सुरु कैगिल लालबोझिमे रहल पुरैना तालके रेखांकन कार्य

जमुना न्युरे
भजनी, १५ फागुन । कैलालीके भजनी नगरपालिका–७ स्थित ऐतिहासिक पुरैना तालके रेखाङकन हुइना बा । २०६४÷०६५ सालमे कान्द्रा लडियामे आइल बाढसे ताल भँठलपाछे यकर अस्तित्व संकटमे परल रहे । ताल भँठलसंगे स्थानीयके अतिक्रमणमे परल तालहे पुनर्जीवन डेहक लाग रेखाङकनके कार्य सुरु हुइल बा । तालके रेखांकनके लाग डिभिजन वन कार्यालय पहलमानपुर ओ सबडिभिजन बन कार्यालयसे ३ बर्षसे निरन्तर रुपमे समन्वय, सहकार्यके लाग पहल करल रहे । रेखांकनके लाग नापी कार्यालय कैलालीहे डिभिजन बनसे कर्मचारी खटाडेना बार बार पत्राचार करल रहे ।
नापी कार्यालय कैलालीके प्रमुख जनकराज भट्टसे पुरैना ताल रेखांकनके लाग फिल्डमे दुई जाने अमिन कर्मचारी खटाइल ओ ओकर रेखांकन कार्यहे कार्यस्थल रुपमे सहकार्य नापि अधिकृत इन्द्र बहादुर देउवा जिम्मेवारी डेहल जानकारी डेलै ।
भट्ट कहलै हमार कार्य क्षेत्रभिटर पुरैना ताल पर्ना हुइल कारण हम्रे तालके नक्साअनुसारके रेखाङकन कैना कार्य हो ओकरपाछेक बाँकी काम स्थानीय तह ओ वन कार्यालय कैना बा ।

तालके रेखांकनके लाग भजनी नगरपालिकाका जनप्रतिनिधि, स्थानीय बासिन्दा, सब डिभिजन वन भजनी, सामुदायिक वन समन्वय समिती संग आवश्यक बार बार निरन्तर रुपमे ३ बर्षसे छलफलपाछे तालके नक्साअनुसारके क्षेत्र रेखाङकन सुरु करल हो ।
कैलाली प्रमुख जिल्ला अधिकारी धमेन्द्र मिश्रसहित नापी कर्यलय कैलालीके प्रमुख जनक राज भट्ट , प्रहरी प्रमुख, रबि के सि प्रमुख सेनानी, हरिष विष्ट उप अनुसन्धान निर्देशक राष्ट्रिय अनुसन्धान, राम बिचारी ठाकुर डिभिजन वन अधिकृत ओ केवल लाल चौधरी भजनी नगरपालिका प्रमुख, राजु तिरुवा उपप्रमुख भजनी नगरपालिका, विजयराज श्रेष्ठ सरक्षणकर्मी लगायत टोलीसे तालके स्थलगत अनुगमन करले बा ।
तत्कालीन समयमे तालके रेखाङक करटी तालके क्षेत्र छुट्यइना सहमति स्थानीयसँग हुइल रहे । अतिक्रमणमे परल तालके जग्गामे हिउँदे बाली लगासेकल ओरसे बाली भिटराइलपाछे उ जग्गामे खेती नइकैना जनैटी स्थानीयसँग सहमतिसमेत हुइल रहे । उहे अनुसार तालके काम आघे बढाइल भजनी नगरपालिकाका नगर प्रमुख केवल चौधरी जानकारी डेलै ।
“पुरैना ताल भजनीके केल कैलाली जिल्लाके महत्वपूर्ण बसन्ता जैविक मार्ग हो जेम्ने भारतीय दुधुवा नेशनल पार्क संग प्रत्यक्ष रुपमे जोरल ओरसे पुरैना ताल पुन निर्माणके लाग आवश्यक रहल बा ।

यकर पुननिर्माणके स्थानीय सरकारसे सुरुसे प्रयास करटी आइल बा । उहाँ “ओम्ने स्थानीय नागरिकसेफे साथ डेले बटै । तालके जग्गा खाली हुइलपाछे ओकर उत्खनन ओ ओकर पाछेक कामके लाग बजेटके बजेटके सुनिश्चितता भर हुई नइसेकल हो ।” उहाँ अगामी वैशाखसे तालके सक्कु जग्गा खाली हुइना विश्वास रहल चौधरी बटैलै । स्थानीय नागरिक तालहे पुनर्जीवन डेना बाटमे सकारात्मक डेखल कारण तालके उत्खननके प्रक्रिया आघे बढाइ सेकल सवडिभिजन वन कार्यालय भजनीके प्रमुख मोहम्मद शाह बटैलै । “बारबार स्थानीयसँग पुरैना तालके विषयमे छलफल हुके ओइने सकारात्मक डेखल बटै । उहाँ कहलै, “सक्कुहुनके साथ सहयोग हुइल कलेसे तालहे पुराने अवस्थामे लौटैना समस्या नइरही कना लागठ । “उहाँ आ अपन क्षेत्रसे तालके अस्तित्वहे लौटैना लागे पर्ना बटैलै ।
बसन्ता सरक्षित बन क्षेत्रमे पर्ना लालबोझीमे रहल पुरैनाताल खेती योग्य जमिन परिणत हुइल बा । पानी रहल कोर क्षेत्र (भित्री भाग ) ७९.२१ हेक्टरमे फैलल ताल चरा अवलोकनके लाग उपयुक्त मानजाए ।
मोहना लडियामे २०६५ सालमे आइल बाढ तालहे बगरमे परिणत कैना सुरुवात करल रहे । पुन २०६८, २०७२ ओ २०७५ सालमे आइल बाढ तालहे भाँठके बगरमे परिणत करल रहे ।
भजनी क्षेत्रके लाग अलगे महत्व बोकल पुरैन तालमे बाह्रै महिना सारस पाजाए कलेसे जलचर जनावर ओ टमान प्रजातिके चराके बासस्थानके रुपमे पुरैना तालहे लेना करजाए । सयौँ बिघा क्षेत्रफलमे फैलल तालहे उत्खनन करके मानव निर्मित ताल बनाई सेकलपाछेफे पर्यटकीय सम्भावनाहे बढाई सेक्ना सरक्षणकर्मी विजयराज श्रेष्ठ बटैलै । पुरैना तालसंगे रहल बञ्जरिया ताल अभिन जीवित अवस्थामे रहल बा । उ क्षेत्रमे भारतके दुधुवा राष्ट्रिय निकुञ्जसे जंगली जनावर पानीके लाग अइना करल बटै । तालसे पुनर्जीवन पैना हुइलपाछे भजनीके स्थानीय खुसी हुइल बटै ।
यी ताल पुन निर्माणके लाग अपने सक्कु सरक्षण लग्ना व्यक्ति, सघ सस्था, स्थानीय पालिका, जिल्लामे रहल कार्यालय, प्रदेश वन मन्त्रालय, प्रदेश वन निर्देशनालय, सरकारी , गैरसकारी निकाय सक्कुसंग सहकार्य ओ सहयोगके लाग समन्वय कैना डिभिजन वन कार्यालय पहलमानपुर प्रमुख राम विचारी ठाकुर बटैलै ।
