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कमलरी अभियन्ता उर्मिला चौधरीहे अन्तर्राष्ट्रिय अवार्ड

पहुरा | ६ कार्तिक २०८१, मंगलवार
कमलरी अभियन्ता उर्मिला चौधरीहे अन्तर्राष्ट्रिय अवार्ड

सन्तोष दहित
दाङ, ६ कार्तिक ।
साढे ११ बरस कमलरी जीवन बिटाइल ओ मुक्त हुइलपाछे कमलरी मुक्ति अभियानमे लागल दाङ गढवाके उर्मिला चौधरी ‘ग्लोबल एन्टी–रेसिज्म च्याम्पियन्स अवार्ड’ पैले बाटी ।

अमेरिकी डिपार्टमेन्ट अफ स्टेटके सन् २०२४ के ‘ग्लोबल एन्टी–रेसिज्म च्याम्पियन्स अवार्ड’ कमलरी अभियन्ता उर्मिला चौधरी पाइल हुइटी ।

अमेरिकामे सोम्मारके आयोजित एक कार्यक्रममे अमेरिकी विदेश मन्त्री एन्टोनी जे ब्लिन्केन चौधरीहे अवार्डसे सम्मान करल रहिट ।

चौधरी सहित टमान डेशके ६ जाने अभियन्ता अवार्ड पाइल हुइट । अवार्ड पउइयामे अन्यमे घानाके दिन्ताइ सुल ताइरु, नेदरल्यान्ड्सके जोन लीरड्याम, उत्तर म्यासेडोनियाके एल्भिस शाकजिरी, मेक्सिकोके तान्या दुआर्त ओ बोलिभियाके तोमासा यार्हुइ ज्याकोम रहल बाटै ।

इ अवार्ड गैल बरस नेपालके सरस्वती नेपाली पैले रही । सामाजिक कार्यकर्ता ओ दलित समाज विकास मञ्चके अध्यक्षके रूपमे सीमान्तकृत जाति, अपांगता रहल व्यक्ति ओ गरिबके मानव अधिकारके लाग काम करल वापत उहाँहे अवार्ड डेहल रहे ।
अमेरिकी सरकारसे सन् २०२३ मे स्थापना करल इ अवार्ड विश्वव्यापी रूपमे नागरिक समाजके व्यक्तिहुक्रनहे उहाँहुक्रनसे करल उदाहरणीय ओ साहसिक कार्यके लाग डेजाइठ् ।

बाल्यकालमे अपने कमलरी रहल चौधरीहे कमलरी प्रथा उन्मुलन, जातीय समानता, न्याय ओ मानव अधिकारके प्रवर्द्धनमे महत्त्वपूर्ण योगदान पुगाइल कहटी इ अवार्ड डेहल हो ।

“अवार्डसे महिन विपन्न ओ पाछे पारल समुदायके बालबालिकाके लाग काम कैना थप हौसला डेहल बा,” अमेरिकासे उहाँ कहली, “इ अवार्ड मै सम्पूर्ण नेपाली तथा मोरसँगे उद्धार हुइल ओ कमलरी प्रथा उन्मुलनमे सहयात्रा करल सम्पूर्ण संघरियाहे समर्पण कैना चाहटु ।”

विश्वके शक्तिशाली डेशसे डेना अवार्ड पैना गौरवके बात रहलेसे फेन न्याय ओ समानताके लाग आउर ढेर काम कैना बाँकी रहल बटैली । “सयौं मुक्त कमलरीके पुनर्स्थापना हुइ सेकल नैहो, उहाँहुक्रनके पुनर्स्थापना, न्याय ओ समानताके लाग लरे पर्ना बा,” उहाँ कहली ।

काठमाडौं स्कूल अफ लमे बीए एलएलबी अध्ययनरत चौधरी पढाइ पूरा हुइल पाछे आपन जस्टे विपन्न परिवारके बालबालिकाहे कानूनी सहायता डेना लक्ष्य रहल सुनैली । “जैसिक मै दुःख–पीडासे संघर्ष कैके यहाँसम अइनु, मोर जस्टे कष्टपूर्ण जीवन बिटैटी रहल कैयौं बालिकाके संघरिया बनके काम कैना चाहना बा,” उहाँ कहली ।

कमलरी प्रथा उन्मूलनमे महत्त्वपूर्ण योगदान पुगाइल वापत चौधरी राष्ट्रिय तथा अन्तर्राष्ट्रिय स्तरके ढेर अवार्ड पैले बाटी । ६ बरस आघे नेदरल्यान्ड्ससे उर्मिलाहे ‘लउरियट फ्रिडम फ्रम फेयर अवार्ड २०१८’ से सम्मानित करल रहे । प्रत्येक डुई बरसमे प्रदान कैना इ अवार्ड उहीसे आघे पाकिस्तानके बाल अधिकार कार्यकर्ता मलाला युसुफजाई, आङ सान सुची, हुसेन इब्राहिम सलेह अल जैसिन व्यक्ति पाइल रहिट ।

अब्बेसम उहाँ ६ ठो अन्तर्राष्ट्रिय अवार्ड पासेकल बाटी । संयुक्त राष्ट्र संघके यूथ करेज अवार्ड फर एजुकेशन, इन्टरन्याशनल ह्युमन राइट्स अवार्ड फेन उहाँ पैले बाटी ।

दाङके गढवा गाउँपालिका–७ मानपुर निवासी फुलट चौधरी ओ खलसी चौधरीके छाइ हुइटी, उर्मिला । ओहकान तीन दादा, एक डिडी ओ एक भैया रहल बाटै ।

