थारु राष्ट्रिय दैनिक
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[ वि.सं ३ चैत्र २०८१, सोमबार ]
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‘ नेपाल मानव अधिकार वर्ष पुस्तक २०२५ सार्वजानिक ’

एक वर्षमे १ हजार ९९ जाने पीडित

पहुरा | ७ फाल्गुन २०८१, बुधबार
एक वर्षमे १ हजार ९९ जाने पीडित

पहुरा समाचारदाता
धनगढी, ७ फागुन ।
अनौपचारिक सेवा केन्द्र (इन्सेक) सुदूरपश्चिम प्रदेश कार्यालयसे नेपाल मानव अधिकार वर्ष पुस्तक २०२५ सार्वजानिक करटी सुदूरपश्चिम प्रदेशके मानव अधिकार अवस्थाबारे छलफल करले बा ।

बुधके रोज धनगढीस्थित अपने कार्यालयमे पत्रकार सम्मेलनके आयोजनाके उ पुस्तक सार्वजनिक करटी प्रदेशके मानव अधिकारके अवस्थाबारे छलफल करल हो ।

इन्सेक सुदूरपश्चिम प्रदेश संयोजक खडकराज जोशी वर्ष पुस्तक सुदूरपश्चिम प्रदेशलगायत सातु प्रदेशमे सार्वजनिक हुइल जनैलै । इन्सकसे सुदूरपश्चिम प्रदेशमे करल अभिलेख अनुसार सन् २०२४ मे सुदूरपश्चिम प्रदेशमे मानव अधिकार उल्लंघन ओ ज्यादतीके १ हजार ८१ घटनामे १ हजार ९९ जाने पीडित हुइलै । यी वर्ष मानव अधिकार उल्लंघनके ११ घटनामे एक महिला ओ १० पुरुष करके जम्मा ११ जाने तथा ज्यादतीके १ हजार ७० घटनामे १ हजार ५४ महिला ओ ३४ जाने पुरुष करके जम्मा १ हजार ८८ जाने पीडित हुइल उहाँ जनैलै । यी सख््या गैत वर्षसे १ सय २ जाने कम हो ।

यी वर्ष राज्य पक्षसे कुटपिटके घटनामे दुई जाने, गिरफतारीके घटनामे ६ जाने, जेलमे मृत्यु घटनामे एक जाने, हिरासतमे मृत्यु घटतामे एक जाने ओ अमानवीय व्यवहार घटनामे एक जाने करके ११ जाने पीडित हुइल अभिलेख हुइल उहाँ जनैलै । अन्य पक्षसे कुटपिट तथा धारियार हतियार प्रहारसे हत्याके घटनामे नौ जाने, घाहिलके घटनामे ११ जाने, बाल अधिकारके घटनामे १ सय ५ जाने, जातीय विभेदके घटनामे तीन जाने, महिला अधिकारके घटनामे ९. सय ४७ जाने, अमानवीय व्यवहारके घटनामे दुई जाने, कुटपिटके घटनामे आठ जाने ओ धम्कीके घटनामे तीन जाने पीडित हुइल अभिलेख हुइल उहाँ जनैलै ।

सन् २०२४ मे महिलाउप्पर हुइना हिंसाके घटनामे ९ सय ४७ जाने पीडित हुइल अभिलेख हुइल बा । यी वर्ष घरेलु हिंसाके घटनामे ८ सय ३२ जाने, बलात्कारके घटनामे ६३ जाने, बलात्कार प्रयासके घटनामे १३ जाने, यौन दुव्र्यवहारके घटनामे चार जाने, बालत्कारपश्चात हत्या घटनामे एक जाने, सामूहिक बलात्कार घटनामे पाँच जाने, वैवाहिक बलात्कार घटनामे ११ जाने, वेचबिखन तथा ओसारपसार प्रयास घटनामे दुई जाने, वेचविखन तथा आओसारपसार घटनामे पाँच जाने, साइवर अपराध घटनामे दुई जाने, कथित बोक्सीके आरोप घटनामे दुई जाने ओ परिवारजनसे हत्या घटनामे सात जाने महिला पीडित हुइल अभिलेख कैगिल बा ।

बाल अधिकार उल्लंघनके घटनामे १ सय ५ जाने पीडित हुइल अभिलेख हुइल । यी वर्ष बलात्कारके घटनामे ५८ जाने, सामुहिक बलात्कार घटनामे ६ जाने, यौन दुव्र्यवहारके घटनामे २४ जाने, बलात्कारपश्चात हत्या घटनामे एक जाने, व्याभिचार घटनामे आठ जाने, बाल विवाह घटनामे दुई जाने, वेचविखन तथा ओसारपसार घटनामे चार जाने ओ शारीरिक यातना घटनामे दुई जाने बालिका पीडित हुइल अभिलेख हुइल बा । जातीय विभेदक घटनामे यी वर्षफे एक जाने महिला सहित तीन जाने पीडित हुइल अभिलेख हुइल ।

