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अपांता रहल व्यक्तिके सवल सम्बोधन आवश्यक

पहुरा | ११ जेष्ठ २०८१, शुक्रबार
अपांता रहल व्यक्तिके सवल सम्बोधन आवश्यक

पहुरा समाचारदाता
धनगढी, ११ जेठ ।
सुदूरपश्चिम प्रदेश सभा सदस्य धर्मराज पाठक सुदूरपश्चिम प्रदेश सरकार अपांगता रहल व्यक्तिहुकनहे प्राथमिकतामे ढैके नीति तथा कार्यक्रम नन्ना तयारीमे लागल बटैले बटैं ।

सुदूरपश्चिम स्तरीय बहुसरोकारवाला निकायहुकनके सञ्जालके आयोजनामे शुकके रोज धनगढीमे हुइल प्रादेशिक नीति निर्माण प्रक्रियामे अतिसीमान्तकृत तथा न्यून प्रतिनिधित्व रहल वर्ग तथा समुदायके अर्थपूर्ण सहभागिता ओ फ्रतिनिधित्वके सवाल विषयक अन्तरक्रिया कार्यत्रममे प्रदेश सभा सदस्य पाठक अपांगतामैत्री भौतिक संरचनाके साथे मानवीय विकासके आश्यकता रहल औंल्याइलैं ।

उहाँ अफांगता रहल व्यक्तिहुत्रेलगायत अन्य अतिसीमान्तकृत तथा न्यून प्रतिनिधित्व रहल वर्गहुकनके समस्या समाधानके लाग सरोकारवाला सब पक्षसे समन्वय ओ सहकार्य करटि खबरदारी करेपरना बटैलैं । उहाँ कलैं, “अपांगता रहलहुकनके तथ्यांक संकलन करे सेक्लेसे उहाँहुकनहे समोटे सेक्ना नीतिनिर्माण बन्नामे सहयोग पुग्ना रहे ।” “कुछ समस्या बा, उहिनहे न्यूनीकरण करे परि,” उहाँ कलैं, “हम्रे सबजे अपन धर्म, कर्तव्य पालना कैके समस्या तथा बेथिति कम कैके राज्य सञ्चालनमे सुशासन कायम करे सेकब ।”

कार्यक्रममे सुदूरपश्चिम प्रदेश सभा सदस्य रक्षा महरा अगामी दिनमे लक्षित वर्गहे समोट्ना मेरिक प्रदेश सरकार नीति तथा कार्यक्रम बनैना बटैलैं । उहाँ सरोकारवालासँग समन्वय ओ सहकार्य कैके जनाताके इच्छा, चाहना ओ आवश्यकता अनुरुप नीति तथा कार्यक्रम बनाइ परनामे जोड डेले रहि । उहाँ अपांगता रहल व्यक्ति, अतिसीमान्तकृत तथा न्यून प्रतिनिधित्व रहल वर्गहे प्राथमिकतामे ढैके प्रदेश सरकारहे नीतिनिर्माणके पहल करना फ्रतिवद्धता व्यक्त करले रहि ।

ओस्टेक, कार्यत्रममे प्रदेश नीति तथा आयोगके उपाध्यक्ष गणेश विक अपांगता रहल व्यक्तिहुकनके उठाइल मुद्दामे प्रदेश सरकार सकारात्मक हुइ परना बटैलैं । उहाँ अपांगता रहल व्यक्तिहुकनके परिभाषा स्पष्ट कैके समावेशी परियोजना कार्यान्वयनमे सक्कु जानेक साझेदारी ओ सहकार्य हुइफरनामे जोड करले रहैं ।

कार्यक्रममे अधिवत्ता वीरबहादुर जेठारा प्रदेश सरकारसे न्यून वर्गहुकनके आधारभूत आवश्यकता पूर्तिके लाग नीतिनिर्माण करेपरनामे जोड डेले रहैं । उहाँ कलैं, “सहभागितामूलक कानून निर्माणके आवश्यकता बा, ओइसिक करे सेक्लेसे जेकर लाग कानून निर्माण हुइ उ अनुझूति करे सेकि ।”

ओस्टेक, कार्यक्रममे रमेश बस्नेत अटिजम रहल बालबालिकाहुकनके लाग विशेष कार्यत्रम तथा नीति बनाइपरनामे जोड डेले रहैं । उहाँ कहलै, अटिजमके समस्या रहल बालबालिकाके लाग प्रदेश सरकारसे नीति कार्यक्रम ओ बजेट विनियोजना करे पर्ना हो मने ओहोर ओर सरकारके ध्यान जाई नइसेकल हो ।’

राष्ट्रिय आदिवासी जनजाति अपांग महिला संघ नेपालके सहकार्य तथा यूएनपीआरपीडी ओ यूएन वमेनके आर्थिक सहयोगमे हुइल कार्यक्रममे धनगढी उपमहानगरपालिकाके कार्यपालिका सदस्य चक्र नेपाली अपांता रहल व्यक्तिहुकनके सवाल सम्बोधन कैना राज्यके दायित्व रहल बटैलै ।

गैरसरकारी संस्था महासंघ सुदूरपश्चिम प्रदेश अध्यक्ष देवीलाल खनाल हक अधिकारके लाग आन्दोलन करही पर्ना अवस्था आइल बटैलै । उहाँ कहलै, ॅराज्यसे हरेक बर्ग समुदायक हकअधिकार सुनिश्चित करे पर्ना हो मने ध्यान जाई नइसेकल हो ।’ अपाङता रहल व्यक्ति सम्दुायके लाग बनल ऐन कानुन कार्यान्वयन हुइ नइसेकलफे उहाँ बटैलै । राष्ट्रिय मानव अधिकार आयोगके अधिकृत गणेशराज जोशी आबसे कार्यान्वयन हुइना बाट केल बोले पर्ना जरुरी रहल बटैलै । उहाँ कहलै, यहाँ टे टमान सहमति सम्झौता हुइठ, नेताहुक्रे टमान मेरिक भाषण करठै मने उ कार्यान्वयन नइहुइठ ।’

राष्ट्रिय अपाङ महासंघ सुदूरपश्चिम प्रदेश अध्यक्ष मानबहादुर साउँद, राष्ट्रिय अपांगता महासंघके सचिव नरदिप धामी, महासंघके पूर्व अध्यक्ष भीमबहादुर शाह, बमबहादुर विश्वकर्मा, रामचन्द्र जोशी, रुपा राई लगायतसे अपांता रहल व्यक्तिहुकनहे राज्यसे अभिन हकअधिकार डेहे नइचाहल, दुसरा दर्जाके नागरिकके रुपमे हेरल, अपांतामैत्री भौतिक संरचना नइबनाइल कारण समस्या झेल्टी रहल बटैलै ।

सुदूरपश्चिमस्तरीय बहुसरोकारवाला निकायुकनके सञ्जालके अध्यक्ष ईन्द्रा दानपालीके अध्यक्षतामे हुइल कार्यक्रममे चन्द्रकान्त फनेरु कार्यक्रमके बारेमे जानकारी करैले रहैं ।

कार्यत्रममे स्वागत राष्ट्रिय आदिवासी जनजाति अपांग महिला संघके सदस्य राजेन्द्र रैका करले रहैं कलेसे कार्यक्रमके सञ्चालन प्रेम ढुंगाना करले रहैं । कार्यक्रममे टमान सरोकारवाला निकायके प्रतिनिधिहुकनके सहभागिता रहल रहे ।

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