प्रदेश सरकारसे नीति तथा कार्यक्रम प्रस्तुत

पहुरा समाचारदाता
धनगढी, २५ जेठ । सुदूरपश्चिम प्रदेश सरकारसे अइना आर्थिक वर्ष २०८०/८१ के नीति तथा कार्यक्रम विफेक रोज प्रस्तुत करले बटै ।
प्रदेश प्रमुख देवराज जोशी अइना आर्थिक वर्ष २०८०/८१ के लाग नीति तथा कार्यक्रम प्रस्तुत कैलक हुइट । नीति तथा कार्यक्रम प्रस्तुत कैटि उहाँ अइना आर्थिक वर्ष २०८०/८१ मे सुदूरपश्चिम प्रदेश सरकारसे थारू जातिके बडघर ओ भलमन्सा प्रथाहे सम्बर्द्धन ओ व्यवस्थापन कैना आवश्यक सहयोग कैना, राउते, राजी, मुक्त कमैया, दलित, महिला लगायत पाछय परलक वर्गहन प्राथमिकतामे धारके बजेट बनैना बटैले बटै ।
ओस्टेक प्रदेश सरकारसे व्यावसायिक कृषि कैना कृषकहे शुन्य ब्याजदरमे ऋण उपलब्ध कैना, ऋण उपलब्ध कराइक लाग सरकारसे प्रदेश कृषि व्यवसाय प्रवद्र्धन कोष स्थापना कैना उहाँ बटैलै । उहे कोषमार्फत शून्य ब्याजदरमे ऋण उपलब्ध कैनाफे उहाँ जनैलै ।
उद्यमशीलता विकास, रोजगार एवम् स्वरोजगारमूलक कार्यक्रम, औद्योगिक जनशक्ति उत्पादन एवम् क्षमता विकास कार्यक्रम सञ्चालन करके प्रदेशके आर्थिक विकास, रोजगारी ओ गरिबी न्यूनीकरणमे टेवा पुगैना कार्यक्रमहे प्राथमिकता डेना बा । प्रदेश गौरव, रणनीतिक महत्व ओ रूपान्तरणकारी आयोजनाके सम्भाव्यता अध्ययन करके आयोजना बैंकमे सूचीकृत कैना कार्यहे उच्च प्राथमिकतामे रख्ना कहल बा ।
वैदेशिक रोजगारसे लौटल द्वन्द्व प्रभावित, अपांग घाहिल, सहिद परिवार, एकल महिला, मुक्त कमैया, कम्लहरी, हलिया, दलित, बादी, राजी, राउटे, सोनाहाँ, गरिबीके रेखाटरे रहल वर्ग ओ समुदायके स्वरोजगार बने चाहना युवायुवतीहे प्रदेश स्वरोजगार कोषमार्फत सिपमूलक तालिम तथा सहुलियत ब्याजदरमे कर्जा प्रदान करके स्वरोजगार ओ उद्यमशील प्रेरित कैजाई ।
प्रदेश सरकारसे कृषकके सहयोगी” कना नाराके साथ कृषि क्षेत्रके लागत न्यूनीकरण करटी उत्पादन तथा उत्पादकत्व वृद्धि कैना विद्युत, कृषि बिमा, कृषि कर्जा, बिउ, बेर्ना, नश्ल, रासायनिक मल ओ कृषि यन्त्र उपकरणमे प्रदान करटी आइल सहुलियतहे निरन्तरता डेना कहल बा ।
कृषि क्षेत्रके आधुनिकीकरण, व्यावसायीकरण आमे बजारीकरण प्रवर्धन कैना कार्यक्रम प्राथमिकताके साथ कार्यान्वयन कैना कहल बा । बहुतले खेती (भर्टिकल फार्मिंग, नमुना फार्म स्थापना, चैते तथा मसिना धान प्रवर्धन, अभियानमुखी मकै भटमास प्रवर्धन, फलफूल बगैंचा स्थापना, छेगरी, भेरी, च्यांग्रा, मच्छरी, बंगुरपालन ओ कृषि तथा पशुपन्छी उत्पादन बजारीकरण सहयोग कार्यक्रम सञ्चालन कैनाके साथे उत्पादनके बजारीकरणके लाग लागत साझेदारीमे कृषि एम्बुलेन्स सेवा सञ्चालन कैना कहल बा ।
