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स्वास्थ्य क्षेत्रमे सुदूरपश्चिमके भविष्य बाः मन्त्री बस्नेत

पहुरा | १७ पुष २०८०, मंगलवार
स्वास्थ्य क्षेत्रमे सुदूरपश्चिमके भविष्य बाः मन्त्री बस्नेत

पहुरा समाचारदाता
धनगढी, १६ पुुस
। नेपाल सरकारके स्वास्थ्य तथा जनसंख्या मन्त्री मोहनबहादुर बस्नेत स्वास्थ्य क्षेत्रमे सुदूरपश्चिमके भविष्य मजा रहल बटैले बटै ।

सोम्मारके रोज धनगढीमे नेपाल जनसांङख्यिक तथा स्वास्थ्य सर्वेक्षणमे सुदूरपश्चिम प्रदेशके अवस्थाबारे सार्वजनिकीकरण कार्यक्रममे सेती प्रादेशिक अस्पताल जेनतेन धन्टी रहल ओ गेटा अस्पताल अब्बे जुरुक्क उठके आघे बह्रल बत्वाइल रहिट ।
मन्त्री बस्नेत कहलै, ‘स्वास्थ्य क्षेत्रमे यी प्रदेशके भविष्य मजा डेखा डेखटु, यहाँ शिक्षा ओ स्वास्थ्यके बाट संग संगे आइल बा । नेपालके संविधान ३५ मे शिक्षा ओ स्वास्थ्यहे मौलिक हकसे जोरले बा । गेटा अस्पातल जुरुक्क उठके आघे बह्रटी रहल बा । गेटामे स्वास्थ्य विज्ञान प्रतिष्ठान टे नइहुई मने विश्व विद्यालयके रुपमे आघे बह्री बा । भौतिक संरचना व्यापक रुपमे तयार हुइल बा । अस्पताल व विश्व विद्यालय संचालनके लाग तीन आवश्यक परठ । भौतिक पूर्वधार, दक्ष जनशक्ति ओ मेसिनरी सामान ।’

मन्त्री बस्नेत कहलै, ‘नेपालमे सबसे कम ओ टुच्छ यी पालि आइल बा । मने पैसाके अभावमे कोई नेपाली नइमुही । कोईफे गरिब, विपन्न नेपाली उपचार करे नइसेक्ही कलेसे मै जिम्मा लेम । यकर लाग कुछ पूर्वाधार तयार करले बटु । सक्कु खाले अस्पतालमे १० प्रतिशत उपचारसहितके बेड निशुल्क डेहे परी आब ।’

अस्पताल स्वीकृति करेबरे सरकारसे १० प्रतिशत छुट भन्सार करले रहठ । जेम्ने भारी अस्पतालमे अर्बो अर्व नाफा हुइट, छोटमे करोडौ फाइदा हुइल रहठ, मन्त्री बस्नेत कहलै ।

आजसम कोई स्वास्थ्य मन्त्री लागु करे नइसेक्लेसे हो, मै लागु करले बटु, कोई अस्पताल नइमानी कलेसे अस्पतालके नविकरण नइकैना, ओटराफे नइमानी कलेसे दर्ता प्रक्रिया खारेजीसम कैना उहाँ बटैलै ।

सुदूरपश्चिम आर्थिक रुपमे चपेटा परल प्रदेश हो । रोगके हिसावसे ७÷८ जिल्ला जोरठ । सरुवा रोग कहाँसे आइठ कलेसे सुदूरपश्चिमसे ओर चिज रहलेसे गोली गटठा लेके जैना रहे । रोगहे कैसिक रोक्ना हो । वेरोजगारके अवस्था बा, जिविकोपार्जनके लाग कमाई जैही पर्ना बा, रोगहे कैसिक रोक्ना कर्रा बा, मन्त्री कहलै ।

