धनगढीमे डेंगू नियन्त्रण कैना लार्भा खोज ओ नष्ट कर अभियान

पहुरा समाचारदाता
धनगढी, १३ सावन । धनगढी उपमहानगरपालिकासे टोल टोलमे पुगके लार्भा खोज ओ नष्ट कर अभियान संचालन करले बा ।
पछिल्का कुछ दिन यहोर डेंगूके संक्रमण भयावह रुपमे बह्रे लागलपाछे मच्छरके कटाईसे सर्ना सर्ना डेंगू नियन्त्रण करेक लाग अभियानके सुरुवाट करल धनगढीके नगरप्रमुख गोपाल हमाल १९ वडामे लार्भा खोजी कैना ओ नष्ट कैना कार्य सुरुवाट करल बटैलै ।
डेंगू मच्छरके कटाईसे सर्ना रोग हो । यी रोग एडिस एजिप्टाई जातके पोथी मच्छरके कटाईसे सर्ना रोग हो । यी मच्छर ग्रामीण क्षेत्रके तुलनामे शहरी क्षेत्रमे ज्यादा पैठै । पानी जम्ना ठाउँमे टीनके डब्बा, रंगके खाली डब्बा, थोत्रो टायर, अलकत्रा वा मट्टितेलके खाली ड्रम, फुलदानी, गमला, पानीके ट्ंयाकी आदिमे यी अण्डा पारठ । सहरी क्षेत्रमे यैसिन वस्तु पर्याप्तमात्रामे रहल ओरसेफे यी मच्छर सहरमे ढेर हुइना करठ ।
डेंगू एडिस एजेप्टाई ओ एडिस एल्वौपेक्टस नामक मच्छरके कटाईसे हुइना तीव्र भाइरल संक्रमण हो । यी भाइरस डेंगु १, डेंगु २, डेंगु ३ ओ डेंगु ४ करके चार मेरिक रहठै । एडिज मच्छर करिया रंगके रहठै, जेम्ने उज्जर थोप्लाफे विल्गाइठ । यी मच्छर विशेष करके दुपहर कटना करठै । औलो उत्पन्न कैना मच्छर फोहर पानीमे पैना हुइलेसेफे डेंगू सर्र्ना मच्छर टमान दिनसे हलचल नइहुइल स्वच्छ पानीमे अण्डा परठै ।
डेंगू रोग क्लासिक डेंगू, हेमोरेजिक ओ साक सिन्ड्रोम करके तीन मेरिक रहठै । क्लासिक डेंगू सामान्य प्रकारके डेंगू हो । यी अपनही निको हुइठ, मृत्युके सम्भावना कम रहठ । मने यदि कौनो व्यक्तिहे डेंगू हेमोरेजिक ज्वरो वा डेंगू साक सिन्ड्रोम हुइल बा कलेसे यकर उचित मेरिक उपचार नइकरलेसे मृत्यु हुई सेकठ ।
जुरी घटैना सिटामोल खाई परठ ओ प्रशस्त झोल पदार्थ खाई परठ । मने जुरी घटैना कहिके एस्पीरीन तथा आईबुप्रोफेन भर खाई नइपरठ । डेंगू जुरी विरुद्धके खोप तथा खास उपचार समेत नइहरल ओरसे मच्छरके कटार्ईसे बच्न यी रोगके बचावटके मुख्य उपाय हो ।
