मुक्त कम्लरीके समस्या ‘जिउँके टिउँ ’
अभिभावकके जिम्मेवारीमे रहलः मन्त्री टीका थापा
पहुरा समाचारदाता
धनगढी, २१ जेठ । मुक्त कमैया, कम्लरी, मुक्त हलियाके अभियन्ताहुक्रे अपन मुद्दा अभिन जस्ताके टस्ते रहल एक कार्यक्रममे बटैले बटै ।
राष्ट्रिय आदिवासी जनजाती महिला मञ्चके आयोजनामे अँटवारके रोज धनगढीमे हुइल ‘‘मुक्त कमलरीका लागि नीति तथा कार्यक्रम र मुक्तकमैया, कमलरी हलिया पुनस्र्थापना कार्यविधि २०८०’’ बारे अन्तरक्रिया कार्यक्रमके सहभागीहुक्रे उ ट बत्वाइल रहिट ।
कार्यक्रमके बरका पहुना रहल भूमि व्यवस्था कृषि तथा सहकारी मन्त्री टिका थापा मुक्त कमलरीके सवालमे अपने गम्भीर रहल कहटी अपन कार्यकालसम अभिभावकत्वके भूमिका निर्वाह कैना प्रतिवद्धता जनैले बटी । उहाँ कहली, ‘मुक्तकमलरी, मुक्त कमैया ओ मुक्तहलियाके सवालमे आइल फाइल सुरक्षित बा, मन्त्रालयसे छलफल करके नीति तथा कार्यक्रममे समावेश कैना कहले बटु । फाइलमे कृषि, बंगुर पालन, मच्छी पालन, मुरगी पालनसम्बन्धी टमान माग उठाइल बा । ओकर लाग बजेटमे पारे सेक्जाई ।’
मुक्तकम्लरी, मुक्तकमैया पुनस्र्थापना हुइल ढेर बरस हुइल बा,’ मन्त्री थापा कहली, ‘ढेर मुक्तकमैया अभिनफे पुनस्र्थापनासे बञ्चित बटै । नेपाल संविधान २०७२ मे गाँस, बाँस ओ कपास पैना नेपाली नागरिकके अधिकार सुनिश्चित करले बा । भूमि व्यवस्था कृषि तथा सहकारीमे ‘मुक्तकमलरी, मुक्त कमैया ओ मुक्तहलियाके सवाल सम्बोधनक लाग सहकार्य करके आघे बह्रना जरुरी बा ।’
राष्ट्रिय आदिवासी जनजाती महिला मञ्चके अध्यक्ष सुनि लामा मुक्तकम्लरीके मुक्त अभिनफे जस्ताके जस्टे रहल बटैली । उहाँ कहली, ‘मुक्तकमलरी, मुक्तकमैया, मुक्त हलियाके समस्या समाधन नइहुइल हो । यी उठानके लाग पीडित, उत्पीडनमे वर्ग समुदाय आव शक्तिके रुपमे उठे पर्ना जरुरी बा । थारु समुदाय उत्पीडनमे परल कारण आब ओकर क्षतिपूर्ति खोजे पर्ना उहाँ बटैली । सवाल उठानके लाग जेकर सवाल ओकर नेतृत्व आजके आवश्यकताके विषय बनसेकलफे अध्यक्ष लामा बटैली ।
राष्ट्रिय आदिवासी जनजाती महिला मञ्चके उपाध्यक्ष यशुकान्ति भट्टचन मुक्तकमलरी, मुक्तकमैयाके सवालके लाग पैरवी जनवकालत कैना जरुरी रहल बटैलै । मुक्तकमलरी, मुक्तकमैया, मुक्तहलियाहुक्रे अपने देशभिटर मानव अधिकार हनन हुइल ओ शरणार्थीके रुपमे बैठे पर्ना अवस्था रहल बटैली ।
भूमि व्यवस्था कृषि तथा सहकारी मन्त्रालयके नापी अधिकृत धर्मराज ओझा मुक्तकमलरी, मुक्त कमैया ओ मुक्तहलियाके सवाल व्यवस्थापन हुइल बटैलै । प्रदेश सरकारसे बजेटफे विनियोजना हुइल ओ आवासके लाग बजेट कम रहल कहटी समन्वय करके बह्रैले मजा हुइना बटैलै ।
