गौराके प्रदेश प्रमुख मियाँसे शुभकामना सन्देश

पहुरा समाचारदाता
धनगढी, ९ भदौ । सुदूरपश्चिम प्रदेश प्रमुख नजिर मियाँ सुदूरपश्चिम प्रदेशके सांस्कृतिक पर्व गौराके सुदृढ राष्ट्रिय एकता ओ सामाजिक सद्भावना बह्रैना विश्वास व्यक्त करले बाटै । गौरा पर्वके अवसरमे शुभकामना सन्देश व्यक्त कैटी प्रदेश प्रमुख मियाँ गौरा पर्वसे लावा उमङ्ग ओ हौसला बह्रैना समेत बटैले बाटै ।
‘इ पर्व सुदृढ राष्ट्रिय एकता ओ सामाजिक सद्भावनासहित लावा उमङ्ग ओ हौसलाके साथ मुलुकके प्रगतिमे अग्रसर हुइना प्रेरणा प्रदान करे’ प्रदेश प्रमुख मियाँसे जारी करल शुभकामना सन्देशमे उल्लेख करल बा ।
सुदूरपश्चिम प्रदेशमे विशेष महत्वके साथ परापूर्व कालसे मनैटी आइल सांस्कृतिक, धार्मिक एवम् ऐतिहासिक महत्त्व बोकल गौरा पर्वके संरक्षण ओ संवर्द्धनमे लागे पर्र्ना प्रदेश प्रमुख मियाँ बटैले बाटै । उहाँ शुभकामना सन्देशमे गौरा पर्वसे एक आपसमे प्रेम, सद्भाव ओ आत्मीयता बह्रैना समेत विश्वास व्यक्त करले बाटै ।
सुदूरपश्चिमेलीनके महान् पर्व गौरा शनिच्चरसे सुरु हुइल बा । सुदूरपश्चिम प्रदेशके नौ जिल्लामे भव्य रुपमे मनाजैना गौरा पञ्चमीसे सुरु हुइना य पर्वके शनिच्चरके पहिल रोज घरघरमे बिरुँडा भिजाइल रहे । अँट्वारके बिरुँडा ढुइटी नाउलामे गौराके विधिवत् रुपमे पूजा करल बा । इहीहे नाउलाकी गौरा कना प्रचलन रहल बा ।
अमुक्ताभरण सप्तमीके दिन गौराहे गौरा घरमे भित्र्याइना करजाइठ् । उ दिन व्रतालु महिलाहुक्रे साँझके गौरा घरमे गौराके पूजा कैना चलन रहटी आइल बा । सुदूरपश्चिमके पहाडी जिल्लामे गौराके रौनक आउर ढेर रहना करठ् । बिरुँडा भिजासेकलपाछे गणेश कलश स्थापना कैके आपन कूल देवताके पूजा कैना तथा फाग गाके गौरा पर्व मनैना करजाइठ् ।
गाउँके पुरुष ओ महिलाहुक्रे पाँच दिनसम गौरा महेश्वरके पूजाआजा कैके धमारी, फाग, देउडा जैसिन गीत गैना ओ देउडा खेल्ना करठै । साङ्गीतिक पर्वके रूपमे फेन चिन्हजैना इ पर्व शिव ओ गौरी अर्थात् गौराके पूजा आराधनासे मनोकाङ्क्षा पूरा हुइना, पारिवारिक सुख ओ सौभाग्य प्राप्त हुइना मान्यता रहल बा ।
