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‘अन्तरलिङ्गी समुदायहे अभिन सामाजिक स्वीकार्यता नइहो’

पहुरा | ९ असार २०८१, आईतवार
‘अन्तरलिङ्गी समुदायहे अभिन सामाजिक स्वीकार्यता नइहो’

पहुरा समाचारदाता
धनगढी, ९ असार ।
अन्तरलिङगी समुदायहे अभिनफे सामाजिक स्वीकार्यता नैरहल एक कार्यक्रममे बटागिल बा ।

एकता नेपालके सहकार्य ओ क्याम्पेन फर च्यालेन्जके आयोजनामे अन्तरलिङगी व्यक्तिहुकनके मुद्दाके विषयमे शनिच्चरके रोज धनगढीमे हुइल संचारकर्मीनके अभिमुखीकरण कार्यक्रममे उ बाट बटवागिल रहे ।

कार्यक्रममे क्याम्पेन फर च्यालेन्जके कार्यकारी निर्देशक इशान रेग्मी अन्तरलिङगीहुकनके अवस्था मुद्दाबारे प्रस्तुतीकरण करटी घरपरिवारसे समेट अन्तरलिङगी समुदायहे स्वीकारे नैसेकल अवस्थामे समाज ओ अस्पतालमेफे उपचार नैकरके विभेद करटी आइल बटैलै ।

अन्तरलिङगीहुकनहे आत्मसम्मानके साथ बाँचे पैना अधिकारके हनन हुइल, पारिवारिक अधिकारके हनन, परिवारमे सुरक्षित हुई पैना अधिकारके हनन, जिए पैना अधिकारके हनन, शारिरीक निष्ठाके अधिकारके हनन, शारिरीक स्वायता ओ अपन शरिरके बारेमे सही सूचना पैना अधिकार हनन, लैङिक पहिचानमे स्वः निर्णयके अधिकारके हनन हुइल रेग्मी बटैलै ।

कैलालीमे एक जाने दम्पती अपन लर्का अन्तरलिङगी जन्मलपाछे अस्पतालमे बच्चा छोरके भागल, बारामे एक जाने अन्तरलिङगी विद्यालय जैनासे बञ्चित रहल घटना उहाँ सुनैलै ।

अन्तरलिङगी व्यक्तिहुकनके संख्या जम्मा जनसंख्याके झण्डै २ प्रतिशत रहल उहाँ बटैलै । जेम्ने कुछ विविधता बच्चा जन्मल बेला, बाल्यवस्था ओ किशोरावस्था, कुछ विविधता बयस्का अवस्थामे पत्ता हुइठ । अन्तरलिङगी कहल एक वा एकजे ढेर जन्मजात यौन विशेषताके शारिरीक विविधता (यौनाङ प्रजनन अंग, क्रामेजोम वा हर्मोन) लेके जन्मल व्यक्तिहे बर्णन कैना छाता शब्द हो । जौन महिला वा पुरुष शरिरके लाग निर्धारण करल सामाजिक ओ चिकित्सा मापदण्डमे फिट नैहुइठ ।

एकता नेपाल धनगढी कैलालीके संयोजक राज चौधरी एकता समाज २०६६ सालसे यौनिक तथा लैङिक अल्पसंख्यक समुदायभिटरके महिला समयौनिक, द्धियौनिक महिला, ट्रान्सजेण्डर व्यक्तिहुकनके यौन तथा प्रजनन स्वास्य तथा मानव अधिकार क्षेत्रमे २०६६ सालसे कैलाली जिल्लामे कार्यरत रहल जनैलै ।

नेपाल पत्रकार महासंघके केन्द्रीय सचिव हेमकर्ण विक अन्तरलिङगी समुदायहे अभिन सामाजिक स्वीकार्यता नैरहल ओ विभेदमे परल कहटी ओकर विरुद्ध संचारकर्मीनसे कलम चलाई पर्ना जरुरी रहल बटैलै । कार्यक्रममे कैलालीमे रहिके टमान संचारमाध्यममे कार्यरत रहल संचारककर्मीनहुकनके सहभागिता रहल रहे ।

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