आर्थिक शसक्तीकरण नइहुके लैङिक हिंसा

पहुरा समाचारदाता
धनगढी, १ चैत । आर्थिक शसक्तीकरण नइहुके लैङिक हिंसा हुइटी रहल एक कार्यक्रमके सहभागीहुक्रे बटैले बटै ।
दलित महिला संघ (फेडो) कैलालीके आयोजनामे धनगढीमे बिफेक रोज आयोजित नेपालमे दलित महिला ओ किशोरीके मानवअधिकार प्रर्वद्धनमे सञ्चार क्षेत्रके महत्वपुर्ण भूमिका विषयक कार्यक्रमम उ बाट बत्वागिल रहे ।
दलित महिला संघ (फेडो) के आयोजना ओ एफजेएसके सहयोगमे कैलालीके धनगढी उपमहानगरपालिका ओ गौरीगंगा नगरपालिकामे “दलित महिला र बालिकाहरूको मानवअधिकार अभिवृद्धि परियोजना लागू हुइल बा ।
परियोजना लागु पाछे संस्थासे परियोजना मार्फत सन् २०२३ मे करल गतिविधि ओ प्राप्त उपलब्धीबारे जानकारी डेटी ५१ ठो समुह बनाके टमान गतिविधि संचालन कैगिल बा ।
जेम्ने दलित महिला समुहमे आवद्ध महिलाहु्कनके संख्या १२०५, अपाङता रहल ३१ ओ एकल ९७ जाने रहल बटै । १८ बर्ष उप्परके दलित महिलाहुकनहे सीपमुलक तालिम प्राप्त करल संख्या ३२, समुहके महिलासे नीजि औसत मासिक आम्दानी ४ हजार, स्वरोजगार दलित महिलाके सख्या ४ सय १४, समूहमे आवद्ध महिला विउपुजी ओ अन्य सहयोगसे उद्दमी वा व्यापारी हुइल संख्या ८५ जाने रहल बटै । दलित महिलाहुक्रे न्याय तथा न्यायके पहुँचके लाग करल दाबी संख्या १८७ रहल बा ।
कम हिसा महशुस करल सख्या १४०, मनोसामाजिक परामर्ससे लाभान्वित संख्या २७ ओ २० बर्षपाछे भोज किशोरीके अनुपात ५० प्रतिशत रहल बा ।

दलित महिला संघ (फेडो) कैलालीके कार्यक्रम संयोजक विनोद घिमिरे प्रतिवेदन प्रस्तुत करल रहिट । परियोजना अन्तर्गत जातीय विभेद ओ महिला हिंसाके मुद्दामे महिला अधिकार रक्षकहुकनके विकास, कानूनी सहायता ओ साक्षरता अभियान, छलफल चौतारी, मिडिया परिचालन, महिला समुहमार्फत सामाजिक–आर्थिक सशक्तिकरण, महिला उद्यमशीलता विकास, नीति, कार्यक्रम ओ बजेट वकालत अभियान लगायतके गतिविधिफे सञ्चालन हुइना उहाँ जनैलै । उहाँ दलित महिला, किशोरी ओ एकल, असक्षम, यौनिक अल्पसंख्यक तथा मानवअधिकारसे बञ्चित समुहहे लक्षित करके कार्यक्रम लागू हुइल जानकारी डेलै । परियोजनासे सामाजिक न्याय ओ लैंगिक न्यायमे पहुँच बढैना, दलित महिला, बालिका ओ अन्य सिमान्तकृत समुहके मानवअधिकार प्रवद्र्धन कैना राज्य, गैरराज्य पक्षहे जवाफदेही, उत्तरदायी बनैना लक्ष्य राखल बटैलै ।
लक्षित समुहके मानवअधिकार, सामाजिक, लंैगिक न्याय प्रवर्द्धन–संरक्षण कैना नागरिक शिक्षा, क्षमता निर्माण, नारीवादी अन्तरपुस्ता आन्दोलनहे सुदृढ कैना लक्ष्य राखल बा । ओस्टेक सामाजिक परिचालन, आर्थिक सशक्तिकरणमार्फत लक्षित समुहके सामाजिक–आर्थिक अधिकारके संरक्षणके साथे सरकारी स्रोत, अवसरमे पहुँच बृद्धि कैना लक्ष्य लेहल बा । परियोजना अन्तर्गत जनचेतनामुलक अभियान, मुद्दा अनुगमन, टमान तहमे वकालत, नीति समिक्षा, विश्लेषण ओ बहुसरोकारवालासंग संवाद, महिला राजनीतिक नेता, दलित महिला जनप्रतिनिधिसंगके संलग्नता, महिला विरुद्धके हिंसा ओ जातमे आधारित विभेद विरुद्ध नागरिक शिक्षा अभियान सञ्चालन हुइना बटैलै । परियोजना सन् २०२३ के मे महिनासे २०२६ अप्रिलसम सञ्चालन हुइना जनागिल बा ।
सामाजिक न्याय, लैङगिक न्यायमे पहुँच बह्रैना, दलित महिला बालबालिका ओ किशोरी तथा अन्य सिमान्तकृत समुहके मानवअधिकार प्रर्बद्धनमे फेडो लागल रहलेसेफे सञ्चार क्षेत्रसे हुइना सहकार्य कैना तयार रहल नेपाल पत्रकार महासंघ कैलालीके सचिब प्रेम चौधरी बटैलै । सामाजिक परिचालन, आर्थिक सशक्तीकरणके माध्यमसे दलित महिला बालबालिका ओ किशोरीहुकनके अधिकारके संरक्षणमेफे तिनु् तहके सरकार लागे पर्ना उहाँक कहाई रहे ।
कार्यक्रममे संस्थाके कैलाली अध्यक्ष सविना सुनार दलित महिला ओ किशोरीहुकनके मानवअधिकार संवर्द्धन अभियानमे मिडियाके प्रभावकारी भूमिका रहल चर्चा करटी सामाजिक न्यायके सवालमे सक्कु पक्षके सहयोग ओ समन्वयके लाग आग्रह करल रहिट । कार्यक्रमके संचालन फेडो कैलालीके सचिव तथा प्रदेश अध्यक्ष अम्बिका ताम्राकार करल रहिट ।
