थारु राष्ट्रिय दैनिक
भाषा, संस्कृति ओ समाचारमूलक पत्रिका
[ थारु सम्बत २४ बैशाख २६४९, बुध ]
[ वि.सं २४ बैशाख २०८२, बुधबार ]
[ 07 May 2025, Wednesday ]

गाउँके रैथाने नाउ बचाइक लाग होमस्टे

पहुरा | २२ चैत्र २०८१, शनिबार
गाउँके रैथाने नाउ बचाइक लाग होमस्टे

अविनाश चौधरी
धनगढी, २३ चैत ।
कैलालीके गौरीगङ्गा नगरपालिका–१० स्थित एक गाउँमे कौनो बेला पाँच घर किल रहे, उ फेन सक्कु थारुनके । चारुओर बन्वासे घेरल मनमोहक, शान्त, सुन्दर रमणीय ठाउँ । बन्वासे घर नुकल जस्टे रहल कारण गाउँवासी गाउँक नाउँ रख्लै नुक्लिपुर ।

पाछे पहाडसे समेत धमाधम बसाइँ सरके मनै अइलैं । नुक्लिपुरमे घर बनाके बैठ्लै । गाउँमे घर थपलसँगे चहलपहल किल नैबह्रल, गाउँके रैथाने नाउँ फेन मेटजैना खतरा फेन बह्रे लागल । विगतसे थारु पुर्खा नुक्लिपुर नाउँसे चिन्हाइल ओ चिन्हटी आइल गाउँहे गैरथारु समुदायके मनै रैथाने नाउँ बिगारके नक्कलीपुर कहे लग्लै ।

गाउँके वास्तविक नाउँ बिग्रे लागलपाछे रैथाने नाउँ बचाइक लाग पाछेक समय होमस्टे सञ्चालन करल बा । थारु समुदायके मनै आपन पूर्खासे ढारल गाउँके नाउँ बचाइक लाग नुक्लिपुर सामुदायिक होमस्टे सञ्चालनमे लानल हुइट ।

“हमार पुर्खाहुक्रनके ढारल नाउँ सङ्कटमे परसेकल रहे”, नुक्लिपुर सामुदायिक होमस्टेके अध्यक्ष दिनेश दहित कहलै,“उ रैथाने नाउँहे बचाइक लाग हम्रे होमस्टे सञ्चालनमे लानल हुइटी । उहीसे गाउँके रैथाने नाउँहे प्रवद्र्धन कैना कार्य करटी रल बा ।”
कौनो बेला पाँच घर किल रहल नुक्लिपुरमे हाल १२० घर पुगल बा । जौन मध्ये ४० घर थारु समुदायके ओ ८० घर अन्य समुदायके रहल बटाइल बा । विगतमे थारु किल बैठल गाउँमे पाछेक समय बसाइँ सरके अन्य समुदायके मनै अइनाक्रम ह्वात्तै बह्रल बा । पहिले नुक्लिपुरमे जग्गा किनल गैरथारु समुदायके व्यक्ति जग्गा बिक्री कैटी गैल कारण वहाँ बैठे अउइया अन्य समुदायके मनैके सङ्ख्या बह्रटी गैल हो ।

गाउँके रैथाने नाउँहे कौनो फेन हालतमे ओझेलमे नैपारे पर्ना अध्यक्ष दहितके कहाइ रहल बा । उ गाउँवासी गाउँके नाउँसँगे संस्कृति, प्रकृतिहे जोरके २०७९ से पाँच घरमे नुक्लिपुर सामुदायिक होमस्टे सञ्चालन करल हुइट । होमस्टेमे २० जाने आगन्तुक राखे सेकजैना ओ पाँच सय जनहनहे खाना खवाइ सेकजैना व्यवस्था रहल उहाँ बटैलै ।

होमस्टे सञ्चालनमे आइल अढाई बरसके अवधिमे तीन सय स्वदेशी तथा विदेशी पर्यटक नुक्लिपुर सामुदायिक होमस्टे पुगके रमैले बाटै । गाउँमे आके पर्यटकहे रैथाने थारु परिकारके स्वाद चिखैना करल अध्यक्ष दहित बटैलै । “उहाँहुक्रनहे सखिया, झुमरा लगायतके मौलिक थारु नृत्य फेन डेखैना करल बाटी”, उहाँ कहलै ।

पाछेक समय कैलालीमे ढेर चर्चामे रहल नुक्लिपुर सामुदायिक होमस्टेमे वार्षिक पाँच लाख जत्राके कारोबार हुइना करल बा । प्रत्येक होमस्टे सञ्चालक एक लाखसमके कारोबार कैना करल अध्यक्ष दहित बटैलै । होमस्टे व्यवसायसे आम्दानी बह्रे लागलपाछे सञ्चालकहुक्रनहे हौसला मिलल् उहाँके कहाइ रहल बा ।

“सुरु सुरु होमस्टे सञ्चालन करेबर सञ्चालकहुक्रे आज मोर घर पाहुना नपठाऊ कना स्थिति रहे”, उहाँ कहलै,“आब उहाँहुक्रे जौन बेला फेन पाहुना स्याहार्न तयार रहल बाटै । गाउँक रैथाने नाउँ बचाइक लाग सञ्चालन करल होमस्टेसे सञ्चालकके हौसला बह्रटी गैल बा ।”

जनाअवजको टिप्पणीहरू