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पञ्चवर्षीय योजनाक लाग सुझाव संकलन

पहुरा | १० श्रावण २०८०, बुधबार
पञ्चवर्षीय योजनाक लाग सुझाव संकलन

पहुरा समाचारदाता
धनगढी, १० सावन ।
सुदूरपश्चिम प्रदेश सरकार प्रदेश नीति तथा योजना आयोग कैलालीके आयोजनामे १६औं पञ्चवर्षीय योजनाके लाग सुझाव संकलन कैगिल बा ।

सुदूरपश्चिम प्रदेशके मुख्यमन्त्री माननीय कमलबहादुर शाहके अध्यक्षतामे हुइलक सुझाव संकलन कार्यक्रममे सुदूरपश्चिम प्रदेशके भौतिक पुर्वाधार मन्त्री प्रकाशबहादुर देउवा, आर्थिक मामिला मन्त्री नरेशकुमार शाही, प्रदेशके उपसभामुख कोइलीदेवी चौधरी, उद्योग पर्यटन वन तथा वातावरण मन्त्री रमेशसिंह धामी, सामाजिक विकास मन्त्री झपटबहादुर साउँद, सुदूरपश्चिम प्रदेश सभाके माननीयहुक्रे, नीति तथा योजना आयोगके कर्मचारीक सहभागिता रहे ।

कार्यक्रममे आर्थिक समाजिक तथा पुर्वाधार विकासके क्षेत्रमे सुदूरपश्चिम प्रदेशके लाग १६औं योजनामे समावेश करे पर्ना राष्ट्रिय गौरवके साथे अन्य सम्भावित वृहत आयोजनाके सम्बन्धम सल्लाह सुझाव संकलन कैगिल बा ।

उ कार्यक्रममे स्थानीयस्तरमे आवश्यक पर्ना विकासके योजनाके सुक्ष्म अध्ययन कैके योजना निर्माण कैना, पञ्चेश्वर/सेती परियोजना, महाकाली कोरिडोर समयमे सम्पन्न करे पर्ना सुझाव आइल भौतिक पुर्वधार मन्त्री प्रकाशबहादुर देउवा बटैलै । पहाडी क्षेत्रमे द्रुत गतिमे विकास कैके सुविधा सम्पन्न बनाके आन्तरिक तथा वाह्य पर्यटक भित्रयाइ पर्ना, उत्तर–दक्षिण सीमा खोले पर्ना, अघिल्का पञ्चवर्षीय योजनाहे निरन्तरता डेना परम्पराहे त्याग कैके नयाँ योजना नाने पर्ना सुझाव आइलफे उहाँ बटैलै ।

फाष्ट ट्रयाक बनैना काम समेत अलपत्र अवस्थामे रहल, स्वास्थ्य÷शिक्षाके गुणस्तर खस्कटी गैल ओरसे सुधार कैना जरूरी रहल, सु.प.प्रदेशमे टिना÷फलफूल खेतीके बजार तथा व्यवस्थापन नइकरल कारण ओझेलमे परल, केन्द्रीय सरकारसे सुप प्रदेशहे वडा तह सरहके मान्न करल ओरसे पहिले सोचलसेफे खोट हटाई पर्ना, प्रदेश÷केन्द्रीय सरकारसे ताक्लाकोट, महाकाली कोरिडोर, सेती फाष्ट ट्रयाक, सेती परियोजनामे ध्यान नइडेहल बाट आइल बा ।

गौरवके योजना कहिके नाम डेना मने काम सम्पन्न कैना दशौं वर्ष लगैना परम्परा रहल, पुरान योजना अलपत्र अवस्थामे रहल ओरसे पहिले उ योजना सम्पन्न करके केल नयाँ योजना तयार करे पर्ना, नीतिगत भ्रष्टाचार/दलालीके लाग नयाँ योजना बनाके राज्य कोषके रकम सिद्धाइक लाग नाने खोजल कहल बा ।

स्वास्थ्य संस्था रहल ठाउँमे सेवा÷सुविधा नइडेके अपन निर्वाचन क्षेत्रमे प्रादेशिक अस्पताल बनैना कहिके अभिव्यक्ति डेना हास्यास्पद रहल, गेटामे मेडिकल कलेज÷प्रतिष्ठान÷विश्वविद्यालय का बनैना कहिके केन्द्रीय सरकारसे स्पष्ट नइकरल समयमे प्रदेश सरकारसे आधिकारिक धारणा सार्वजनिक नइकरल कहल बा ।

गेटामे मेडिकल विश्वविद्यालय बनैना कहिके सक्कु माननीय एकजुट हुई, भ्रष्टाचारके हांगा केल पक्रना मूल जरमे नइपुग्न चलन पहिलेसे चल्टी आइल, धार्मिक मठ÷मन्दिरके फे सरकारसे वेवास्था करल कहल बा ।

काठमाडौंमे सय वर्ष पुरान मन्दिर भत्केसेफे प्राकृतिक सम्पदामे सूचीकृत हुइना मने सु.प.प्रदेशके सदियौं वर्ष पुराना मठ÷मन्दिर सम्पदामे सूचीकृत हुई नइसेकल, केन्द्रीय सरकारसे पन्धौं पञ्चवर्षीय योजना सुप प्रदेशमे लागु करलमे ओकर करिब ५ प्रतिशत काम केल हुई सेकल, अब्बे संघीयता कार्यान्वयन कैना तरिकाके योजना नाने पर्ना सुझाव आइल बा ।

लक्षित वर्गमे पुग्न सेवा एक्के ठाउँमे डेहे पर्ना, सुप प्रदेशमे एक ठो फे राष्ट्रियस्तरके सडकके योजना नइहो, कर्मचारी समायोजन तथा प्रदेश प्रहरीके समायोजन प्रति स्पष्ट नइहुइल ओरसे विविध समस्या उत्पन्न हुइल, सम्माननीय प्रधानमन्त्रीके भारत भ्रमणसे सबसे ढेर फाइदा सु.प.प्रदेश हुइल कहल बा ।

एडिबिसे सुप प्रदेशमे पर्यटन विकासके लाग चासो राखल ओ ओम्नेफे विशेष करके खप्तड क्षेत्रहे प्राथमिकतामे धारल बा, औद्योगिक क्षेत्र, सुक्खा बन्दरगाह, टमान गौरवके आयोजना समेतके विषयमे बाट/छ्लफल व्यक्त कैगिल बा ।

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