विद्यार्थीनहे थारु परिकार पकैना सिखैटी

पहुरा समाचारदाता
हसुलिया, १३ फागुन । कैलाली जिल्लाके कैलारी गाउँपालिकाके पवेरामे अवस्थित श्री नागेश पशुपति शिक्षा (बोर्डि· स्कूल)मे स्थानिय लोकल फुडस (खैना परिकार) पकैना सिखाइल बा । स्थानिय स्तरके पकवान स्कूलले जिवनमे पकैना सिख्नाकरल बाटै ।
थारु पकवान ‘पकैना सिख्ना’ नागेश पशुपतिके कक्षा ८ मे अध्ययनरत विद्यार्थी स्कूलमे मातृ भाषा बिषय अन्तर्गतप्रयाक्टीकल कैके पकवान तयार करल हुइट । विद्यार्थीहुक्रे अन्दीक भात, खरियाँ, ठुसा, लुचुईं, कचरीके बरिया, तिनपुथियक साग, सुरिक सिकार, अचार, मुसक चट्नी, मुसक पक्वा, गेक्टक टिना, सिढ्राके चट्नी, सिढ्राक टिना, बयरके चट्नी, टरटिहुवार अनुसारके टमान मेरिक थारु ढिक्री लगायत २३ मेरके पकवान तयार कैके कार्यक्रम बिच पकाईल उ परिकार अभिभावक, शिक्षक, विद्यार्थीहे स्वाद चिखाइल रहे ।
कार्यक्रममे उपस्थित अभिभावक रामलाल चौधरी अब्बेक युवापिँढी आपन मातृ (थारु) परिकार बनैना,पकैना नै जानल बटैलै । उहाँसमाजमे विदेशी पहिरन, पकवानसे स्थान पाइल बटैलै । हमार पु्र्खा किल थारु परिकार बनैनामे सक्कु ज्ञानसे भरल बटैटी उहाँ पिँढी बित्टी गैलेसे पकवान फेन ढिरेसे लोप हुइटी जैना कहटी चिन्ता व्यक्त करलै ।
‘आबके युवाविद्यार्थीहे मातृ परिकार कैसिक बनाइ परठ् ? का का सामग्री चाहठ् कहिके ढेरहे जानकारी नैहुइ सेकठ्,’ उहाँ कहलै, ‘इहीसे कुछहदसम हुइलेसे फेन सिख्ना अबसर पाइल ओ विद्यार्थीहे लोप हुइटी गैलथारु परिकारहे बचैना अग्रसर हुइलमेअत्यन्त खुशी लागल बा ।’
नागेशकेप्रिन्सिपल रतन बहादुर चौधरी थारु परिकार आबके युवापिँढीहे कैसिक बनाइ परठ् कना ज्ञान डेहक लाग स्कूलके पाठ्यक्रम अनुसार नै विद्यालयमे परिकार बनैना सिखाइल बटैलै ।
उहाँ कहलै, ‘थारु परिकार आबके युवापिँढीहे कैसिक बनाइ परठ्,का मिलैलेसे का परिकार बनठ्। टरटिहुवार अनुसार परिकारके आकार, स्वरुप टमान मेरिक रहठ् । उ परिकारके नाउँ का का हो । इ यावत चीज युवापिँढीहे जानकारी हुइ नैसेकठ् । उहे मारे थारु पकवान,परिकारहे मातृभाषाके बिषय पठनपाठन अन्तर्गत विद्यार्थीलाई विद्यालयमेप्राक्टीकल करैले बाटी ।’
कार्यक्रमके सभापति तथा कक्षा ८ के विद्यार्थी निराजन चौधरी थारु पकवानबारे आपन जस्टे औरे विद्यार्थी फेन परिकार ओ पकैना विधि बारे जानकारी हुइल बटैलै ।
उहाँ कहलै, ‘हमार जस्टे युवापिँढी आपन थारु समुदायके परिकार कैसिक बनाइ परठ्,कौन परिकार बनाइबर का चीज मिलाइ परठ् अथवा चाहठ् । हम्रहीनहे उ बारे कुछ नै पटा रहे । कौना टिहुवारमे कैसिक पकवान बनाइ परठ् । विशेष कैके हमार थारु समाजमे पुरुषहुक्रे खैना परिकार नैबनैठै, महिला किल बनैना हुइल ओरसे पुरुषके तुलनामे महिलाढेर जानकार रहठै ।
आबके हमार जैसिन युवापिँढीहे टे झन परिकारके नाउँ फेन पटा नैरहठ् । कौन टिहुवारमे कैसिक परिकार बनाजाइठ् । कैसिन आकार,स्वरुपके हुइ परठ् । इ चीज कक्षा ८ मेमातृ शिक्षा बिषय अन्तर्गत सम्पुर्ण संघरियाहुक्रे मिलके २३ थरीके परिकार पकैना तरिकार ओ नाउँ पटा हुइल । शिक्षक,अभिभावकहुक्रे माझ स्वाद चिखैना अवसर मिलल्मेएकदमे हर्षित हुइल बाटु ।’
कैलारी गाउँपालिकामे ९५ प्रतिशतसे ढेरथारुजातीनके बसोबास रहल बा । इ गाउँपालिका अन्तर्गतके सरकारी तथा गैरसरकारी कार्यलयमे कामकाजी भाषाके रुपमे थारु भाषारहल बा । थारु बहुसंख्यक क्षेत्र कैलारी गाँउपालिकाके सरकारी तथा बोर्डि· स्कूलमे फेन मातृभाषा थारु भाषाके पठनपाठन करैटी आइल बाटै ।
