अपाङता रहल व्यक्तिसे राजनीतिक सहभागिताके माग

पहुरा समाचारदाता
धनगढी, १७ सावन । अपाङता रहल व्यक्तिनके राजनीतिक सहभागिता तथा प्रतिनिधित्व संकुचित कैना करके मौजुदा निर्वाचन सम्बन्धी कानुनमे तत्काल संसोधन कैना माग कैगिल बा । नेत्रहिन यूवा संघ नेपाल, जिल्ला शाखा कैलालीसे बुधके रोज धनगढीमे आयोजना कैगिल संचारकर्मीनसे अन्तरक्रिया कार्यक्रममे जेकर सवाल ओकर उपस्थिति हुइलेसे केल माग सुनुवाई हुइना कहिगैल रहे ।
नेपाल नेत्रहिन संघ नेपालके केन्द्रीय महासचिव अर्जुन रावल निर्वाचन ऐन, २०७४ (दफा १३) (ज) से मानसिक सन्तुलन ठीक नइरहल कना शब्दावलीहे थप परिभाषित नैकरके ओसिन व्यक्तिहे उम्मेद्वार हुइनासे वञ्चित करल बटैलै ।
मतदाता नामावली सम्बन्धी ऐन २०७३ (दफा २३, २क) ले समेत मानसिक सन्तुलन ठिक नैरहल व्यक्तिहे मतदान कैनासे प्रतिवन्ध लगाइल उहाँ जनैलै ।
कानुनी प्रावधानसे बौद्धिक तथा मनोसामाजिक अपाङता रहल व्यक्तिके निर्वाचनमे भाग लेना ओ निर्वाचित हुइना आधारभूत प्रजातान्त्रिक अधिकार खोसल ओरसे अन्तराष्ट्रिय मानव अधिकार प्रतिकूल उ कानुनी व्यवस्था तत्काल खारेज करके सहयोगात्मक निर्णयके सिद्धान्तबमोजिम बौद्धिक तथा मनोसामाजिक अपाङता रहल व्यक्तिके राजनीतिक अधिकार रक्षा कैना हम्रे सम्बद्ध सक्कुु पक्षके ध्यानाकर्षण कराइटी ।
स्थानीय निर्वाचन ऐनके दफा ३६ उपदफा १ के (घ), प्रदेशसभा सदस्य निर्वाचन ऐनके दफा ४१ उपदफा १ के (छ) ओ प्रतिनिधि सभा सदस्य निर्वाचन ऐनके दफा ४१ उपदफा १ के (छ) से अपाङता रहल मतदाताके लाग सहयोगीके रुपमे केवल एकाघरके परिवारके सदस्य एवं मतदान अधिकृत धारे पैना करके सिमित करले बा । प्रथमतः मतदाता अपने स्वयं गोप्य रूपमे अपने इच्छाइल व्यक्तिहे मतदान करे पैना ओकर आधारभूत मानव अधिकार हो । मने यी मेरिक कानुनी व्यवस्थासे सम्बन्धित मतदातासे अपन रोजाइ तथा गोप्य मतदानके हकसे बञ्चित हुइना पर्ना स्थिति रहल महासचिव रावल बटैलै ।
स्थानीय तह निर्वाचन ऐन २०७४ के दफा ३९, प्रदेश सभा ओ प्रतिनिधि सभा सदस्य निर्वाचन ऐन २०७ के दफा ४२ से कौनो व्यक्तिहे मतदानमे सहयोग प्रदान कैना अनुमति डेना वा नइडेना निर्णय मतदान अधिकृतसे करे सेक्ना बाट उल्लेख करले बा । यि ऐन बमोजिम मतदान अधिकृतहे उपयुक्त लागल खण्डमे एकाघरके परिवारके सदस्यहे सहयोगीके रुपमे प्रवेश कैना अनुमति डेना व्यवस्था रहल बा । मने यी व्यवस्था नेपालसे मानवअधिकार तथा अपाङता अधिकारके राष्ट्रिय प्रतिवद्धता ओ असल अभ्यास विपरित रहल बा ।
