थारु राष्ट्रिय दैनिक
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[ वि.सं २९ बैशाख २०८२, सोमबार ]
[ 12 May 2025, Monday ]

रानाथारु समुदायमे तिजके रौनक

पहुरा | २३ श्रावण २०८१, बुधबार
रानाथारु समुदायमे तिजके रौनक

कैलाली कञ्चनपपुरके स्थानीय तहमे सार्वजनिक विदा

पहुरा समाचारदाता
धनगढी, २३ सावन ।
रानाथारु समुदायके महिलाहुँक्रे आपन डाडाभैया ओ भटिज्वाके नम्मा आयुके कामना कैटी तिज टिहुवार मनाइल लागल बटै ।

सावन शुक्ल तृतीयके दिन मनाजैना तीजके अवसरमे कैलाली ओ कञ्चनपुरमे बसोबास कैना रानाथारु समुदायमे तिजके रौनक छाइल बा । रानाथारु समुदायके बसोबास रहल गाउँके टोलमे सावनके डोला (बल्का) बनाइल बा । भोज हुइल महिला अपन लैहार पहुनी खाई आइल बटै कलेसे बुधके (आज) सकारेसे निराहर बैठके तीज टिहुवार मनैटी रहल बटै ।

रानाथारु समुदायके महिला आपन डाडाभैया ओ भटिज्वाके दीर्घायुक कामना कैटी तीज व्रत बैठ्ना चलन रहल रानाथारु समुदायके बृद्धिजिवी नन्दलाल रानाथारु बटैलै । उहाँ कहलै, गैरथारु समुदाय तिज ब्रत आपन गोसियाके लम्मा आयूके कामनाके लाग बैस्ठा । मने रानाथारु समुदायके तिजमे महिला दिदीबहिनीयाहुँक्रे दिनभर आपन डाडाभैया, भतिज्वके लम्मा आयुके लाग व्रत बैस्ना चालन बा ।’

तिज पूजाके लाग रानाथारु समुदायके प्रत्येक घरमे सिमै, पुरी, गुलगुला, पकौडा, पपरा लगायतके परिकार पाके लडिया, तल्वान किनारमे कुशके घाँसमे भोज हुइल महिला ७ गाँठी ओ कुवारी लौवरीय ५ गाँठी पारके एक ठो टेपरीमे पुजा कैलक सामान अस्रैना मोर डाडाभैया, भतिज्यके लम्मा आयु हुइस कहटी कामना कैना कैना करल उहाँ बटैलै ।

लडिया टल्वासे पुजा कैके आइलपाछे पकागिल पकवानसे ब्रत खोल्के खैटी रमैना, महिलाहुँक्रे सामूहिक रुपमे सावनके डोला (बल्हा) झुल्क रमैना चलन रहल नन्दलाल बटैलै । उहाँ कहलै, ‘कैलालीके धनगढी उपमहानगरपालिका–१३ कैलाली गाउँमे आठौ तिज महोत्सवके आयोजना कैगिल बा । कलेसे कञ्चनपुरमे यी कार्यक्रम धारल बा । धनगढी गाउँक भलमन्सा भज्जी राना परम्परागत मौलिक गीत गैटी बल्ह झुल्ना चलन रहल बटैलै ।

रानाथारु समुदायके तीजके अवसर पारके कैलालीके धनगढी उपमहानगरपालिका ओ कञ्चनपुरके बेलौरी नगरपालिका, पुनर्वास नगरपालिका, लालझाँडी गाउँपालिका बुधके रोज स्थानीय सार्वजनिक बिदा डेले बा ।

उहे अवसरमे धनगढी उपमहानगरपालिकाके नगर उपप्रमुख कन्दकला कुमारी राना शुभकामना सन्देश डेले बटी । शुभकामना सन्देशमे यी पर्वसे रानाथारु जातीके ऐतिहासिक संस्कृति परम्पराके जगेर्नाके साथे रानाथारु जातिके पहिचानहे उजागर कैना समुदायमे सामाजिक सद्भाव एवम् समृद्ध समाज निर्माणमे महत्वपूर्ण भूमिका निर्वाह कैना विश्वास लेहल उहाँ बटैली ।

शुभकामना सन्देशमे कहल बा, ‘रानाथारु समुदायके महिलासे मनैना तिज पर्व २०८१ के पावन अवसरमे रानाथारु जाती लगाएत सक्कु देश बिदेशमे रहल नेपाली डाईबाबा, डाडुभैया, डिडदीवहिनीमे सुख, शान्ति, समृद्धिके लाग हार्दिक मंगलमय शुभकामना व्यक्त करटु ।

नेपाल बहुजातीय, बहुभाषिक, बहुसांस्कृतिक, बहुधार्मिक विशेषतासे भरल सुन्दर देश हो । अनेकतामे एकता ओ राष्ट्रिय स्वाभिमान हमार साझा पहिचान हुइट । यहाँके प्रत्येक जातजाति ओ धर्मावलम्बीके आ अपन साँस्कृतिक महत्व बोकल मौलिक परम्परा बा । हमार चाडपर्वसे एक दुसर समुदायबीच सद्भाव बढाइठ ।

समुदायहे एकताबद्ध कैना सघाइठ, टमान धर्म, भाषा ओ संस्कृति मन्ना समुदायहे आ–अपन मौलिक परम्परा ओ संस्कृतिके अनुसन्धान, संरक्षण, सम्बर्धन कैनाफे अभिप्रेरित करठ ।

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