मुक्त कमलरी विकास मञ्चके जिल्ला अध्यक्ष विन्द्रा चौधरी कमलरी मुक्ती घोषणा हुइल १२ बरस विटल मने सरकारसे सम्झौता सहमति कार्यान्वयन फितलो रहल बटैली । स्थानीय, प्रदेश ओ संघीय सरकारसे बजेट माग करेबेर सुनुवाई नइहुइल, कार्यक्रमके लाग बोलाइबेरफे गुलामी करेपरल बा,’ उहाँ कहली, ‘मुक्तकमलरीहुक्रे छात्रबृतिसे बञ्चित हुइबेर पह्राई छोरना, छोटेम भोज कैना बाध्य हुइना अवस्था बा । लोकसेवामे मुक्तकमलरीके लाग अलग कोटा नइहुके प्रतिस्पर्धा करे सेक्ना अवस्था नइहो ।’
मुक्त कमैया समाजके सुदूरपश्चिम प्रदेश अध्यक्ष चन्द्र प्रसाद चौधरी अब्बे २५औं कमैया मुक्ती दिवस मनैना बेला आइल मने पुनस्र्थापना हुई नइसेक्ना दुखद बाट रहल बटैलै । मुक्तकमैयाके मुद्दा ओसिक हेरेबेर भारी हो मने सरकार चाहलेसे समाधान करे सेक्ना अवस्था हो ।
सुदूरपश्चिम प्रदेश सरकारसे पास करल मुक्तकमैया, कमलरी, मुक्तहलिया कार्यविधि सोचल जैसिन नइरहल मने आवके आर्थिक बर्ष २०८१÷०८२ के बजेटमे सम्बोधन हुइना बाँकी सवालके लाग बजेट विनियोजन हुइना रहल उहाँ बटैलै ।
मुक्त हलिया समाज महासंघ सुदूरपश्चिम प्रदेशके पूर्व अध्यक्ष राजुराम भुल पहाडी क्षेत्रमे मुक्त हलियाके अवस्था ज्यु के त्यू रहल बटैलै । समाज महासंघ सुदूरपश्चिम प्रदेशके पूर्व अध्यक्ष राजुराम भुल पहाडी क्षेत्रमे मुक्त हलियाके अवस्था ज्यु के त्यू रहल बटैलै । ढेर मुक्त हलिया, मुक्तकमैया पुनस्र्थापनासे बञ्चित बटै । मुक्तकमलरीहुक्रे परिचयपत्र पैनासे बञ्चित बटै । यकिन तथ्याङक लाग फेरसे लागत लेहे पर्ना जरुरी रहल उहाँ बटैलै ।
मुक्तकमैया, मुक्तहलिया मुक्तकमलरीके आन्दोलन व्यवस्थापन हुई नइसेकल ओ आवसे पार्टीके झोले नइहुके नेतृत्व लेहक लाग एक वडा एक अध्यक्ष लाग अग्रसर हुइना जरुरी बा ।
राष्ट्रिय दलित नेतवर्कके अध्यक्ष मोहन वड मुक्त कमलरी, कमैया, हलिया अभिनफे छुटल ओ समस्या समाधान नइहुइल ओरसे तथ्यांक संकलन हुइना जरुरी रहल बटैलै । कैलालीमे मुक्तकमैयाके लाग अब्बे २२ ठो आवास बन्टी रहल ओरसे और साल हलियाके लाग बनैलेसे मजा हुइना बटैलै । अब्बे मुलुकके व्यवस्था परिवर्तन हुइल मने पहाडमे बैठना मुक्तहलियाके अवस्था जस्टेक तस्टे रहलफे उहाँ बटैलै ।
कार्यक्रममे मुक्त हलिया समाज महासंघके मंगल सार्की, मुक्तकमैया समाज जिल्ला सचिव विनोद चौधरीलगायत अपन बाट राखल रहिट । कार्यक्रमके संचालन मुक्त कमलरी विकास मञ्चके केन्द्रीय अध्यक्ष हिरा चौधरी ओ स्वागत मन्तव्य राष्ट्रिय आदिवासी जनजाती महिला मञ्चके कोषाध्यक्ष शुसिला गोले करल रहिट ।