आर्थिक अवस्था कमजोर रहल कारण ओहकान परिवार जमीनदारके जग्गा अधियाँ लेके जीविका चलैना करिट । अधियाँ करल वापत साहुके घरमे बधुवा कामदारके रुपमे कमैया ओ कमलरी बैठे परे ।

साहुके घरमे कमलरी राखक लाग उर्मिलाहे ६ बरसके उमेरमे काठमाडौं लैगिल रहे । कापी–कलम बोकके स्कूल जैना उमेरमे ओहकान हाठमे भाँडाकुँडा थमागैल रहे । उहाँ भाँडा मिस्ना, लुगा ढुइना ओ घरके सरसफाइ कैना काम करे परे ।

घरमे आपन खाइल भाँडा फेन ढुइ नैसेक्ना ओहकान लाग मालिकके घरके काम बरवार बोझ बनल । “मोर भाग्यमे अस्टे लिखल रहे कना सोच्ठु,” उर्मिला उ समय सम्झठी ।

ओकर कुछ बरस गैरसरकारी संस्था स्वान नेपाल ओ एफएनसीसे दाङमे कमलरी उन्मूलनके अभियान शुरू करल । गाउँसे शुरू हुइल अभियान शहरमे फेन पुगल । पश्चिम तराईके जिल्लासे चलल् अभियान काठमाडौं पुगल । उहे अभियानके क्रममे साढे ११ बरससे कमलरी जीवनपाछे उहाँ २०६३ माघ १ गते मुक्ति पाइल रही ।

जमीनदारके घरके दासी जीवनसे छुटकारा पाइलसँगे उहाँ कमलरी प्रथा उन्मूलन अभियानमे लागल रही । ओहकान सक्रियता डेखलपाछे दाङमे कमलरी उन्मूलन अभियानके अगुवा उहाँहे बनागैल । कमलरी उन्मूलनके लाग साझा अभियानके संयोजक हुइली, उहाँ । ओकर डुई बरसपाछे ओहकान नेतृत्वमे दाङहे कमलरी मुक्त जिल्ला घोषणा करगैल रहे ।

कमलरी प्रथा उन्मूलन अभियानमे मुक्त हुइल अन्य कमलरी फेन जोर्टी गैलै । उहाँहुक्रनके आन्दोलनहे टमान संघसंस्था ओ समूहसे साथ डेहे लागल ।

चौधरीके नेतृत्वमे मुक्त कमलरी विकास मञ्च गठन हुइल । ओकरपाछे एक जिल्ला औरे जिल्ला हुइटी उहाँहुक्रनके अभियान सार्थकता पैटी गैल । विशेष कैके दाङ, बाँके, बर्दिया, कैलाली, कञ्चनपुर हुइटी कम्लरी प्रथा विरुद्धके आन्दोलन देशव्यापी बन्टी गैल । उहाँ नेतृत्वके मञ्चके अगुवाइमे कमलरी मुक्ति अभियान गति पाइल ।

सक्कु ओरके दबाब स्वरूप २०७० असार १३ मे सरकारसे कमलरी मुक्तिके घोषणा करल । ओकरपाछे हरेक बरसके असार १३ गते कमलरी मुक्ति दिवस मनैटी आइल बा ।

कमलरीके रूपमे बिटल दिन सम्झेबर उर्मिलाहे सपना जैसिन लागठ् । “किताबके अक्षरसँग खेल्ना समयमे मोर उमेरके १७ बरस मालिक्वाके डुठहा भाँडा ओ मैलाइल कपडा धुइनामे बिटल,” उहाँ कहली ।

उ उमेरसम उहाँ कखरा फेन सिखे पाइल नैहरी । कमलरीसे मुक्ति पाइलसँगे उहाँ पढाइ आघे बह्रैली । “महिन यहाँसम पुगुइया बालबालिकाके क्षेत्रमे काम कैना संस्था नायफ नेपालके मानबहादुर क्षेत्री, फकला थारु ओ स्वानके अध्यक्ष कृष्णकुमार चौधरी अनि मोर अभियानमे सहयोग करुइया सक्कु जनहनहे विशेष सम्झटु ।”

आब ओहकान लक्ष्य सफल वकील बन्ना रहल बा । बीए एलएलबीके पढाइ ओराइलपाछे विपन्न परिवारके बालबालिकाके हकहित ओ उत्थानके लाग क्रियाशील रहना उहाँ सुनैली ।

गत कुँवार पहिल अँठ्वार ‘ग्लोबल एन्टी–रेसिज्म च्याम्पियन्स अवार्ड’मे छनोट हुइल कहटी काठमाडौंस्थित अमेरिकी दूतावाससे फोन आइबर उर्मिला बाबाक उपचारके लाग काठमाडौसे कोहलपुर जैना तयारीमे रही । ओहकान बाबा कोहलपुर मेडिकल कलेजके आईसीयूमे भर्ना हुइल रहिट ।

अवार्ड पाइलपाछे दूतावाससे कहल अनुसार उहाँ काठमाडौंमे बैठके कुछ प्रक्रिया पूरा करे पर्ना रहे । अवार्ड पैना जानकारी पाइलपाछे उहाँ बाबाहे फोन कैके सुनैली । बाबा, ‘मै ठीक हुइटु बाटु चिन्ता नैकरो, टैँ आपन काम करो’, कहलपाछे उहाँ अवार्ड लेहे जैना तयारीमे लग्ली ।

अवार्ड पाइल खबर फोनसे सुनैलेसे फेन अवार्ड बाबाहे डेखाइ नैपैली । उहे बिचमे बाबाके निधन हुइल । “अवार्ड पाइल खुशी मै बाबाहे समर्पण कैना चाहल रहुा, उ पूरा नैहुइल,” उहाँ दुःख व्यक्त कैटी कहली ।

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