थारु राष्ट्रिय दैनिक
भाषा, संस्कृति ओ समाचारमूलक पत्रिका
[ थारु सम्बत ०१ जेठ २६४९, बुध ]
[ वि.सं १ जेष्ठ २०८२, बुधबार ]
[ 14 May 2025, Wednesday ]

थारु लोकसाहित्यहे दस्तावेज कैना जरुरी

पहुरा | १३ जेष्ठ २०८१, आईतवार
थारु लोकसाहित्यहे दस्तावेज कैना जरुरी

सागर कुस्मी
धनगढी, १३ जेठ ।
धनगढी उपमहानगरपालिका वडा नम्बर १३ श्रीलंका गाउँमे हरचाली साहित्यिक उँक्वारभेंट कार्यक्रम हुइल बा । कार्यक्रम हरचाली साहित्यिक त्रैमासिक पत्रिकाके आयोजना ओ श्रीलंका गाउँके व्यवस्थापनमे हुइल हो ।

कार्यक्रममे बातचित कर्टी श्रीलंका गाउँक् भलमन्सा थारु भासा, साहित्य ओ संस्कृतिके संरक्षण ओ सम्बर्द्धन कैना बटैलैं । उहाँ कहलैं, जौन हमार पुर्खनके गीतबाँस, लोकसाहित्य बा, उ सब हेरैटी जाइटा इहिहे दस्तावेज कैना जरुरी बा । ओहेमारे सक्कु जाने पुर्खा, युबा पुस्टा ओइने पुरान चिजहे सबजाने अपन अपन ठाउँसे संकलन कैके पोस्टा निकारे पर्ना बटैलैं ।

ओस्टेके श्रीलंका गाउँके बुद्धिजीवी खेमलाल चौधरी थारु साहित्य, संस्कृति, चालचलल, रीतिरिवाज, परम्परा इ सब हमार समाजके पहिचान हो, उहाँ कहलैं, पुर्खा ओइने लर्कनहे सिखैना ओ लर्का ओइने पुर्खनसे सिखे पर्ना बटैलैं । उहाँ, श्रीलंका गाउँमे पहिल फेरा असिन साहित्यिक कार्यक्रम हुइल ओर्से अइना दिनमे लग्टार कैना सुझाव फेन डेलैं ।

ओस्टेके बरबट्टा गाउँके भलमन्सा रोगाहीराम चौधरी कार्यक्रमके सफलताके सुभकामना डेलैं । उहाँ कहलैं, अब्बेक पुस्टा किताबी ज्ञानमे किल सिमित नैरहिके बाहिरी ज्ञानगुणफें सिखे पर्ना बटैलैं । अस्टेके मोहनपुर गाउँके बुद्धिजीवी जगतराम चौधरी सजना गीत गैटी युबनहे आघे बहर्ना सल्लाह डेलैं । उहाँ कहलैं, हम्रे हमार लर्कापर्कनहे घरहींसे संस्कार ओ संस्कृतिके बात सिखाइ कलेसे जरुर हमार लर्का आघे बर्हहीं ।

थारु भासा साहित्यमे रुचि रलेसेफेन अवसर नैपाके अपनठन रहल कला, प्रतिभा डेखाइक लाग असिन मेरके साहित्यिक अभियान चलाइल हरचाली त्रैमासिकके प्रकासक–सम्पादक सागर कुस्मी बटैलैं । उहाँ कहलैं, असिन साहित्यिक अभियानसे ढेर लावालावा युबा लोग साहित्यमे कलम चलैटी आइल बटैं । इ हरचाली पत्रिकामार्फत हमरे गजल लेखन तालिम, उद्घोषण तालिम, गजल गोष्ठी लगायत ढेर काम करसेकल उहाँ बटैलैं ।

कार्यक्रममे साहित्यकार सेबेन्द्र कुसुम्याँ, संगम चौधरी, संदीप चौधरी, पुष्पा चौधरी, कमला चौधरी, माया चौधरी, सलिना चौधरी, सुनिता चौधरी, रबिना चौधरी, सीता चौधरी, रमिता चौधरी लगायत अपन अपन गीत गजल मुक्तक रचना प्रस्तुत कैले रहिंट । कार्यक्रमहे थारु सांस्कृतिक गीतबाँससे गाउँ चैनार हुइल रहे ।

याद रहे, अस्टे कार्यक्रम इहे जेठ ७ गते कन्चनपुरके अमरबस्ती गाउँमे हुइल रहे । अइना दिनमे इ कार्यक्रमहे निरन्तरता डेटी जैना बुद्धिजीवीनके सुझाव आइल बा ।

जनाअवजको टिप्पणीहरू