शिक्षक–कर्मचारीसे शिक्षा विकास तथा समन्वय इकाइमे धर्ना

पहुरा समाचारदाता
धनगढी, ३१ सावन । आन्दोलित नेपाल सरकार संग विगतमे हुइल टमान सहमति ओ सम्भौता कार्यन्वयनके माग करटी कैलाली लगायत देशभरके सामुदायिक विद्यालयमे कार्यरत शिक्षक, कर्मचारीसे मंगरके रोज शिक्षा विकास तथा समन्वय इकाइमे धर्ना डेले बटै ।
सरकारसे नाने लागल विद्यालय शिक्षा ऐन २०८० के मस्यौदा सार्वजनिक हुइलपाछे शिक्षक कर्मचारी आन्दोलित हुइटी नेपाल शिक्षक महासंघके आयोजनामे शिक्षा विकास तथा समन्वय इकाइमे धर्ना डेहल हो ।
नेपाल शिक्षक महासंघ राष्ट्रिय समिति ओ नेपाल सरकार विच २०७५ फागुन ९ गते सहमति हुइल ३० बँुदे ओ २०७८ बैशाख २० गते सहमति हुइल ५१ बुँदे कार्यान्वयनके माग कैगिल महासंघ जनैले बा ।
“मस्यौदासे स्थायी, अस्थायी करार, राहत साविक उमावि, बालकक्षा, विशेष शिक्षा, शिक्षण सिकाइ अनुदान प्राविधिक धार संस्थागत विद्यालयके शिक्षक लगायत सक्कु खाले शिक्षक ओ विद्यालय कर्मचारीके ढेर माग मुद्दाके सम्बोधन करे नइसेकल हो ।” देशमे पत्रकार, डाक्टर, राजनितिज्ञ, वैज्ञानिक बनैना शिक्षक मने बारबार शिक्षक उप्पर राज्यसे उचित व्यवहार डेखाई नइसेकल नेपाल शिक्षक महासंघ जनैले बा ।
२०७५ साल ओ ओकरपाछे स्थायी रहल शिक्षकहे पुराने प्रणालीसे पेन्सन डेहे पर्ना माग फे यम्ने समेटल नइहो । समग्रमे यी शिक्षक कर्मचारीके मुख्य माग मुद्दा सम्बोधन नइकरल हो, शिक्षण पेसाप्रतिके आकर्षण ओ सम्मानममे समेत गम्भीर प्रहार करल नेपाल राहात शिक्षक समितिके केन्द्रीय सदस्य रंगप्रसाद तिमिल्सैना बटैलै ।
उहाँ कहलै–‘विद्यालयमे पढाई छोरके यैसिन वर्षातके समयमे आन्दोलनमे उत्रना शिक्षकके रहर नइहो बाध्यता हो ।’ स्थायी, अस्थायी करार, राहत मावि, राहात साविक उमावि, बालकक्षा, विशेष शिक्षा, शिक्षण सिकाइ अनुदान प्राविधिक धार संस्थागत विद्यालयके शिक्षक लगायत सक्कु खाले शिक्षक ओ विद्यालय कर्मचारीके ढेर माग मुद्दा विगतके सहमति ओ सम्झौता अनुसार सरकारसे ऐनमे समाबेश नइकरल ओरसे अपनेहुक्रे आन्दोलित हुई परल बटैलै ।
बाल विकास शिक्षाके अवधारणा सरकारसे नानसेकलपाछे मासिक ५ सय रुप्याके दरसे सेवाके रुपमे करटी आइल शिक्षण पेसा अब्बे लोकतान्त्रिक गणतन्त्रके स्थापना हुसेक्लेसेफे एक सामान्य मजदुरसे पैना ज्याला बराबरके अपनेहुकनके पारिश्रमिक नइरहल, शिक्षक, कर्मचारी सरह सरकारसे अपनहे व्यवहार नइकरल टमान माग रख्टी बाल विकास शिक्षक आन्दोलिन हुइलेसेफे सरकार उ मागप्रति गम्भीर नइहुइल हो । नेपाली शिक्षक कर्मचारी यी मस्यौदामे रहल शिक्षा ओ शिक्षक कर्मचारी विरोधी प्रबन्ध परिर्वतन करके यिहीहे शिक्षा तथा शिक्षक कर्मचारीमैत्री बनाई परठ कना अडानमे बटै ।
देशभरके पालिका कार्यालयमे शिक्षक–कर्मचारीसे अँटवारके रोज ११ बजेसे २ बजेसम धर्ना डेले रहिट । केन्द्रसे पठाइल ३० बुँदे ज्ञापनपत्र पालिकाके प्रमुखहे बुझैले बटै ।
मंगरके सावन ३० गते शिक्षा विकास तथा समन्वय इकाइमे शिक्षक–कर्मचारीसे धर्ना डेलै कलेसे सावन ३२ गते प्रदेश सामाजिक विकास मन्त्रालयममे धर्ना, भदौ १ गते संसद सदस्यहे विद्यालय शिक्षा ओ शिक्षक–कर्मचारीके मागमे. सहयोग कैना आग्रह कैना कार्यक्रम तय हुइल बा ।
दुसरा चरणमे काठमाडौंमे वृहत विरोध प्रदर्शन कैना कार्यक्रम रहल ओइने घोषणा करले बटै । विधेयकसे २०७५ तथा ओकरपाछेक स्थायी रहल शिक्षकहे पेन्सन प्रयोजनमे अन्याय करे खोजलमेफ महासंघ विरोध करले बा ।