उहाँ फेरसे मेडिकल कलेजके बाटहे जोरटी विश्व विद्यालयके रुपमे रुपान्तरण कैना कोशिस हुइटी रहल बटैलै । मेडिकल कलेज व स्वास्थ्य विज्ञान प्रतिष्ठानके बाट जा रहलेसेफे सबसे पहिले अस्पताल बल्गर बनैना जरुरी बा, टबकेल मेडिकल संचालन करे सेक्जाई । अस्पतालमे विमारीहे डाक्टर चाहठ । डाक्टरहे विमारी चाहठ । अस्पताल बल्गर हुइलेसे सिनियर डाक्टर ढेर चाहठ मन्त्री कहलै ।

सुदूरपश्चिम प्रदेश सरकारके मुख्यमन्त्री कमलबहादुर शाह प्रदेशमे डेखा परल स्वास्थ्य समस्याहे संघीय सरकारसे मिल्क समाधान कैना बटैलै । गेटा अस्पतालहे संघसे हेरी कलेसे प्रदेश सरकारसे सहकार्य करके आघे बह्रना बटैलै ।
गन्यापधुरा गाउँपालिकाके अध्यक्ष इन्द्रबहादुर कार्की १५ शैयाके तयार हुइल अस्पतालके लाग कर्मचारी, डाक्टर, मेसिनरीके लाग प्रदेश सरकारसे माग करल मने सुनुवाई नइहुइल बटैलै । उहाँ कहलै, दुर्गम ठाउँमे डाक्टर नइअइठै । स्वास्थ्य चौकीमे समेट डाक्टरक अभाव बा ।

जोशीपुर गाउँपालिकाके अध्यक्ष चित्रबहादुर चौधरी अस्पतालके लाग जग्गा अधिग्रहणमे समस्या आइल ओरसे सरकारसे ओकर सहजुल बनाडेना आग्रह करलै ।

धनगढी उपमहानगरपालिकाके नगर उपप्रमुख कन्दकला राना स्वास्थ्य क्षेत्रमे बजेट कम अइना रहल कर्मचारीके तबल नइपाइल कारण स्थानीय सरकारहे भार परल बटैली ।

घोडाघोडी नगरपालिकाके नगर प्रमुख खडकबहादुर रावत सरकारसे स्वास्थ्य क्षेत्रमे सही तथ्याङक नइलेहल कारण ढेर जैसिन स्वा्रस्थ्य समस्या रहल व्यक्ति उपचार पैनासे बञ्चित हुइल बटैलै ।

कैंलारी गाउँपालिकाके उपाध्यक्ष भगवतीकुमारी चौधरी प्राथामिक स्वास्थ्य चौकी दरबन्दी अनुसार डाक्टर नइहुके उपचारमे समस्या हुइल बटैली । उहाँ कहली, ‘प्रथामिक स्वास्थ्य चौकीहे आवश्यक पर्ना मेसिनरी औजारके लाग मन्त्रालयहे बार बार जानकारी डेहल मने सुनुवाई हुइल नइहो ।’

थारु समुदायमे विल्गैना सिकलसेल स्क्रनिङके लाग संघीय सरकारसे बजेटके व्यवस्था कैना जरुरी रहलफे उहाँ बटैली । गाउँपालिका एम्बुलेन्सके आवश्यकता परल मने संघीय सरकारसे सुनुवाई नइकरलफे उहाँ बटैली ।
सुदूरपश्चिम प्रदेश सामाजिक विकास मन्त्रालयके सचिव गणेशबहादुर सिंहके अध्यक्षतामे हुइल कार्यक्रममे नेपाल सरकारके स्वास्थ्य तथा मन्त्रालयके सचिव रोशन पोख्रेल स्थानीय पालिकाके प्रमुख÷उपप्रमुखसे धारल जिज्ञाशा ओ प्रश्न प्रष्ट पारल रहिट । कार्यक्रममे सुदूरपश्चिम प्रदेशमके सक्कु स्थानीय तहके प्रमुख, उपप्रमुख, स्वास्थ्य शाखाके प्रमुखहुकनके सहभागिता रहल रहे ।

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