थारु राष्ट्रिय दैनिक
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‘ सुुप कला प्रतिष्ठानसे टमान व्यक्तित्वहे सम्मान ’

संस्कृति पहिचान होः मन्त्री साउद

पहुरा | २७ जेष्ठ २०८०, शनिबार
संस्कृति पहिचान होः मन्त्री साउद

पहुरा समाचारदाता
धनगढी, २७ जेठ ।
सुदूरपश्चिम प्रदेश सामाजिक विकास मन्त्री झपटबहादुर साउद कौनोफे समुदायके संस्कृति ओइनके पहिचान रहल बाट बटैले बटै ।

सुुदूरपश्चिमाञ्चल कला प्रतिष्ठानके आयोजनामे शुकके रोज धनगढीमे हुइल सुपक राष्टिय सम्मान २०८० तथा विविध सांगीतिक कार्यक्रममे बोल्टी उहाँ यी बाट बटाइल रहिट । हम्रे छारा संस्कृतिके विरुद्धमे बाटी, मने अपन संस्कृति जोगाई परठ, सामाजिक विकास मन्त्री साउद कहलै, ’हमार संस्कृति कलेक हमार पहिचान हो । सुदूरपश्चिम कला ओ संस्कृतिके धनी प्रदेश हो । हमार अपने मौलिक कला, संस्कृति बा । तराई क्षेत्रमे रानाथारु, थारु समुदायके अपने संस्कृति बा । पहाडमे बसोबास करुइयाके अपने खालके संस्कृति बा ।’

मन्त्री साउद यहाँके कला, संस्कृति प्रवद्र्धनके लाग सुदूरपश्चिम प्रज्ञा प्रतिष्ठान रहल बटैलै । प्रज्ञा प्रतिष्ठानहे बल्गर बनैना जरुरी बा । टमान विधामे आवद्ध रहल कलाकारहुकनके लाग नीति कार्यक्रम ओ बजेटके व्यवस्था कैना उहाँ प्रतिबद्धता जनैलै । प्रदेशमे चलचित्र विकास बोर्ड का बनाई सेक्जाई ओकर लाग आर्थिकके खाँचो परे सेकठ ओकर लाग नीति ऐन बनाके बजेटके व्यवस्था कैना उहाँ बटैलै ।

प्रदेशसभा सदस्य लक्ष्मणकिशोर चौधरी सरकार खेलाडी ओ कलाकारहुकन राष्ट्रके गहनाके रुपके लेके प्रयोग केल करल बटैले बटै । उहाँ कहलै, हम्रे कौनो गहना आवश्यकता महशुस हुइठ टबकेल लगैठी । आवश्यकता नइपरठ परठ टे कोनुवा ठन्यक्या डेठी । ओस्टे अवस्था कलाकारहुकनके बा । राज्यसे कलाकारहुकनके सम्मान करे नइसेकल उहाँ बटैलै । राज्यके अब्बे चार ठो अंग बा । यम्ने पाँचा अंगमे खेलाडी ओ कलाकारफे ठप्ना आग्रह करलै । सुदूरपश्चिम प्रदेशमे नीति तथा कार्यक्रममे खेलाडीहुकनहे सम्बोधन करलेसेफे कलाकारहुकन कहु सम्बोधन नइकरल उहाँ बटैलै ।

नेपाल चलचित्र निर्माण संघके अध्यक्ष नवलसिंह खडका नेपाल सरकारसे चलचित्र बोडके लाग जम्मा चार करोड बजेट विनियोजन करल मने अपनेहुक्रे राज्यहे बार्षिक २५ करोड राजश्व तिरटी रहल बटैलै । उहाँ सुदूरपश्चिम प्रदेशमेफे चलचित्र विकास बोर्ड गठन कैना माग करलै ।

सुदूरपश्चिम प्रज्ञा प्रतिष्ठानके उपकुलपति डा. टिएन जोशी सुुदूरपश्चिमाञ्चल कला प्रतिष्ठानसे अपने लगायत यहाँके श्रष्टाहुकनहे योगदानके कदर करल बटैलै । राज्यसे कलाकार ओ श्रष्टाहुकनहे सम्मान करे नइसेक्लेसेफे नीजि क्षेत्र डेना सम्मान कलेक प्रोत्साहन कैना हो । उहाँ कलाकारहुकनके लाग सुदूरपश्चिम प्रज्ञा प्रतिष्ठानसे हुइना सहयोगमे पाछे नइपर्ना प्रतिबद्धता जनैलै ।

सुुदूरपश्चिमाञ्चल कला प्रतिष्ठानके अध्यक्ष अम्बिका प्रसाद आचार्यके अध्यक्षतामे हुइल कार्यक्रमके संचालन महासचिव गुणाकर पनेरु करल रहिट । सुपक राष्टिय सम्मान २०८० तथा विविध सांगीतिक कार्यक्रममे टमान कलाकारहुकनसे प्रस्तुत डेखागिल बा ।

सुुप कला प्रतिष्ठानसे टमान व्यक्तित्वहे सम्मान

सुुदूरपश्चिमाञ्चल कला प्रतिष्ठानसे कला क्षेत्रके टमान आयाम साहित्य, संगीत, ललितकला, लोक संस्कृतीमे योगदान करुइयनहे सम्मान करले बा ।

सम्मानित हुइलमे शिवदत्त पन्त, यज्ञराज जोशी (यात्री) उदयसिंह बोेहरा, दलबहादुर बोगटी, श्रेष्ठ प्रिया पत्थर, महेश विक्रम शाह, नरबहादुर बटाला, पदमराज जोशी (प्रभात), डिग्रा वादी, किशोर भण्डारी, भोेजराज भट्ट, ताराप्रसाद ओझा, लक्ष्मीदेवी बोहरा, टेकबहादुर भगोरिया, नवल खडका, रामलाल जोशी, सुधराम दहित, रामदेव राना, पवित्रा भण्डारी रहल बटै ।

ओस्टेक पहुरा थारु दैनिक, प्रदीप तुलाधर, डा. टिएन जोशी, डा. पुष्करराज भट्ट, राजकुमार जोशी, प्रमिला चौधरी, देवीचन पुन, फुल सोइक्रर राना, अमर सुनार, ध्वजबहादुर महरा, सुनिता दहित, जिवि आग्री, प्रेम पौडेल ओ झरना बोहरा रहल बटै । प्रतिष्ठानसे पहिले चो २०७० सालमे यी सम्मानसे ८० जनहनहे सम्मान करल रहे ।

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