थारु राष्ट्रिय दैनिक
भाषा, संस्कृति ओ समाचारमूलक पत्रिका
[ थारु सम्बत ०३ सावन २६४९, शुक्कर ]
[ वि.सं २ श्रावण २०८२, शुक्रबार ]
[ 18 Jul 2025, Friday ]

धनगढीके चैतन्य पाठशालासे गौरा पर्व मनाइल

पहुरा | ७ भाद्र २०८०, बिहीबार
धनगढीके चैतन्य पाठशालासे गौरा पर्व मनाइल

पहुरा समाचारदाता
धनगढी, ७ भदौ ।
धनगढी उपमहानगरपालिका वडा नम्बर १ शिवनगरमे रहल चैतन्य पाठशालासे गौरा पर्व मनैले बा ।
विरुडा पञ्चमीसे सुरु हुइल गौरा (विफेक) अष्टमीके दिन गौरा महेश्वरके पूजा करके मनैना कार्यक्रम धारल हो ।

पाठशालासे आयोजना करल गौरा पर्व तथा डेउडा खेल, २०८० मे विद्यार्थी, अभिभावक ओ संस्कृति प्रेमीहुकनके सहभागिता रहल बा । चैतन्य पाठशालासे शिक्षासंगे संस्कारके संस्कृतिके पहिचान ओ प्रवद्र्धन कैना उदेश्य धारल ओरसे यी वर्षसे गौरा पर्व मनाई लागल विद्यालयके सह–प्रधानाध्यापक कटकबहादुर सिंह बटैलै ।

‘विद्यालयमे विद्यार्थीहुकनहे मौलिक चाडपर्वबारे जानकारी करैना गौरा पर्व मनाई लागल हुई । डेउडा ओ गौराके मैलिकताहे जीवन्त रख्न ओ संस्कृतिहे संरक्षण कैना विद्यालयसे गौरा मनाई लागल हो,’ सह–प्रधानाध्यापक सिंह कहलै ।
सुदूरपश्चिमके मौलिक ओ सांस्कृतिक पर्व गौरा मनैना ओ डेउडा खेल्न विद्यालयके अभिभावकहुकनके उपस्थिति रहल कार्यक्रमके वडका पहुना डेउडा प्रतिष्ठानके अध्यक्ष दलबहादुर बोगटी रहल रहिट ।

कार्यक्रमममे विद्यालयके निर्देशक हरि जोशी, प्रधानाध्यापक अशोक खाती, शिक्षक अभिभावक संघके अध्यक्ष किशोर गिरी, चैतन्य योग समितिके अध्यक्ष गोरख खाती, विद्यालयके शिक्षक–शिक्षिका ओ संस्कृति प्रेमी सर्वसाधारणके उपस्थिति रहल रहे ।

विद्यालयके प्रधानाध्यापक खाती चैतन्य पाठशालासे शिक्षासंगे संस्कारके संस्कृतिके पहिचान ओ प्रवद्र्धन कैना उदेश्यसंगे आबके चैतन्य पाठशाला स्कुल सुदूरपश्चिमके नमुना स्कुल बनैना उद्देश्य लेहल बटैलै । कार्यक्रमके सहजीकरण शिक्षक रमेश क्षेडाल, बिन्दाश बम, नृप बोगटी, रवी साउद, शिक्षिका हेमा जोशी, आचल बम, लगाएत करल रहिट । कार्यक्रमके सञ्चालन विवेक जोशी करले रहिट ।

विवाहित महिला गौरा–महेश्वरके उपासना करके पवित्र दुबधागो धारण कैना गौरा पर्व यी वर्ष भदौ ७ ओ २१ गते मनैना हुइल बा । कुछ ठाउँममे भदौ ७ मे गौरा मनाई लागल बा कलेसे कुछ ठाउँमे भदौ २१ गते गौरा पर्व मनैना निर्णय करल बा ।

जनाअवजको टिप्पणीहरू