निर्वाचन प्रक्रिया सक्कु मेरिक अपाङ्गता रहल व्यक्तिके निम्ति पहुँचयुक्त बनाके व्यक्ति स्वयं अपन मत अपनही जाहेर करे सेक्ना व्यवस्था करके प्रत्येक नागरिकके गोप्य मताधिकारके रक्षा कैना निर्वाचन आयोग, राजनीतिक दल, संघीय संसद लगायत सम्बद्ध सक्कु सरोकारवाला पक्षके गम्भीर ध्यानाकर्षण कराइल उहाँ बटैलै । निर्वाचन पहुँचयुक्त नैरहल अवधिसमके लाग मतदान प्रक्रिया पहुँचयुक्त नैरहल ओरसे व्यक्ति स्वयंसे मतदान कैना असमर्थ रहल स्थितिमे निजसे विस्वास करल व्यक्तिहे सहयोगीके रूपमे रोजी निज सहयोगीमार्फत मतदान कैना व्यवस्था तत्काल मिलैना माग करल बा ।
नेपालको संविधानके धारा ८४ ओ १७६ मार्फत अपाङता रहल व्यक्तिहे समानुपातिक निर्वाचनके बन्दसूचीमे समावेस कैना मने संसद सदस्य चयन नैकैना राज्नीतिक दलके अभ्यास तत्काल अन्त्य कैना संविधानमे रहल प्रतिनिधि सभा ओ प्रदेश सभा निर्वाचन प्रणालीके व्यवस्थाहे कार्यान्वयन कैना बनल मौजुदा निर्वाचन ऐनमे संसोधन मार्फत अपांगताके क्लष्टर समावेश करके बन्द सुचीसे अपाङता रहल व्यक्तिहे संसदमे अनिबारे प्रतिनिधित्व करैना नीतिगत व्यवस्था तत्काल कैना राजनितिक दल लगायत सम्बद्ध सक्कु पक्ष माग कैगिल बा ।
नेपालके संविधान २०७२ धारा ८६ के राष्ट्रिय सभाके गठन प्रक्रियामे अल्पसंख्यक वा अपाङता हुइल समुदायमार्फत सभाके सदस्य चुन्ना व्यवस्था रहलमे उ बमोजिम अपाङता रहल समुदायहे प्राथमिकता नैडेहलप्रति खेद प्रकट करटी संविधानमे रहल अपाङताके अलगे कलस्टरके व्यवस्था कैना माग करल बा ।
स्थानीय तहमे अपाङता रहल समुदायके प्रतिनिधित्व नैहुइना हालके परिस्थिति रहलमे उ स्थितिहे सम्बोधन कैना निर्वाचनमे अपाङता रहल व्यक्तिहुकनके प्रतिनिधिस्तरके निम्ति आरक्षणके व्यवस्था कैना माग करल बा ।
कार्यक्रममे नेत्रहिन यूवा संघ नेपाल, जिल्ला शाखा कैलालीके अध्यक्ष हिमाल रोकाय सार्वजनिक भवन ओ भौतिक संरचना अपाङतामैत्री नैरहल बटैलै । उहाँ कहलै, ‘सक्कु मेरके अपाङता रहल व्यक्ति निर्वाद रूपमे राजनीतिक गतिविधिमे सहभागी हुई नैसेकल स्थितिहे सम्बोधन कैना राजनितिक दलके कार्यालय, सभा स्थल, बैठक कक्ष, लगायतके भौतिक संरचना तथा सूचना सामग्री सक्कु मेरके अपाङता रहल व्यक्तिके निम्ति प्रयोगयोग्य हुइना करके तत्काल पहुँचयुक्त ढाँचामे निर्माण सुरु कैना कैना जरुरी बा ।’
राजनितिक दलसे प्रकाशन प्रशारण कैना चुनावी घोषणा पत्र, विधान, प्रतिवेदन, नियम, निर्देशिका तथा अन्य सामाग्री तत्काल सक्कु मेरके अपाङता रहल व्यक्तिके निम्ति पहुँचयुक्त ढाँचामे निर्माण तथा वितरण कैना उहाँ आह्वान करलै ।
नेपाल पत्रकार महासंघ कैलालीके अध्यक्ष हिमालय जोशी अपाङता रहल व्यक्ति हक अधिकार सुनिश्चिताके लाग संचारकर्मीसे निरन्तर अवाज उठैटी आइल बटैलै । उहाँ कहलै, ‘अपाङता रहल व्यक्तिके हक अधिकारबारे राजनीतिक दल, राज्यसे सुनुवाई हुइलेसे रहल समस्या समाधन हुई ।’
नेपाल पत्रकार महासंघक पूर्व केन्द्रीय सदस्य भवानी ऐर अपाङता रहल व्यक्तिहुकनके राज्य समाजसे अपहेलना करल बटैलै । उहाँ कहलै, ‘अपाङता रहल व्यक्ति समाजमे टमान चुनौतीके सामाना कैना बाध्य बटै ।’
