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दादुरा खोप अभियान सफल बनैना पालिका अध्यक्षसे आग्रह

पहुरा | २२ जेष्ठ २०८०, सोमबार
दादुरा खोप अभियान सफल बनैना पालिका अध्यक्षसे आग्रह

पहुरा समाचारदाता
हसुलिया, २२ जेठ ।
कैलारी गाउँपालिकाके अध्यक्ष राजसमझ चौधरी यिहे २५ गतेसे ३० गतेसम संचालन हुइना दादुरा, रुबेला खोप अभियान सफल बनैना आग्रह करले बटै ।

कैलारी गाउँपालिका स्वास्थ्य शाखाके आयोजनामे आज हसुलियामे हुइल अभिममुखीकरण कार्यक्रममे उहाँ वडा अध्यक्ष, भल्मन्सा, शिक्षकवर्ग, स्वास्थ्यकर्मीहुकनके उ आग्रह करल रहिट । दादुराविरुद्धके खोप लगैलेसे यी करिब पूर्ण रुपसे बचाइठ, गाउँपालिका अध्यक्ष कहलै, मने टमान कारणसे बालबालिका खोपसे बञ्चित हुइटी रहल बटै । यहाँ मुक्तकमैया, सुकुम्बासी, सीमित स्रोत रहल सीमान्तकृत परिवार बटै । ओइने रोजगारीके लाग घर छोरके कामके लाग अन्त्य जाई पर्ना ओ बालबालिकाफे संगे गैल कारण ओइने खोपसे बञ्चित हुइटै ।

विद्यालय ओ घर घरमे रहल बालबालिकानहे खोजके, प्रचार प्रसार करके, जनचेतना फैलाके खोप अभियानहे सहभागिता करैना उहाँ आग्रह करल रहिट ।

कैलारी गाउँपालिका स्वास्थ्य शाखा प्रमुख नरेशकुमार चौधरी ६ महिनासे उप्पर १५ बर्ष तरेक सक्कु बालबालिकाहे ६ ठो खोप केन्द्रसे खोप लगाई जैटी रहल बटैलै । जेठ २५ गते दिपेन्द्र मावि, छिमानन्द माविमे, जेठ २६ गते कालिका बाोडिङ स्कूल हसुलिया, जेठ २८ गते वनदेवी प्रावि मंझरामे, जेठ २९ गते जनसेवा प्रावि रानामुडा ओ जेठ ३० गते जनता आधारभूत विद्यालय मनाउमे खोप लगैना स्वास्थ्य शाखा प्रमुख बटैलै ।

कैलारी गाउँपालिकाके उपाध्यक्ष भगवतीकुमारी चौधरी हरेक बालबालिकाके खोप अधिकार सुनिश्चितता कैना सक्कु जानेक दायित्व रहल बटैली । विगतके दिनमे खोपसे बञ्चित हुईबेर टमान बालबालिका दादुरा, रुबेला रोगसे प्रभावित हुइल बटैली । पालिकामे संचालन हुुइ जैटी रहल अभियानहे अभिभावक, शिक्षक, भल्मन्सा ओ स्वास्थ्यकर्मीनके अहम भूमिका रहल उहाँ बटैली ।

अभिमुखीकरण कार्यक्रममे प्रमुख प्रशासकीय अधिकृत विरबहादुर ऐर, सामाजिक विकास प्रमुख यगम कलेल, सक्कु वडाके वडा अध्यक्ष, कार्यपालिका सदस्य, टमान शाखाके प्रमुख, स्वास्थ्यकर्मी लगायतके सहभागिता रहे ।

का हो दादुरा ?

बाल मृत्युके कारणमध्ये दादुरा एक प्रमुख कारण मानजाइठ । दादुरा बहुट हाली सरना संक्रामक रोग हो, जौन मिजल्स भाइरसके कारणसे हुइठ । रुबेलाफे भाइरस (रुबेला भाइरस) के कारणसे हुइना दादुराजस्टे संक्रामक रोग हो । यी रोग प्रायः ५ वर्ष टरेक बालबालिकामे ढेर लागठ । बालबालिकामे दादुराके संक्रमण हुइलेसे गम्भीर मेरिक जटिलता हुइनाके साथे मृत्युसमेत हुई सेकठ । रुबेला रोगके असर दादुरासे सामान्य मेरिक रहठ मने गर्भावस्थामे रुबेला संक्रमण हुइलेसे गर्भपतन हुइन, समय नइपुगके बच्चा जन्मन, मृत बच्चा जन्म हुइना तथा गम्भीर प्रकारके जन्मजात हुइना विकलांग देखा परे सेक्ठै ।

कैसिन रहठ लक्षण ?

जुरी अइना ओ शरीरममे लाल दाना विल्गैना, सरदीखोखी लग्ना, संक्रमितके सम्पर्कमे अइलेसे १०–१२ दिनपाछे केल दादुराके लक्षण (ज्वरो) देखा करठ कलेसे १२से २३ दिनपाछे रुबेलाके लक्षण देखा परठ । दादुराके संक्रमण जटिल हुइलेसे आँखीक अन्धोपना, हेग्नी लग्ना, कानके संक्रमण, निमोनिया, मस्तिष्कमे कडा खालके संक्रमण, कम्पन आदि हुई सेकठ ।

ओस्टेक करके रुबेलासे हाडजोर्नी सुवैना वा बठैना, मस्तिष्कमे कडा खालके संक्रमण गर्भपतन हुइना वा मृत लर्का जन्मना, रगत जम्ना क्षमतामे कमी आदि यैसिन जटिलताके कारण मृत्युसमेत हुई सेकठ । यिहीसे बच्न यी विरुद्धके खोप लगाई परठ ।

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