थारु राष्ट्रिय दैनिक
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[ वि.सं १६ मंसिर २०८१, आईतवार ]
[ 01 Dec 2024, Sunday ]

रानाथारु भाषा–साहित्य सम्मेलन हुइना

पहुरा | १६ मंसिर २०८०, शनिबार
रानाथारु भाषा–साहित्य सम्मेलन हुइना

पहुरा समाचारदाता
धनगढी, १६ अगहन
। रानाथारु समुदायके भाषा कला, संस्कृति संरक्षणके लाग ‘पहिल रानाथारु भाषा–साहित्य सम्मेलन २०८०’ के आयोजना हुइना शनिच्चरके पत्रकार सम्मेलन कैके जानकारी डेहल बा ।

राना कला संस्कृति संरक्षण तथा विकास मञ्चके आयोजना ओ नेपाल प्रज्ञा प्रतिस्थानके विशेष सहकार्यमे यिहे अगहन २३ गते एक दिने रानाथारु भाषा–साहित्य सम्मेलन करे लागल कार्यक्रम संयोजक पदमबहादुर राना बटैलै । उ सम्मेलनमे नेपाल ओ भारतसे समेट रानाथारु बुद्धिजिवी, रानाथारु भाषाक ज्ञाता, लोक साहित्यकार, रानाथारु भाषासंग निकट सम्बन्ध रहल साहित्यकार एवं इतिहासविद, भाषा विद, साहित्य पार्खिहुँक्रनहे आमान्त्रण करल संयोजक राना बटैलै ।

ओस्टेक विश्व व्यापकताक प्रभावसे हिन्दी, नेपाली, भोजपुरी, अँग्रेजी जैसिन टमान भाषाके प्रभाव मौलिक भाषामे परटी रहल प्रत्यक्ष प्रभाव विश्लेषण तथा न्यूनिकरणलगायत मौलिक शब्द रक्षाके लाग समेट टमान लेखौट, शिलालेख, पुस्तक प्रकाशन, टमान अनुसन्धान, लोकगीत संगितक संरक्षणहन समेट जोर डेके रानाथारु भाषाके मौलिकता एवं एकरुपताम विशेष जोर डेना उहाँ पत्रकार सम्मेलनमे उृहाँ जनैलै ।

सम्मेलनमे रानाथारु समुदायसे विद्यावारिधि करुइया डा. जीवन रानाथारु लगायत तीन जहनसे कार्यपत्र प्रस्तुत हुइना ओ प्यानल छलफल कैना जनागिल बा । धनगढीके रुवस होटलमे हुइना सम्मेलनके तयारीफे पुरा हुइल संयोजक जनैलै ।

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