लम्कीचुहामे “चिरैं” भजहर एकसाथ मनाजैना

पहुरा समाचारदाता
धनगढी, १७ चैत । कैलालीके लम्कीचुहा नगरपालिकामे “चिरैं” भजहर एकसाथ सँगसँगे मनैना हुइल बाटै । चैत शुक्ल पक्षमे मनाजैना “चिरैं” भजहर पालिकाके सक्कु थारु गाउँमे चैत १९ गते मनैना कहिके बरघर भलमन्सा समितिसे निर्णय करल बरघर भलमन्सा समितिके अध्यक्ष दशराम थारु जानकारी डेलै ।
“चिरैं” भजहर अक्केसँगे मनैनाके औचित्यबारे प्रष्ट परटी अध्यक्ष थारु कहलै, ‘अब्बे किसान काममे व्यस्त बाटै । शुक्ल पक्षभर टिहुवार मनाइबर काममे लागलहुक्रनहे डिस्टर्ब हुइठ् । ओस्टके अलग अलग दिन टिह्वार मनाइनब विद्यार्थीनहे पह्राइमे फेन असर परठ् । समुदायके एकता एकरुपतामे फेन प्रश्न उठट् । ओहेमारे अक्के दिन सँगे मनैना निर्णय करल हुइटी । लम्कीचुहा नगरपालिकामे गैल बरस फेन सक्कु गाउँले चिरैं भजहर सँगे मनाइल रहिट ।
“चिरैं” भजहरहे थारु समुदायमे ‘कन्या स्वतन्त्रताके टिह्वार’ के रुपमे लेजाइठ् । मने टिह्वारमे सहभागी हुइना महिलाहे कौनो बन्देज नैहो । “चिरैं” कन्या स्वतन्त्रताके टिह्वार रहल ओरसे यी दिन चेलीबेटी, छाइनहे खुशी राखे पर्ना थारु समुदायके हरेक अभिभावक आपन कर्तब्य ठान्ठै । भुख्ले नरहिट कहिके डाइ, बुडीहुक्रे दिनके मिझ्नी बोकके चेलीबेटीनहे डेहे फेन जैठै ।
“चिरैं” भजहरमे लवडिया(चेली)हुक्रे सक्करही लहाखोरके आपन भेषभूषामे सजठै । खाना खाके गाउँसे बाहर बगिया (फलफूलके बगैंचा), बरपिपल वा कौनो रुखबरीख रहल ठाउँमे भेला हुइठै । गुरुवा पुजा करसेकलपाछे ओइने आपन मन परल खेल (तारा चिरौवर, कोइली दिदी, छुर, अत्ता अत्ता पानी गंगारानी आदि) खेल्ठै । ओइने चिरैं जस्टे स्वतन्त्र रहठै । सडकमे जाके डगरा नेंगुइयाहुक्रनहे रोकके स्वेच्छिक दान दक्षिणा फेन लेहे सेक्ठै । खेट्वामे रहल चना, केराऊ फेन खाइ सेक्ठै । उ दिन कन्याहुक्रनहे दान दक्षिणा डेहेबर, खुशी पारेबर देवी देवता खुशी हुइठै ओ दान दक्षिणा डेहुइयाके श्री, सम्पत्ति, अमनचयन, यशमा बृद्धि हुइठ् कना आम मान्यता रहल बा । कन्याहुक्रनके खाइल बाली नैघटठ्, ओम्ने बर्कत आइठ् (बढोत्तरी हुइठ्) कना मान्यता रहल बा ।
यी टिह्वारमे ७ देवी (दुर्गा, काली, मरी, घोटैली, मैया, डहरचण्डी, बनसप्ती) के पूजा हुइठ् । देवीहे श्रृङ्गार भाकल करल रहठ् । ओहेमारे चेलीबेटीहुक्रे सजके खेलेबर देवी खुशी हुइठै ओ समुदायमे सुख शान्ति बन्टी रहठ् कना आम विश्वास रहल बा ।
