेसे संस्कृति सङ्कटमे परटी जैना ओरसे प्रशिक्षणके आवश्यकता रहल अध्यक्ष मान बहादुर बटैलै ।
उहाँ प्रशिक्षण कार्यक्रममे सखिया नाचके पैयाके ताल, घुमैरा पैयाके रहल २२ खोटके तालमध्ये ६ ठो ताल, ओस्टेक करके हरेक मौसम ओ खुशीमे नँच्ना छोक्रा मन्डरा ओ नाच, मघौटा मन्डरा ओ नाच, दङ्गहा मन्डरा ओ नाच सिखैना विधि तौरतरिका, समुदायमे यकर महत्व ओ वर्तमान टमान संस्कृतिके प्रभावके चुनौती ओ नयाँ पुस्तासे अपन संस्कृतिहे आत्मसात करे पर्ना लगायतके विषयमे प्रशिक्षण कैना बाट बटैलै ।

वीरेन्द्रनगर नगरपालिकाका २ नं के वडा सदस्य तथा कार्यपालिकाके सदस्य सरिता चौधरी थारु समुदायमे पुराना लोक परम्परा, लवाइखुवाइ, रहनसहन चालचलन बहुट महत्वपूर्ण रहल कारण कला संस्कृतिसंग जोरल मन्डरा ओ नाँच प्रशिक्षणसे नयाँपुस्तामे पुस्तान्तरण हुइना बाटसे अपने खुशी हुइल बटैलै । अपनेफे थारु समुदायके लाग कार्यक्रम माग करलेसे सहयोग कैना प्रतिवद्धता जनैली ।
वीरेन्द्र नगरपालिका वडा नं २ के वडासदस्य रमेश चौधरी, मन्डरा बजैना सिखैना प्रशिक्षक नरबहादुर चौधरी, लखागिन उत्थान मञ्च सुर्खेतके संरक्षक सनिसरा महतम, समाजसेवी टेकबहादुर चौधरी लगायतके वक्ताहुक्रे थारु नृत्य ओ मन्डरा प्रशिक्षणके लोप हुई लागल कला संस्कृति जागृत हुइना विश्वास व्यक्त करटी थारुहुकनके मौलिक पहिचान बचैना सक्कु जाने साथ डेहे पर्नामे जोड डेहल रहिट ।
कार्यक्रमके सञ्चालन लखागिन थारु उत्थान मञ्च सुर्खेतके उपाध्यक्ष लोक बहादुर चौधरीे करल रहिट । प्रशिक्षण कार्यक्रममे मन्डरा सिख्ना लउण्डा २० जाने ओ नाँच सिखना लउण्डी २० जाने रहल रहिट ।
