डेगु बह्रटा सचेत हुई
बर्खायाम सुरु हुइलसंगे पानी परे लागलपाछे सङ्क्रमण बह्रटी गैल बा । निरन्तरके वर्षा ओ पानीसे सङ्क्रमण अभिन बह्रना जोखिम बा । पानी जम्न सफा ठाउँमे ‘एडिज एजिप्टी ओ एडिस एल्बोपिक्टस’ प्रजातिके मच्छर अण्डा पारठ । उ अण्डासे लार्भा निकरठ ओ उहे लार्भा भारी हुके काटलपाछे डेङगु रोग लागठ । सुदूरपश्चिम प्रदेश सामाजिक विकास मन्त्रालय स्वास्थ्य निर्देशनालय डोटीसे डेहल जानकारी अनुसार सन २०२३ के जनवरीसे जुलाई महिनासम २७९ जनहनमे डेंगु रोगके संक्रमण डेखल बा । सुदूरपश्चिम प्रदेशके नौ जिल्लामे डेंगु रोगके संक्रमण डेखल बा कलेसे सबसे ढेर दार्चुला जिल्लामे यी रोग डेखा परल स्वास्थ्य निर्देशनालय जनैले बा ।
गैल वर्ष ५५ हजारसे ढेरहे सङ्क्रमण ओ ८८ जानेक सङ्क्रमणके कारणसे निधन हुइल रहे । डेङगुसे मृत्यु हुइल मन्से ५० प्रतिशतसे ढेर मृत्यु ५५ वर्ष वा उहीसे ढेर उमेर समूहके रहल पाइल बा । मृत्यु हुइल व्यक्तिमे डेङगुसंगे निमोनिया, स्क्रवटाइफसलगायतके सङ्क्रमणसमेत पाइल बा । यी प्रदेशमे सन २०२३ के जुलाईसम सबसे ढेर दार्चुलामे दार्चुलामे १८८ जान, कञ्चनपुरमे ३९, कैलालीमे १४, अछाममे १७, बझाङमे ६, बैतडीमे ५, डोटी व बाजुरामे ४÷४ जाने, डडेल्धुरामे २ जान डेंगु रोगके संक्रमण डेखल बा ।
सन २०२३ सालमे प्रदेशगत तथ्यांक हेर्ना हो कलेसे सबसे ढेर जोखिम कोशी प्रदेश रहल बा । यी प्रदेशमे एक हजार ७४६ जाने, वागमति प्रदेशमे ४ सय ६८ जाने, सुदूरपश्चिम प्रदेशमे २ सय ७९ जाने, गण्डकी प्रदेशमे २ सय ६९ जाने, लुम्बिनी प्रदेशमे १ सय ३४ जाने, कर्णाली प्रदेशमे १८ जाने, मधेश प्रदेशमे १६ जाने करके कुल २९ सय ३० जाने रहल बटै । मुलुकमे १० जिल्ला सबसे जोखिममे रहल बा । जेम्ने सुनसरीमे १५ सय ७१, धादिङमे २५८, दार्चुलामे १८८, कास्कीमे १४९, संखुवासभामे ५८, काठमाण्डौमे ४६, कञ्चनपुरमे ३९, भक्तपुरमे ३५, म्याग्दीमे ३५, झापामे ३२ जाने रहल बटै ।
वर्षायामसंगे डेङगु रोग सर्ना लामखुट्टेके वृद्धि विकास हुइना स्थान प्रचुर मात्रामे हुइना ओरसे बहुपक्षीय समन्वय ओ सहकार्य बिना लामखुट्टे नियन्त्रण कैना कठिन हुइना, डेङगुु पहिचानके लाग आवश्यक डेङगु किटके अभाव, लामखुट्टेके निगरानी कैना इन्टोमोलोविष्ट तथा आर्थिक स्रोतके अभाव, स्वास्थ्य मन्त्रालयबाहेक अन्य सरोकारवाला मन्त्रालयके भूमिकाहे पैरवी हुई नइसेकल हो ।
लामखुट्टेसे बाँचेक लाग सदा झुल टाँगके केल सुत्न, खेतबारीममे काम करेबेर नम्मा बाहुला रहल लुगा लगैना, घरके झ्यालढोकामे जाली लगैना अनुरोध करल बा । अस्टे सम्भव हुइटसम लामखुट्टे भगैना धुप वा मलमके प्रयोग कैना, घरपालुवा पशुपक्षी व्यवस्थित ढंगसे पल्न ओ घर वरपर गमला, टायर वा कौनोफे खुला भाँडामे पानी जमे नइडेना चाही । महाशाखाके अनुसार यिहे असार २७ गते एक हजार तीन सय ३७ सङ्क्रमण हुइलमे सावन १ गतेसम आइपुगके सख््या बह्रके दुई हजार नौ सय ३० पुगल बा । स्वास्थ्य तथा जनसंख्या मन्त्रालयसे डेङगु सङ्क्रमण भदौ ओ कुवाँर महिनामे उच्च हुइना प्रक्षेपण करले बा । टबमारे सक्कु जाने यी रोगसे बाँचेक लाग सचेत हुई ।