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बर्खा नैओराके किसानहे धान ओसर्ना समस्या

पहुरा | १६ आश्विन २०८१, बुधबार
बर्खा नैओराके किसानहे धान ओसर्ना समस्या

पहुरा समाचारदाता
धनगढी, १६ कुवाँर ।
कुवाँर महिना आधा जासेकल मने बर्खा अभिन नैओराके किसानहुकनहे धानवाली ओसर्ना समस्या परल बा ।

बर्खा ओरैना बेला यिहे गैल कुवाँर ८ गते १२ गतेसम बरसल भारी पानीसे पाकल धानवालीहे नैमजासे असर परले बा । करिब पाँच दिनसम निरन्तर आइल हावापानीसे पाकल धानवालीहे ढलाइलपाछे पाकल धान फेरसे खेतुवासे जामे लागल किसानहुक्रे दुखेसो पोख्ले बटै ।

कैलाली जिल्लाके घोडाघोडी नगरपालिकाके कृषक बल्लु चौधरी कहलै, ‘टमान फेराके बाढसे बाँचल धानवाली अब्बे पाकके कटना तयारीमे रही । अबसिक आइल हावापानीसे पुरा ढलाके खेतुवामे जामे लागल बा । कटलेसे कहाँ धरना हो अभिन खेतुवामे पानी जमल बा । अबसिक पानीसे किसानहुकनहे विजोग बनैले बा ।’

कैलाली कञ्चनपुरमे बैशाख अन्तिम अठुवार ओर वियार बोके जेठ अन्तिम सातासे बैठौनी सुरुवाट करजाइठ । जेम्ने हाली लगाइल ओ हाइब्रेटके धानवाली भदौ अन्तिम अठुवारसे कुवाँर पहिल अठुवार तयार होजाइठ । लाही बोइना खेतुवामे किसानहुक्रे हाली हुइना धानवाली लगैना करठै । गोहुँ बोइना खेटुवामे कुछ ढिला पक्ना जातके धानवाली लगैना करठै । कुलुवासे सिचाई नैहुइना सुख्खा, कम पानी लग्ना ओ उचास ठाउँमे हाली पक्ना धानवाली लगैना करल बा ।

हाली पक्ना धान भदौके अन्तिम अठुवारसे कुवाँरके दुसर अठुवारसम किसान भित्रैना करठै ।

कैलारी गाउँपालिका वडा नम्बर ५ के किसान सीताराम चौधरी कहठै, ‘यी बरस हाइब्रेट जातके धानवाली लगाइल रहे । सर्जुबावनसंग हुई कहिगैल । उहीसे आघे धानवाली पाक्के तयार हुइलपाछे धनकटनी सुरु कैले रहिट ।’

कुवाँर ८ गतेसे आघे काटल धान जैसिक टैसिक व्यवस्था कैली,‘उहाँ कहलै, ‘फेरसे ८ गतेसे १२ गतेसम आइल हावापानी पाकल धानवाली कहु सुटाइल, कहु पानीले डुवाइल अभिनसम खेटमसे पानी निकरल नैहो । पाकल धानवली ओसर्ना समस्या बा ।’
पानी भग्ना कौनो सुरसार नैहो, सीताराम कहलै, ‘रोजदिन गाह्र बडरी आइठ । पाकल धान काटी कलेसे कहाँ सुखुवैना हो चिन्ता बा । निन्हा धरनाफे ठाउँ नैहो । नैकाटी कलेसे हावा पानीसे ढलाईल धान खेतुवा जामाटा ।’

कैलारी गाउँपालिका वडा नम्बर ५ के फुलपाती चौधरी भर डरा डरा धान कटनी सुरु करल बटैठै । उहाँ कहलै, नैकाटी कलेसे अब्बे खेतुवामे धानवाली सरना सम्भावना बा । काटी कलेसे जोरके पानी बरसलेसे भिजैना चिन्ता बा ।’

ढेर जैसिक किसान डसिया आघे धान सुरु कैना सोचमे रहिट । कोई कोई धनकटनी सुरुवाटफे कैसेकल रहे । काटल धानके निन्हा खेतुवामे डुवानमे परल बा । ओस्टेक हावासँगे आइल पानीसे पाकल धान जमिनमे सुटल बा । हाली पक्ना धानवालीहे असर करलेफे ढिला पक्ना जातके धानवालीके लाग भर अब्बेक वर्षा फाइदाजनक रहल बा ।

भारी विपत्तिके सामना करके कुछ दिन खुलल मौसममे मंगरसे कोशी प्रदेशसे फेरसे बदली सुरु हुइल बा ।

जल तथा मौसम विज्ञान विभाग मौसम पूर्वानुमान महाशाखाके अनुसार अब्बे कोशीमे बडरीसे ढाकसेकल ओ ओकर असर कोशीसहित मधेस प्रदेश, बागमती ओ गण्डकीसम विल्गैना जनैले बा ।

मौसमविद् प्रतिभा मानन्धर कहलै, “बडरी लग्ना ओ हल्कासे मध्यम वर्षा हुइना बा । विशेष करके कोशी प्रदेशमे हल्का ओ मध्यम वर्षा हुइना बा कलेसे मधेस, बागमती ओ गण्डकी प्रदेशसम फैल्ना बा । सुदूरपश्चिम, कर्णाली ओ लुम्बिनीमे कम बा ।” यी असर आज ओ काल्हसम रना जनाइल बा । मने भारी ओ लगातारके वर्षा भर नैहुइना उहाँ उहाँ बटैलै ।

मने यी आघेक वर्षासे देशक सक्कु भूभाग गलल हुके कम पानी परेबेर बाढपहिरोके सम्भावना रहल जनाइल बा । हाल देशभर मनसुनी वायुके प्रभाव कायमे बा ।

भारतके मध्य प्रदेश ओ आसपास क्षेत्रमे रहल न्यून चापीय प्रणालीके आंशिक प्रभाव नेपालमे रहल उहाँ बटैलै । कुवाँर १६ गते कोशी, मधेस प्रदेश ओ बागमती, गण्डकी प्रदेशमे बदरी हुके हल्कासे मध्यम वर्षा हुइना बा ।

कुवाँर १७ गतेफे उहे अवस्था रहल विभाग जनैले बा । कोशी प्रदेशके एक दुई स्थानमे भारी वर्षाके सम्भावनाफे रहल विभाग सार्वजनिक करल बुलेटिनमे जनाइल बा ।

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