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‘ राष्ट्रिय दलित मुक्ती अभियान ’

दलित समुदाय अभिन उत्पीडनमे बाः संयोजक विसी

पहुरा | १४ बैशाख २०८१, शुक्रबार
दलित समुदाय अभिन उत्पीडनमे बाः संयोजक विसी

पहुरा समाचारदाता
धनगढी, १४ बैशाख ।
राष्ट्रिय दलित मुक्ती अभियानके केन्द्रीय संयोजक प्रेम विसि आज देश गणतन्त्र नेपालमे प्रवेश करलेसे दलित समुदाय अभिन उत्पीडन ओ विभेदमे परल बटैले बटै ।

शुकके रोज कञ्चनपुरके पुनर्वासमे हुइल राष्ट्रिय दलित मुक्ती अभियान अन्र्तत दलित अभियान जागरणहे सम्बोधन करटी उहाँ उ बाट बत्वाइल रहिट । सक्कु जातजाती भाषा, कला संस्कृति हकअधिकारहे सुनिश्चित हुइनाहे गणतन्त्र कहठै,’ उहाँ कहलै, ‘नेपालमे एक जाती बटै । मने उ गणतन्त्र अइलेसेफे हजारौं बर्षसे उत्पीडन, विभेदमे परल बटै उ चाही दलित समुदाय हो । जे अपन सीपसे देशसे सिंगारल, जे अपन देशहे कला संस्कृतिके रुपमे चिन्हाइल, जेकर सीपसे बनल चिजहे देशके नागरिक उपभोग कैना मौका पैलै । मने उहे समुदाय आज उत्पीडनमे विभेदमे परल बा ।’

राज्यसे पहिचान सम्मान डेहे नइसेकल कारण दलित समुदाय अपमान पूर्ण जीवन यापन व्यतिट कैना अवस्थामे रहल उहाँ बटैलै । आव नेपालके दलित समुदाय अपन हकअधिकारके लाग चुप लागके बैठे नइहुइना बटैलै । एक ठाउँ आके हकअधिकारके लाग आवाज उठाई पर्ना जरुरी रहल बटैलै ।

जे लरठ, जे जुझठ,जे एकरुपता हुइठ ओइने हकअधिकार पैना देश रहल बटैलै । दलित समुदाय अन्तरजातीय विवाहके नाउँमे मारल बटै, मुद्दा मामिला भोग्न बाध्य हुइल बटै । दिदीबहिनीयाहुक्रे मन्दिर प्रवेश कैना बेला पिटवा खैना, हेपुवा पाइल अवस्था बा । राज्य मौन बा । ओइने न्याय पाइनइसेकल हुइट । दलित समुदायहे अभिनफे गुलाम बनैना करजैटी रहल बा । उहे कारण दलित समुदाय गरिब निमुख घरवार विहिन रहल बटैलै ।

कार्यक्रममे विशिष्ट पहुना सुदूरपश्चिम प्रदेशसभा सदस्य माननीय हिरा सार्की, राष्ट्रिय मानव अधिकार आयोग सुदूरपश्चिम प्रदेश प्रमुख हरि प्रसाद ज्ञवाली, राष्ट्रिय दलित मुक्ती अभियानके अभियन्ता खगेन्द्र सुनार, सुदूरपश्चिम प्रदेशसभाके पूर्व सामाजिक विकास मन्त्रालयके राज्यमन्त्री टेकबहादुर रैका रहल रहिट ।

कार्यक्रम रामसिंह विश्वकर्माके अध्यक्षतामे हुइल रहे । कार्यक्रममे अभियानसे जोरल टमान अभियन्ता, दलित समुदायके बुद्धिजिवीलगायत टमान व्यक्तित्वहुकनके सहभागिता रहल रहे । कार्यक्रमके संचालन हरिकृष्ण ताम्रकार करल रहिट ।

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