सीमा क्षेत्रके नेपालीहे समस्यै समस्या

पहुरा समाचारदाता
धनगढी, ४ असार । सीमा क्षेत्रमे बसोबास करुइया नेपालीहुक्रे अपन मानव अधिकारसे बञ्चित हुई परल बटैले बटै ।
राष्टिय मानव अधिकार आयोग ओ फियान नेपाल सुदूरपश्चिम प्रदेश कार्यालयसे सोम्मारके रोज धनगढीमे संयुक्त रुपमे आयोजना कैगिल कार्यक्रममे सीमा क्षेत्रमे बसोबास करुइया नेपालीहुक्रे मानव अधिकारसे बञ्चित हुइल बटैले रहिट । कैलारी गाउँपालिका वडा नम्बर ३ शिवरत्नपुर निवासी कमल चौधरी बर्खाके बेला मोहनामे पानी सतह बह्रेबेर स्वास्थ्य उपचारके लाग भारतके सहारा लागे पर्ना बाध्यता रहल बटैलै । उहाँ कहलै, स्वास्थ्य संगे शिक्षा लेहक लागफे समस्या हुइल बा ।
शिवरत्नपुर बासीके बरसौसे पुल चिहुरना सपना रहे, उहाँ कहलै, गैल बरसके बाढसे झोलुङ पुलके दक्षिण पिल्लर काटके लैगिल बा । यहाँक बासी सदियौंसे लाउके सहारा लेहे पर्ना अवस्था बा । बाढ आइल दिन विद्यार्गीनके पह्राई छुटना, महिला तथा वालबालिका खोपसे बञ्चित हुई परल बा ।
शिवरत्नपुरमे गैल बरस १५ लाख प्रदेश ओ ५ लाख स्थानीय तहके सहयोगमे निर्माण हुइल भौतिक जैविक तटबन्ध पुहलसंगे १५ घरधुरीफे विस्थापित हुइल बटैलै । भारतके बनुवासे कुछ सेवा लेहक भारतीय सरकारहे लेवी, चाउर ओ जनश्रमदान करे पर्ना बाध्यता रहल उहाँ बटैलै । दुधुवा नेशनल पार्कसे शिवरत्नापुर गाउँ जोरसे जंंगली जनाबरसेफे दुःख पाइल उहाँ बटैेलै ।
कञ्चनपुर जिल्ला पुनर्बास नगरपालिका वडा नम्बर ९ विचफाँटाके कुवेर नाथ सीमा विवादके कारण नेपालीहुुक्रे दुःख पाइल बटैलै । उहाँ कहलै, १९५ नम्बर सीमा पिल्लर विवादित बा । विवादके कारण तारबार नइहुके नेपाली भुमिमे उत्पादन हुइल बस्तु बचाई नइसेककल नाथ बटैलै । दुधुवा नेशनल पार्कसे आइल जीवजनाबर यहाँके वाली नष्ट करल बटैलै । भारतीय एसएसबीसे नेपाली दिदीबाबुनहे दुव्र्यवहार करल घटनाफे उहाँ सुनैलै ।
दोदा लडियक कारण सीमासे जोरल पुनर्वास वडा नम्बर ७ परासनबासी बनवारी रानाके पीडा और दुखद बटीन । मोर छाई यी क्षेत्रके टप विद्यार्थी रहे, ओकर चाहना कलेक एमविविएस कैके डाक्टर बन्ना रहिस,’ उहाँ कहलै, ‘छाई प्लस टु पास हुइलपाछे मै काठमाण्डौ लैगिनु । २०६६÷२०६७ सालके बाट हो, काठमाण्डौके नेम्स कना ठाउँमे एमविविएस पह्रना कटरा लागठ कहिके पुछेबेर, महीहे ४० लाख लग्ना बटागिल ।’बनवारी कहलै, ‘मै सोच्नु जग्गा धितो ढारु कलेसे बैंक नइलेहठ । छाईके कैसिक पह्रैना हो टे ? जग्गा बैंकमे धारके लोन नइपाइलपाछे छाईक एमविविएस पह्रना सपना अधुरा हुइल ।’
