साहित्यिक पत्रकारिताके अवस्था दयनीय

पहुरा समाचारदाता
धनगढी, ७ गते । सुदूरपश्चिम प्रदेशके सामाजिक विकास मन्त्री मेघराज खड्का नयाँ प्रविधिके विकाससँगे अध्ययन ओ सिर्जना कम होके साहित्य पत्रकारिता ओझेलमे परल बटैले बटैं ।
सुदूरपश्चिम प्रज्ञा–प्रतिष्ठान धनगढीके आयोजनामे शुकके रोज धनगढीमे हुइल सुदूरपश्चिम साहित्यिक पत्रकारिता अवस्था ओ चुनौती प्रादेशिक संगोष्ठीमे मन्त्री खड्का साहित्यिक पत्रकारिताहे बह्राइक लाग साहित्यके अध्ययन करटि साहित्य सिर्जना करेपरना बटैले रहैं । उहाँ कलैं, “साहित्य पह्रना पाठकके कमि होके फेन साहित्य रचना कम हुइल बा ।”
कार्यक्रममे कार्यपत्र प्रस्तुत करटि पत्रकार चित्रांग थापा पत्रकारिताके जननी साहित्य रहल ओरसे साहित्यिक पत्रकारिताहे फेन आघे बह्राइ परना बटैले रहैं । उहाँ कलैं, “साहित्यिक पत्रकारिताके अवस्था दयनीय रहल ओरसे यहोर सरकारके फेन ध्यान जैना आवश्यक बा ।” उहाँ साहित्य, कला, संस्कृति राष्ट्रके गहना रहल ओरसे यकर संरक्षण ओ सम्वद्र्धन करना सरकारके दायित्व रहल बटैले रहैं ।
कार्यक्रममे नेपाल पत्रकार महासंघ सुदूरपश्चिम प्रदेश समिति अध्यक्ष भरल शाह, महासचिव शिवराज भट्ट, नेपाल पत्रकार महासंघ कैलाली जिल्ला पूर्व अध्यक्ष हिमाल जोशी, नारायण अवस्थी, सागर कुश्मी, यज्ञराज यात्री, गुणाकर पनेरुलगायत मन्तव्य व्यक्त करले रहैं ।
प्रतिष्ठानके उपकुलपति डा. टिएन जोशीके अध्यक्षतामे हुइल कार्यक्रमके सञ्चालन जगत साउँद करले रहैं । कार्यक्रम मिडिया नेपालके सहकार्यमे हुइल रहे ।
