दलित सशक्तीकरण ऐन संशोधनके प्रस्तावप्रति दलित समुदायसे विरोध

पहुरा समाचारदाता
धनगढी, ८ कार्तिक । सामजिक विकास मन्त्रालयलसे दलित शसक्तिकरण ऐन कार्यान्वयनमे नैअइटी संशोधनके लाग प्रस्ताव करल विद्येक दलित समुदायके व्यक्तिहुक्रे अस्विकार करटी कार्यान्वयनके माग करले बटै ।
बुधके रोज सामाजिक विकास मन्त्रालय सुदूरपश्चिम प्रदेशसे दलित शसक्तिकरण ऐन कार्यान्वयनमे नैअइटी संशोधनके लाग प्रस्ताव करल विद्येक सम्बन्धी सुझाव संकलन कार्यक्रममे सहभागी दलित संघ संस्थाके प्रतिनीधिहुक्रे संशोधन विद्येक अस्विकार करटी कार्यान्वयनके माग करल हुइट ।
सामाजिक विकास मन्त्रालयसे ऐन संशोधन कैना बनाइल विद्येकउप्पर छफफल कैना आयोजना करल कार्यक्रमके मान्यूटमे समेत हस्ताक्षर नैकरके ओइने संशोधनके लाग आघे सारल विद्येकहे अस्विकार करटी एकमतले कार्यान्वयनके माग करल हुइट । सामाजिक विकास मन्त्रालयके कानून अधिकृत दान बहादुर सुनारसे प्रस्तृत करल दलित शसक्तिकरण ऐन २०७८ हे सशोधन कैना बनल विद्येक सम्बन्धी जानकारी करैले रहिट ।
उ विद्येक सम्बन्धी आयोजना करल छलफलमे सहभागी दलित समुदायके व्याक्तिसे ऐन संशोधन नैहुके कार्यान्वयन करे पर्नामे जोड डेहल हुइट । ओइने २०७९ साल बैशाख २२ गते प्रमाणीकरण हुइल ऐन अभिनसमफे कार्यान्वयन नैहुइना दलित प्रतिके हेपाह प्रवृति कायमे रहल ज्वलन्त उदाहरण रहल बटैलै ।
क्रियाशिल दलित पत्रकार संघके सुदूरपश्चिम प्रदेश उपाध्यक्ष प्रदिप मलासी ऐन संशोधनके आवश्यकता नैरहल बटैटी मौजुदा ऐनहे यथाशक्य कार्यान्यवन करे पर्ना बटैलै ।
उहाँ ऐन संशोधन केक्रो व्यक्तिगत स्वार्थके कारण आईल हुई सेक्ना बटैटी संशोधनके लाग प्रस्तावित विद्येकमे दलितके अधिकार कटौती करल बटैलै । ओस्टेक करके दलित गैर सरकारी संस्था महासंघ सुदूरपश्चिम प्रदेशके सह सचिव राजेन्द्र रैका प्रदेश सरकारसे दलित समुदायउप्पर नीतिगत विभेद करल बटैटी मौजुदा ऐन जस्ताके टस्टे कार्यान्वयमे लैजाई पर्ना बटैलै । उहाँ खेलकुद विकास समिति, युवा परिषद लगायतके ऐन बनके फे कार्यान्वयनमे नैआई सेकल बटैटी दलित सशक्तिकरण ऐनहे कार्यान्वयन नैकैनासे प्रदेश सरकारके दलितप्रतिके दृष्टिकोण स्पष्ट हुइल बटैलै । उहाँ संशोधनके लाग प्रस्तावित विद्येक ऐन कार्यान्वयन करे नैडेना चलखेलके रुपमे आइल बटैलै ।
ओस्टेक करके नेपाल दलित संघ कैलाली अध्यक्ष अध्यक्ष प्रेम विक ऐन कार्यान्वयनके पाटोमे जाई पर्ना बटैटी संशोधनके लाग प्रस्तावित विद्येक आवश्यक नैरहल बटैलै । उहाँ मौजुदा ऐनसे व्यवस्था करल अधिकांश विषय कटौती करके विद्येक आइल ओरसे सहमति जनाई नैसेकल बटैलै । उहाँ राजनैतिक नियुक्तहे जागीर खैना जैसिन करके विज्ञापन कैना, सिफारिस समिति गठन कैना जैसिन विषयसे ऐनले व्यवस्था करल विषय कटौती करल बटैलै ।
ओस्टेक करके दलित महिला अधिकार मञ्चके अध्यक्ष सावित्रा घिमिरे ऐन कार्यान्वयन नैहुइटी संशोधनके प्रस्ताव अइना दुखद विषय रहल बटैली । उहाँ मौजुदा ऐन कार्यान्वयनमे ल्यन्ना माग करली । ओस्टेक करके पत्रकार धर्मसिह विक समय सापेक्ष ऐन संशोधन करे पर्ना बटैटी कार्यान्वयनमे नैजाके संशोधन करे खोज्न ऐन कार्यान्वयन करे नैचाहल बटैलै । संशोधनसे अधिकार कटौती करल बटैटी उहाँ अभिन दुई बर्ष पर धकेल्न खेल हुइल बटैलै । उहाँ दलित सशक्तिकरण ऐन कार्यान्वयन नैहु्के दलित समुदायके लाग विनियोजन करल बजेटफे फ्रिज हुइना करल बटैटी ऐनले व्यवस्था करल दलित विकास समिति गठन करके काम कैना सहज वातावरण बनाई पर्ना बटैलै ।
ओस्टेक करके नेपाल दलित मुक्ति मोर्चाके नेता डम्बर सुनार ऐन कार्यान्वयनमे जाई पर्ना बटैटी जवरजस्ती संशोधन करे खोज्लेसे बाध्य हुके दलित समुदाय आन्दोलनमे जैना बटैलै ।
सामाजिक विकास मन्त्री मेघराज खडका ऐन कार्यान्वयनके विषयसेफे संशोधनके विषयमे केन्द्रित हुई पर्ना बटैलै । मन्त्री खडका ऐनहे प्रभाकारी बनैना संशोधन करके कार्यान्वयनमे लैजाई खोजल बटैलै ।
सामाजिक विकास मन्त्रालयके राज्यमन्त्री सरस्वती खडका दलित महिलाके सवालप्रति राज्य गम्भिर हुई पर्ना बटैटी आइल सुझावहे सहज रुपमे लेना बटैटी । उहाँ अभिन छलफल करके केल टुङगोमे पुगे सेक्ना बटैली ।
सामाजिक विकास मन्त्रालयके सचिव चक्रपाणी पाण्डे ऐन कार्यान्वयनपाछे केल संशोधन कैना बाट गलत रहल बटैलै । उहाँ संशोधन करके कार्यान्वयनमे लैजेलेसे मजा हुइना वरसे संशोधन विद्येक प्रस्ताव करल बटैलै ।
