पुनर्स्थापनामे केक्रो चासो नैहोः मुक्तकमैया अगुवा

कैलालीमे ९५३ ओ कञ्चनपुरमे १२९ जाने पुनर्स्थापना बाँकी
पहुरा समाचारदाता
धनगढी, २९ जेठ । २०५७ साल सावन ४ गते कमैया मुक्ती घोषणा करल रहे । जौन अब्बे २४ बरस विटल मने सुदूरपश्चिम प्रदेश अभिनसम अभिनसम १ हजार ८२ जाने मुक्तकमैयाहुक्रे परिचय पाके पुनस्र्थापनासे बञ्चित रहल बटै ।
मुक्तकमैया समाज सुदूरपश्चिम प्रदेशके आयोजनामे प्रदेश सरकारके आगामी बजेटमे मुक्तकमैया पुनर्स्थापना विषयक अन्तरक्रिया कार्यक्रममे मुक्तकमैया अगुवाहुक्रे उ बाट बटवाइल रहिट । मुक्तकमैया समाजके केन्द्रीय अध्यक्ष पशुपति चौधरी संघीयता लागु ठेनसे पुनर्स्थापनाके सक्कु काम रोकल बटैलै । उहाँ कहलै,‘अब्बे तीन तहके सरकार बा । एक दुसरहे डेखाके पन्छना काम हुइटी रहल बा । संघीय सरकारसे प्रदेशहे प्रदेश सरकार स्थानीय तहके डेखैना काम हुइटी रहल बा ।’
कैलाली जिल्लामे ९ हजार ७६२ मु्क्तकमैया रहलमे ८ हजार ९७५ जनहनहे परिचयपत्र देहलमे मने जग्गा पाइल मुक्तकमैयाभर ८ हजार २२ जाने केल रहल उहाँ बटैलै । ओस्टेक कञ्चनपुरमे ४ हजार ५०६ जाने मुक्तकमैया रहलमे ४ हजार ४१८ जनहनहे परिचयपत्र डेहल बा, ओम्नेसे जग्गा पाइल मुक्तकमैया ४ हजार २८९ केल रहल बटै ।
चार सय मुक्तकमैयाहे आकाशे कित्ता, १७३ जनहनके मुक्तकमैयाके तथ्याङकसे हटाइल बटै । कलेसे कैलालीमे ९५३ ओ कञ्चनपुरमे १२९ जाने पुस्र्थापना बाँकी समाजके अध्यक्ष बटैलै ।
मुक्तकमैया अभियन्ता बालाराम भट्टराई मुक्तकमैया पुनर्स्थापनाके नइकरके झुलैटी रनाके सरकारसे विभेद करल बटैलै । सरकार चाहलेसे पुनर्स्थापना करे सेक्ना हो मने इच्छा शक्ति नइरहल कारण लम्बाइटी गैल उहाँ बटैलै ।
संविधानसभा सदस्य कृष्णकुमार चौधरी मुक्तकमैयाके समस्या समाधान अब्बे ४० प्रतिशत केल ओ ६० प्रतिशत काम अभिन बाँकी रहल बटैलै । ढेर मुक्तकमैया, कमलरी, हलियाहुक्रे परिचयपत्र ओ पुनर्स्थापनासे बञ्चित हुइल ओरसे एक बार हुइलेसे सही तथ्यांक लेके यिहीहे टुङयइना जरुरी रहल बटैलै ।
कञ्चनपुरके कृष्णपुर–४ राजपुरके राजबहादुर चौधरी कमैयासंगे बुक्रहीफे मालिकाके दास हुके काम करल मने ओइनहे कौनो पहिचान नइहुइल बटैलै । गोसिया कमैयाके काम कैना, गोसिनीया बुक्रही ओ छाई कम्लरीके काम कैना करल मने बुक्रहीके कौनो पहिचान ओ परिचयपत्र नइरहल उहाँ बटैलै ।
कैलारी गाउँपालिकाके प्रवक्ता दिपेन्द्र बहादुर बम संघीय सरकार, प्रदेश सरकार मुक्तकमैया, कमलरी, हलियाके स्थानीय तहहे कौनो बजेट नइडेहल बटैलै । स्थानीय तहमे पुनर्स्थापनाके लाग बजेट नैरना मने अपनेहुक्रे आयमुलक, सीपमुलक तालिम ओ कार्यक्रम डेहल उहाँ बटैलै ।
उहोर प्रदेश सरकारके भूमि व्यवस्था, कृषि तथा सहकारी मन्त्री टिका थापा अइना बजेटसम मुक्तकमैया, हलिया, कमलरीके सवालहे समेटना प्रयास कैना प्रतिवद्धता जनैली ।
कार्यक्रममे प्रदेश सरकारके भूमि व्यवस्था, कृषि तथा सहकारी मन्त्रालयके नापी अधिकृत धर्मराज ओझा मुक्तकमैया, हलिया, कमलरीके सवालबारे प्रस्तुतीकरण करटी प्रदेश सरकारसे खासे करे नइसेक्लेसे प्रयास जारी राखल बटैलै । प्रदेश सरकारसे मुक्तकमैया, हलिया, कमलरी ऐन २०८० नानल ओ यी ऐन २०८१ से लागु हुइना बटैलै ।
मुक्तकमैया समाज सुदूरपश्चिम प्रदेश अध्यक्ष चन्द्रप्रसाद चौधरीके अध्यक्षतामे हुइल कार्यक्रममे स्वागत मन्तव्य मुक्तकमैया समाज कञ्चनपुरके अध्यक्ष रामप्रसाद राना ओ संचालन समाजके कैलाली जिल्ला सचिव विनोद चौधरी करल रहिट ।
अभिनफे सबसे ढेर बर्दियामे १२ सय ४५ जाने मुक्तकमैया पुनर्स्थापनासे वञ्चित बटै । कैलालीमे ९ सय ५३ जाने, कञ्चनपुरमे १२९ जाने ओ दाङमे ४८ जाने पुनर्स्थापना हुइना बाँकी रहल बटै । पुनर्स्थापनाके नाउँमे जग्गा नैरहल ठाउँक लालपुर्जा, व्यक्तिके नम्बरी जग्गाके लालपुर्जा, लडिया, खोला रहल ठाउँमे टमान मुक्तकमैयाहुकन जग्गा डेगिल बा । ओसिन समस्या सट्टा भर्ना कैना संख्या ६ सय ६१ रहल बा । परिचय बदर हुइल संख्या १७३, जग्गा नइपाइल ४६३, परिचयपत्रसे वञ्चित १ हजार ७८ जाने करके कुल २ हजार ३ सय ७५ जाने पुनर्स्थापना हुइना बाँकी बटै ।
