नवजीवन अस्पताल १९औं वर्षमे प्रवेश

निशुल्क हेमो डाइलासिस सेवा सुरु
पहुरा समाचारदाता
धनगढी, १७ फागुन । सुदूरपश्चिम प्रदेशके निजिस्तरके लगानीसे संचालित पहिल अस्पताल नवजीवन अस्पताल १९औं बर्षमे प्रवेश करले बा । कलेसे निःशुल्क हेमो डाईलासिस सेवाफे सुरु करले बा ।
वार्षिकोत्सवके अवसरमे विफेक रोज पत्रकार भेटघाट कार्यक्रम धारके अस्पतालके मेडिकल निर्देशक डा. विदूरमणी ढकाल काठमाडौंस्थित मार्क इन्टरनेशनल किड्नी सेन्टरसंगके सहकार्यमे निःशुल्क डाईलासिस सेवा सुरुवाट करल जनैलै । नवजीवन अस्पतालमे उ सेवा सञ्चालन कैना मार्क इन्टरनेशनल किड्नी सेन्टरके शाखा सुदूरपश्चिम इन्टरनेशनल डाईलासिस सेन्टरके सहकार्य रहल बा ।
निःशुल्क डाईलासिस सेवा विपन्न परिवारके सेवाग्राहीके लाग प्रदान कैना व्यवस्था मिलाइल बा,’ मेडिकल निर्देशक डा. ढकाल कहलै, ‘विपन्न परिवारके व्यत्तिसे निःशुल्क डाईलासिस सेवा प्राप्त कैना अस्पतालमे नागरिकताके प्रमाणपत्र पेस करे पर्ना ओ अस्पतालसे आवश्यक कागजपत्रसहित सम्बन्धित वडा कार्यालयमे पठैना व्यवस्था करल बा ।’
अस्पतालके मेडिकल निर्देशक डा. ढकाल कहलै, ‘हरेक महिनाके टिसरा शुकके विशेषज्ञ चिकित्सकसे मृर्गौला रोग सम्बन्धी स्वास्थ्य चेकअप ओ उपचार सेवा प्रदान हुइटी रहल बा । नवजीवन अस्पतालसे डाईलासिस सेवा आवश्यक हुइल सुरुके सेवाग्राहीहे ६ हजार ५ सय रुप्यामे सेवा प्रदान करटी रहल बा ।
डाईलासिस युनिट अन्जना तन्डुकार श्रेष्ठके अनुसार अस्पतालमे ६ ठो डाईलासिस मेसिन सञ्चालनमे रहल बा । उहाँ कहली ‘ यी मध्ये ५ ठो नियमित सेवाके लाग प्रयोग करल बा । कलेसे एक ठो आइसियु ओ इमरजेन्सी सेवामे उपयोग करल बा ।
डाईलासिसके लाग एक जाने मेडिकल अफिसर डा. मृगेन्द्रकुमार यादव नियमित सेवा प्रदान करटी रहल बटै । ओस्टेक, डा. अर्चन शम्सेर राणा कन्सलटेन्सी सेवा प्रदान करटी रहल बटै । नवजीवन अस्पतालमे हाल १८ जाने नियमित डाईलासिस सेवा लेटी रहल बटै ।
अस्पतालके प्रमुख कार्यकारी अधिकृत चक्रबहादुर खडायत डाईलासिसके नियमित सेवाग्राहीसे ४ हजार ५ सय ओ आइसियुमे धारके उपचार करे पर्ना सेवाग्राहीसे १० हजार रुप्या शुल्क तिरे पर्ना व्यवस्था करल बा । २०६२ साल फागुन १७ गते १५ सैया स्वीकृत पाइलपाछे सञ्चालन हुइल निजी क्षेत्रके नवजीवन अस्पतालसे हाल हाडजोर्नी, बालरोग, मानसिक तथा स्नायुरोग, किटिकल सेवा, छाला, एलर्जी, यौनरोग तथा सोन्दर्य, नाक, कान, घाँटी, न्युरो, दन्तरोग, डाईलासिस, मुटुरोग, फिस्टुला, प्रसुती सेवा, ल्याप्रोस्कोपी, पेट, छाती, स्पाइन तथा फिजियोथेरापी लगायतके सेवा सञ्चालन करटी आइल बा उहाँ जनैलै ।