कृषि उत्पादन वृद्धि कैना बाह्रै महिना खेतीके लाग साना सिंचाइ निर्माण तथा मर्मत कार्यक्रम सञ्चालन कैना स्थानीय तहहे सशर्त वित्तीय हस्तान्तरण कैना बा ।
प्रदेशभिटर रहल सुकुम्बासी, भूमिहीन दलित तथा अव्यवस्थित बसोबासीके व्यवस्थापन ओ मुक्त कमैया, हलिया तथा कम्लहरीके पुनःस्थापनाके लाग सरोकारवाला निकायसंग समन्वय ओ सहकार्य कैना बा ।
युवा उद्यमशीलता विकास कैना स्टार्ट अप उद्यम कर्जा कोष स्थापना करके वैदेशिक रोजगारीसे लौटल २०० जाने युवाहे स्टार्ट अप उद्यम कर्जा उपलब्ध करैना बा । संघ ओ स्थानीय तहके समान प्रकृतिके कार्यक्रमससंग साझेदारी करके उद्यमशीलता विकास सम्बन्धि कार्यक्रम सञ्चालन कैना बा ।
कैलालीके अत्तरिया आसपास रुख बिरुवा कम रहल ओ अतिक्रमणके जोखिम रहल वन क्षेत्रमे संघ सरकारसँगके समन्वयमे प्रदेशस्तरीय चिडियाखाना स्थापनाके क्षेत्र निर्धारण, सीमांकन ओ गुरुयोजना तयार करके अइना आर्थिक वर्षभिटर स्वीकृत करके कार्य प्रारम्भ कैना बा ।
गरिब, विपन्न, सहिद तथा बेपत्ता परिवार, अपांग, महिला, दलित, मुक्त कम्लहरी, हलिया ओ सीमान्तकृत वर्गके छात्रछात्रा तथा जेहेन्दार विद्यार्थीहे उच्च शिक्षा ओ चिकित्सा शिक्षाओरके एमबिबिएस ओ एमडी अध्ययन कैना छात्रवृत्ति डेना कार्यक्रमहे निरन्तरता डेना बा ।
प्रदेशभिटरके टमान जातजातिके पहिचान, भाषा, धर्म, संस्कार, संस्कृति, कला, साहित्यके उत्थान, संरक्षण ओ विकास कैना बा । प्रदेशभिटर रहल ऐतिहासिक, पुरातात्विक तथा साँस्कृतिक महत्वके सम्पदाके खोज तथा अन्वेषण करके अभिलेखीकरण कैना बा । प्रदेशस्तरीय संग्रहालय स्थापना ओ सञ्चालनके सम्भाव्यता अध्ययन कैना । भाषा, साहित्य, कला ओ संस्कृतिके संरक्षण, सम्वर्द्धन ओ विकासमे संलग्न संस्थाके क्षमता विकास कैना बा ।
ग्रामीण क्षेत्रके सीमान्तकृत महिलाके क्षमता अभिवृद्धि करके जीवनस्तर सुधार कैना बा । विपन्न, संकटग्रस्त, वञ्चितीमे परल महिलाके क्षमता विकास तथा सशक्तीकरणके लाग कार्यक्रम सञ्चालन कैनाके साथे विशेषतः थारू, बादी, राजी, सोनाहाँ, कम्लहरी, मुक्त कमैया ओ राउटे समुदायके महिला तथा किशोरीके लाग लक्षित आर्थिक तथा सामाजिक कार्यक्रम सञ्चालन कैना प्रदेश प्रमुख जोशी बटैलै ।