विगत वषमे जस्टे गी वर्षफे पारिवारिक हत्याके विभास घटनाके सख्या उल्लेख्य रहल । यी वर्ष पारिवारिक हत्याके घटनामे सात जाने महिला मारल बटै । परिवारजनसे महिला उप्पर हुइना घरेलु हिंसाके उजुरी हरेक वर्ष बह्रना करल बा । कतिपय बेला परिवारजनसे महिलाउप्पर हुइना घटनाहे परिवारमे गुपचुप रख्न वा गाउँ समाजमे मिलाजाइठ । ढेर जैसिन घटनामे महिलाके दोष डेखाके आरोपितहे उन्मुक्ति डेना कार्य फे हुइटी रहल बा ।

अभिनफे घरेलु हिंसासे महिलाएउर हुइना शारीरिक तथा मानसिक आघातहे संवेदनशीलताके साथे हेर्ना संस्कृतिके निर्माण हुई नैसेकल हो । महिलाउप्पर हुइना घरेलू हिंसाहे परम्परागत रूपमे लेना सोच यथावत् रहल विल्गाइठ बा ।

इन्सेक प्रतिनिधिसे जिल्लाके प्रहरी कार्यालयमे रहल महिला तथा बालवालिका तथा ज्येष्ठ नागरिक सेवा केन्द्र अनुगमन करेबेर केन्द्रमे दर्ता हुइल अधिकाश घटनामे मिलापत्र हुइल पाइल ओरसे फितलो कानून ओ रहल कानूनके फे कार्यान्वयन नैहुइनासे महिलाउप्पर हुइना हिंसाके घटनामे कमी नैआइल इन्सकके आकलन बा ।

सन २०२४ मे इन्सेक जिल्ला प्रतिनिधिसे जिल्लामे वातावरणीय अधिकारके अवस्थाके बारेमे अनुगमन करके ओकर सत्यतथ्यांक वर्ष पुस्तकमे अभिलेख हुइल बा । जिल्लामे वातावरणीय प्रभावके कारण अपने जन्मल हुर्कल ठाउँ ओ वस्तीमे बैठे नैसेक्के बसाईसराई करल, वायु प्रदुषणके अवस्था, खाद्य संकट, खानेपानी ओ सरसफाइके अवस्थाके बारमे वर्ष पुस्तकमे समावेश करल बा । बाढपहिरोके कारण नागरिक थातथलो छोरके विस्थापित हुइना, गुणस्तरीय शिक्षा, स्वास्थ्य ओ रोजगारीके खोजीमे बसाइसराई कैना क्रम जारी रहल पागिल बा ।

सुदूरपश्चिम प्रदेशके अधिकांश जिल्लामे प्रयाप्त मात्रामे सार्वजनिक शौचालय निर्माण नैकरके नागरिकसे सास्ती खेपे परल गुनासा प्राप्त हुइल बा । सुदुरपश्चिम प्रदेशके नौ जिल्लामे रहल कारागारके कुल कैदी क्षमता ५ सय ८५ जाने रहलमेफे यी बर्ष क्षमतासे दुई गुणा ढेर १ हजार ६ सय ६६ जान केदैवन्दी धारल पाइल बा । यिहीसे कारागारमेसमेत कैदीबन्दीके जीवनउप्पर असुरक्षा बह्रटी गैल विल्गाइठ । क्षमतासे ढेर कैदी बन्दी धारल कारण कतिपय कारागारमे पाल लगाके सुटेपर्ना बाध्यता रहल बा । कारागार सुधारके योजना यी वर्ष फे कागजमे सीमित रहल बा । बालसुधार गृहके अवस्थाफे सन्तोषजनक रहल नैहो । २५ जाने क्षमता रहल बालसुधार गृह, डोटीमे यी वर्ष ६१ जाने धारल पाइल बर्ष पुस्तकमे अभिलेख करल बा ।

मुलुकभर करल अभिलेखअनुसार सन् २०२४ मे मानव अधिकार उल्लंघन ओ ज्यादतीके घटनामे १० हजार ७ सय ३४ जाने पीडित हुइलै । यी वर्ष मानव अधिकार उल्लंघननके घटनामे १ सय १४ महिला ३ सय ४४ पुरुष करके जम्मा ४ सय ५८ जाने तथा ज्यादतीके घटनामे १ हजार ५ सय ७२ महिला १७ सय ४ जाने पुरुष करके जम्मा १० हजार २ सय ७६ जाने पीडित हुइल अभिलेख हुइल । यी सख्या गैल वर्षसे १ हजार ३ सय ४६ जाने ढेर हो ।

