मुक्त हलिया, कमैयाके सवाल सम्बोधन खै ?

संघीय सरकारसे यिहे जेठ १ गते नीति तथा कार्यक्रम प्रस्तुत करल ओम्ने चाही मुक्त हलिया/कमैया/कम्लहरी/हरवा चरवाहुक्रनके सवाल सम्बोधन नैहुइल । मुक्त हलिया, कमैया, कम्लहरी, हरवा चरवाहुक्रनके अवस्था अभिन फेन दयनीय रहल बा । हलिया, कमैया, कम्लहरीहुक्रे शिक्षा, स्वास्थ्यके क्षेत्र ओर विजोग रहल । पुनस्र्थापनाके काम रहल ओरसे सरकार नीति तथा कार्यक्रममे उहाँहुक्रे हक अधिकारबारे सम्बोधन हुई कना आशावादी रहिट । आशा निराशमामे बदलल बा । मुक्त हलिया, कमैया, कम्लहरी, हरवा चरवाहुक्रनके लाग २०७६ सालसे यहोरसे बजेट विनियोजन नैकरल हो । देशमे तीन तहके सरकार बा, मने सक्कु सरकार एक दुसरहे डेखैटी पन्छना काम करटी आइल बा । मुक्त कमैयाहुक्रनठेँ पुर्जा बा मने जग्गा उपभोग करे नैपाइल हुँइट, जग्गामे घर बनाके बैठे नैपाइल हुँइट, मुक्त कमैयाहुक्रनठन परिचय पत्र नैहो, राज्यसे जग्गा टे उपलब्ध कराइल मने ओम्ने बैठ्ना वातावरण नैबनाडेले हो । हलियाके फेन समस्या यथावत बा, ढेर हलियाहुक्रे आभिन फेन परिचयपत्रसे वञ्चित रहल अवस्था बा । कम्लहरीनके समस्या आभिन फेन ओस्टहे बावै, ढेर कम्लहरीहुक्रे फेन परिचयपत्रसे आभिन फेन वञ्चित बाटै । इ मेरके समस्यासे गुज्रटी रहल बेला फेन राज्यसे मुक्त हलिया, कमैयाके सवाल सम्बोधन करे नइसेकल हो ।
नेपाल सरकार ओ हलिया महासंघ विच हुइल पाँच बुँदे सहमति कार्यान्वयन नइहुइल हो । मुक्त हलिया सुदूरपश्चिम प्रदेशके नौ जिल्ला ओ कर्णाली प्रदेशके तीन जिल्ला सुर्खेत, जारकोट ओ हुम्ला करके १६ हजार ९ सय ५३ जाने मुक्त हलिया रहल बटै । नेपाल सरकारसे जम्मा लेहल तथ्यांक संख्या १९ हजार ५९, दोहरो टेहरो नाउँ हटाके पुनप्रमाणीकरण हुइल संख्या १६ हजार ९ सय ५३, परिचयपत्र प्राप्त करल संख्या १४ हजार २४२ ओ हालसम पूनस्र्थापना हुइल संख्या १३ हजार ५४६ रहल बा । मने पूनस्र्थापना बाँकी संख्या हेरेबेर कैलालीमे ४६, बैतडी ३२, डडेल्धुरा ४८९, सुर्खेत ०, बझाङ २१७, डोटी ६७, बाजुरा ९ ओ कञ्चनपुरमे १०६ जाने रहल बटै ।
नेपाल सरकारसे प्रतिबद्धता करल पुनस्र्थापनाके समयावधी लम्बइटी जाईबेर पुनस्र्थापनाके चर्चामे रहल मुक्त हलियाहुकनके बसोबासके उचित व्यवस्थापन हुई नइसेकल हो । तत्कालिन समयमे लगतमे नाम छुटल मुक्त हलियाके पहिचान हुई नइसेकल हो । पुनस्र्थापनाके साथे शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगारी, जिविकोपार्जन, सामाजिक सशक्तिकरण ओ समावेशीकरण सम्बन्धी मुद्दाहे सरकारसे विशेष प्राथमिकतामे धारके प्रभावकारी रुपमे कार्यान्वयन करे नइसेक्के बाधा श्रमसे मुक्त हुइल १६ वर्ष विटलेसेफे मुक्तहलिया सम्मानित जीवन व्यतित करे नइसेकल हुइट । कयौ मुक्तहलिया परिवार पुनः हलिया बैठना बाध्य हुइल बटै । कयौ हलिया÷मुक्तकमैया परिवार परम्परागत हलियासे आधुनिक शहरीया मजदुरके रूपमे परिणत हुइल बटै । यदि राज्यहुकनके लाग हो कलेसे सक्कु जनहनहे समेटके लैजाई परल ।
