डसिया शुभ रहे, शुभकामना बा
कुँवार २८ गते घटस्थापनासँगे डस्या सुरु हुइल बा । घटस्थापनाके दिनसँगे टिकक् दिनसम नवरात्रि कहि जाइठ । मने आम नेपालीन्से बिर्कुल फरक बा थारु समुदायके डस्या । घटस्थापना सब्ड थारुन्मे नैहो, बेन इहि डुटिया हेर्ना डिन कहिजाइठ । बहुट जाने डुटिया हेर्लक बिहान किल जेंउरा ढर्ठा । याने कि घटस्थापनाके बिहान किल बहुटसे थारु जेंउरा ढर्ठा । घर सरसफाइ करना, लिपपोट कर्ना डिनहे झोल झरैना डिन, ओकर पाछे ढिक्रि पुज्ना डिन ढिक्रह्वा, टब मुर्गि पुज्ना डिन ओ अन्टमे टिका मान्के थारुन्के डस्या ओराजाइठ । पहाडिन्के टिका पुणर््िामा (ओजरिया) सम रठिन, मने थारु टिका टिकक् रोज उठल टे उठल । डसैंहा टिका कहटि कि गुर्वक् घर लगाजैना ओ बरघर, भलमन्सक घर लगा जैना सामुहिक टिक बरा महट्वपुर्न रहठ । इहे टिका लगायटके अवसर टे बाँढठ्, थारु समुडायहे एकटाके लसरिमे ।
मने थारुन्के डस्या फेन आब ढिरे ढिरे नेपालिकरन हुइटि बा । हम्रे सुभकामना लेहेडेहे बेर डस्यक् सुभकामना नाहि, विजया दशमीको शुभकामना कहे डँटल बटि । हमार भन्सम् आब ढिक्रि नाहि, मोमो आइ लागल बा । सख्या नाचक् मन्ड्रक टार हेरैटि बा, उहाँ डिस्को डान्सके ठुम्का आइ लागल बा । अपन घरक् मिठैहा डारु, गुरि गुरि जाँरक् झोरके सटहा आब बियरके बिकृटि आ सेकल बा । डेउटन टे चह्रैठि, प्रसाड काजे नै चिख्ना कहिके बिहानिसे टोंटा भिजुइया युवन्के लाइन बा । हमार डेवडुर्गन् नाउँभरिक छाँकिबुँडि, जेंउरा बेबरि टे चह्रैठि, मने उ डेवर्डुगन्के नाउँ का हुइन् ? ओइन डेहुरारके पाटामे काजे ठान डे गैल बा ? यकर बारेम् युवालोगन कुछ ठाहा नैहो । डस्यामे उज्जर टिका लगैना थारुन्के पुरान चलन हो । मने आब लाल टिका ठाउँ ले सेकल । पुर्खन् काजे उज्जर टिकाके सुरुवाट कर्ले रहिट । यकर खोजबिन करि । सकेसम उज्जर टिकाहे जो ठाउँ डि ।
अपन गोझुक हालट का बा, बिना टटोरले डस्या जैसिन टिउहारमे रिन सापट कैके हाइफाइ कैना चलन फे बा । डस्याहे पारिवारिक मिलनके रुपमे मनाइ । गाउँ सुढारके प्रसंगमे मनाइ । ठोरचे सिसि पेटेम जैटि कि झग्राझाँटि कर्ना, डसा निम्ट्यइना काम ना करि । डस्या कि डसा ? कना अवस्ठा ना आए । डस्यक सक्हुन सुभकामना ।