यी वर्ष राज्य पक्षसे एक जानेक हत्या हुइल । यी वर्ष राज्य पक्षसे गिरफतारीके घटनामे ३७ जाने, कुटपिट घटनामे ४७ जाने, दोहोरो झडपसे ४३ जाने, कुटपिटसे ५९ जानो, गोली लागके ६ जाने, धरियार हतियारसे ११ जाने करके १ सय १९ जना घाहिल हुइलै । जातीय विभेद अन्तर्गत सार्वजनिक स्थलमे प्रवेशसे बन्चित घटनामे एक जाने, भेला तथा संगठित हुइना अधिकारमे १ सय ५६ जाने पीडित हुइल अभिलेख हुइल बा । कारागारमे ४ महिला सहित ६० जाने ओ प्रहरी हिरासतमे पाँच जाने पुरुष करके ६५ जानेक मृत्यु हुइल अभिलेख हुइल बा । यौन दुव्र्यवहार घटनामे एक जाने महिला पीडित हुइल अभिलेख समेत यी वर्ष हुइल बा ।
सन् २०२४ मे अन्य पक्षसे महिलाउप्पर हुइना हिंसाके घटनामे ७ हजार ५ सय ८३ जाने पीडित हुइल अभिलेख हुइल बा । यी वर्ष बेचविखन प्रयासके घटनामे २२ जाने, वेचविखन तथा ओसारससार घटनामे ६० जाने, घरेलु हिंसाके घटनामे ५ हजार ८ सय जाने, कचित बोक्सीके आरोपमे २९ जाने, बलात्कारके घटनामे ६ सय ६४ जाने, बलात्कार प्रयासके घटनामे १ सय ४४ जाने, यौन दुव्र्यवहारके घटनामे ३१ जाने, हाडनाता करणी घटनामे २३ जाने, वैवाहिक बलात्कार घटनामे २३ जाने, गामुहिक बलात्कार घटनामे २५ जाने, साइवर अपराध घटनामे ३ सय ६६ जाने, दाइजोजनित हिसा घटनामे २ सस १२ जाने बलात्कारपश्चात हत्या घटनामे सात जाने ओ परिवारजनसे हत्या १ सय जाने पीडित हुइल अभिलेख हुइल बा । जातीय विभेद घटनामे यी वर्ष फे २० जाने पीडित हुइल अभिलेख हुइल बा ।

सन् २०२४ मे टमान प्रकृतिके घटनामे १ हजार ७ सय ५८ जाने वालवालिका पीडित हुइल अभिलेख हुइल बा । यी वर्ष बेचविखन तथा ओसारपसार घटनामे ६४ जाने, बालविवाह घटनामे ४० जाने, बलात्कार घटनामे ९ सय ३६ जाने, हाडनाता करणी घटनामे ६२ जाने, सामुहिक बलात्कार घटनामे ४९ जाने, साइबर अपराध घटनामे २ सय ३ जाने, विद्यालयमे डेना शारीरिक यातना घटनामे २६ जाने, नवजात शिशुके हत्या घटनामे आठ जाने, बलात्कारपाछे हत्या घटनामे एक जाने ओ यौन दुव्र्यवहार घटनामे ३ सय ६८ जाने पीडित हुइल अभिलेख हुइल बा ।

सशस्य द्वन्दके अन्त्य हुइल १८ वर्ष बिटलेसेफे द्वन्दपीडितके मुद्दा ज्युके रहल बा । बेपत्ता पारल व्यक्तिके छानबिन आयोग ओ सत्य निरुपण तथा मेलमिलाप आयोगके अध्यक्ष तथा सदस्यके नियुक्तिके सिफारिस कैना सरकारसे पुनर्गठन करल समिति जिम्मेवारी पूरा नैकरके विघटन हुइलसंगे नेपालके सकमणकालिन न्यायमे फेरसे अवरोध आइल बा ।

कार्यक्रममे एन्सेक प्रदेश संयोजक खडकराज जोशी नेपाल पत्रकार महासंघ सुदूरपश्चिम प्रदेश संयोजक भरत शाहहे वर्ष पुस्तक हस्न्तान्तरण करके उ पुस्तक सार्वजनिक करल रहिट । कार्यक्रममे इन्सेक प्रदेश कार्यालयके प्रलेख अधिकृत कृष्ण विक ओ जिल्ला प्रतिनिधि मैनामोती चौधरीलगायत संचारकर्मीहुकनके सहभागिता रहे ।

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