अस्पतालके अध्यक्ष यज्ञराज ढुंगाना निजि अस्पतालमे स्वास्थ्य विमा सेवा हटाइलपाछे आर्थिक अवस्था कम्जोर रहल व्यक्तिहुक्रे टमान सेवासे बञ्चित रहल उहाँ बटैलै ।
उहाँ कहलै, ‘सरकारी अस्पतालमे विरामी चाप ढेर रहठ । बहुट जैसिन सेवा सरकारी अस्पतालमे नइरहठ ओसिन बेला स्वास्थ्य विमा रहल विमारी सेवासे बञ्चित हुई परल अवस्था बा ।’ नवजीवन अस्पतालसे टमान सेवा प्रदान करटी आइल बा, स्वास्थ्य वीमा लागु हुइल रहट कलेसे विमारीहुकनहे छुटमे सेवा प्रदान करे सेक्जाइट ।
अस्पतालसे नेपाल सरकारसे सञ्चालित आमा सुरक्षा कार्यक्रम, निःशुल्क खोप कार्यक्रम ओ निःशुल्क क्षयरोगसम्बन्धी औषधी वितरण सेवा समेत सञ्चालन करटी आइल जानकारी डेलै । उहाँ कहलै–‘यी निजी क्षेत्रके अस्पताल हुइलेसेफे सामाजिक उत्तरदायित्व अनुरुप नेपाल सरकारसंगके सहकार्य तथा अपने पहलमे स्थापनाकालसे नियमित रुपमे स्वास्थ्य शिविर सञ्चालन करटी आइल बा । उ अस्पतालसे २०६८ सालसे ५० वेडके स्वीकृति पाइल ओ २०७९ साल कुवाँरसे १ सय वेडमे स्तरोन्नती करले बा ।
२०७९ साल फागुनसे गैल माघ मसान्तसम अस्पतालसे ४ हजार ९५४ जाने सेवाग्राहीसे इमरजेन्सी उपचार सेवा प्राप्त करले बटै । ओस्टेक करके, ३० हजार ३४६ जाने बहिरंगसे सेवा पैले बटै ।
कलेसे अन्तरंग सेवा पउइयाके संख्या ४ हजार ५१३ जाने, २ हजार १३० जाने शल्यक्रिया सेवा, १ हजार ४६३ जाने निःशुल्क सुत्केरी सेवा, २ हजार ८९४ बालबालिकासे निःशुल्क खोप सेवा ओ ५ सय ७५ जाने जेष्ठ नागरिक, अतिविपन्न ओ गरिबसे स्वास्थ्य सेवा प्राप्त करले बटै ।
ओस्टेक टमान समयमे सञ्चालित स्वास्थ्य शिविरसे करिब ६ हजार सेवाग्राहीसे निःशुल्क स्वास्थ्य सेवा प्राप्त करल अस्पताल जनैले बा । अस्पतालसे अपन १८औँ वार्षिकोत्सव अवसरमे विफेक रोज अस्पतालके प्राङगनमे रक्तदानके साथे बिरामीहे फलफूल वितरणफे करले बा । अस्पतालसे विगतके दिनमे कोभिड संक्रमणके बेला नेपाल सरकारसंग हातेमालो करटी अपन स्रोत ओ साधनसे भ्याइटसम कोरोना माहामारी नियन्त्रणमे भरमग्दुर प्रयास करल ओ उ समयमे टड्कारो रुपमे डेखा परल अक्सीजन अभावके समस्याहे स्वयंगम करटी अपने लगानीमे अस्पताल एक करोड लगानीमे अस्सीजन प्लान्ट समेत स्थापना करले बा ।