एमविविएस पह्रैना पैसा नइहुइलपाछे फार्मेसीके कोर्ष पुछेबेर १६÷१७ लाख कहलपाछे छाईहे इण्डियामे पहै्रनु वहाँ ४ लाखमे कोर्ष पुरा हुइल बनवारी कहलै । इण्डियासे छाई वि.फार्मेसीमे मजा करलपाछे वहाँक उपराष्ट्रपतिसे गोल्ड मेडलसे सम्मानितफे हुइल अनुभव सुनैलै । अब्बे एम. फर करके पिएचडीके लाग अमेरिकामे रहल उहाँ बटैलै । पुर्खौली सम्पतिके नाउँमे ३ विघा जमिन बा । यहाँ सीमा तथा दोदा लडिया प्रभावित हुइलक कारण छाई सपना पुरा करे नइसेक्नु, बनवारी कहलै ।
इन्सेक प्रदेश संयोजक खडकराज जोशी राष्टिय मानव अधिकार आयोगसे सरकारहे सिफारिस करल मुद्दा समस्याके सुनुवाई १० प्रतिशत केल हुइना बटैलै । सीमा क्षेत्रमे नेपाली नागरिक चारु ओरसे दुुख झेले परल बटैलै । उहाँ कहलै, फोरमे उठाइल बाट कार्यान्वयन नइहुइलेसे बोल्लेक कु फाइदा नइरही । राष्ट्रिय अपांगता महासंघ प्रदेश अध्यक्ष मानबहादुर साउद बाढ प्रकोपके बेला अपांगता रहल व्यक्ति दुःख पैटी रहल बटैलै ।
कैलारी गाउँपालिकाके अध्यक्ष राजसमझ चौधरी कैलारी सुगम जिल्लाके दुर्र्गम क्षेत्रमे परल बटैलै । यी पालिका सीमासे जोरल बा । यहाँ मोहना, खुटिया, घुरहा, कटैनी लडियाके कारण यहाँक नेपालीहे समस्या बा । लडिया कटान डुबान, जंगली जनाबरसे यहाँके बासी समस्या बटै । यी लडियामे भारी तटबन्धके आवश्यकता बा । स्थानीय तहके बजेटसे नइभिइयना ओरसे प्रदेश ओ संघसे सहयोग करे पर्ना उहाँ बटैलै ।
पुनर्वास नगरपालिकाके प्रमुख तोयराज शर्मा नीतिमे विभेदके कारण सीमाबासी नेपालीके मानव अधिकार हनन हुइल बटैलै । बोलल बाटफे सुनुवाई नइहुइल बटैलै ।
आन्तरिक मामिला तथा कानून मन्त्री पृथ्वीबहादुर सिंहके वडका पहुनामे हुइल कार्यक्रममे उहाँ सीमावासी नेपालीके समस्या न्यूनिकरणके लाग प्रदेश ओ स्थानीय सरकार समन्वय सहकार्य करके आघे बह्रना जरुरी रहल बटैलै । कार्यक्रममे प्रदेशसभा प्रमुख जिल्ला अधिकारी यूवराज कटटेल, सदस्य दिर्घ सोडारी, विरबहादुर थापा, धर्मराज पाठक सीमा क्षेत्रके नेपालीनसे भोग्टी आइल समस्याबारे अपन बाट राखल रहिट ।

राष्टिय मानव अधिकार आयोग सुदूरपश्चिम प्रदेश प्रमुख हरि प्रसाद ज्ञवालीके अध्यक्षतामे हुइल कार्यक्रमके बारे फियान नेपाल सुदूरपश्चिम प्रदेश संयोजक मुकुन्ड राना जानकारी डेहल रहिट । कार्यक्रममे आयोगके प्रमुख हरि प्रसाद ज्ञवाली ओ फियान नेपालके निर्देशक अशोक सिंह सीमा क्षेत्रके अध्ययन प्रतिवेदन प्रस्तुत करले रहिट । कार्यक्रमके संचालन राष्टिय मानव अधिकार आयोग सुदूरपश्चिम प्रदेश गणेश जोशी करले रहिट ।
