समाज परिवर्तनके संवाहक किशोरकिशोरी

पहुरा समाचारदाता
धनगढी, २५ चैत । समाजमे रहल कुरिटी हटाईबेर गलत नजरसे हेरजाइठ, ढेर चुनौतीके सामनाफे करेपरठ । यी पीडा ओ भोगाई समाज परिवर्तनमे लागल किशोर किशोरीहुकनके हो ।
छाउपडीके कारण ढेर महिला अकालमे ज्यान गुमैना बाध्य रहल सक्कु जनहनहे पटै बा । कलेसे बालविवाहके कारण ढेर किशोरीहुकनके जीवन अन्धकारमे धकेल्टी गैल डेखजैटी बा, अछाम जिल्ला किशोरी संजालके अध्यक्ष मनिषा बजगाई कहठी ।
छाउपडी ओ बालविवाह म्ुक्त समाज निर्माण कैना ओटरा सहजुल नैहो, सञ्जालके अध्यक्ष कहली मनिषा कहली, ‘मने हम्रे समाज परिवर्तनके लाग अभियान सुरु करली आज सफल हुइल बटी । महिनावारीके बेला महिलाहुकनके खुला ठाउँमे लहैना कपरा धुइना समस्या रहे । सञ्जालके अगुवाईमे वडा कार्यालयसे अलग धारा निर्माणके लाग बजेट माग करली । बजेट माग करहीबेर बाधा सुरु हुइल । पाछे बजेट कम आइल । अपुग रकम किशोरीहुकनके सक्रियतामे पैसा ठप करके धारा निर्माण करैली ।
तटपश्चातफे धारा सक्कु जानेक लाग बनाइ परठ कहिके ढेर विरोध हुइल, टमान चुनौती भोगल मने उ धारा निर्माण करके किशोरीफे समाज परिवर्तन करे सेकठ कना उदाहरण बनल उहाँ उहाँ बटैली ।
यिहे क्रममे छाउगोठ भत्कैना अभियान सुुरुवाट करेबेर टमान चुनौतीके सामना करेपरल, अगुवा, बुद्धिजीवीहुकनके अन्धविश्वास के पाछे नलागो कहटी ढेर बहस करेपरल ओकरलाग प्रहरीसमेट गुहारे परल ओ बहसपाछे अन्तमे छाउपडी विरुद्धके अभियानमे आउर जहनके साथ पाइल उहाँ बटैठी ।
आर्थिक अवस्थाके कारण एक किशोरीके बालविवाह हु्ईं लागल कहिके पत्ता पाइलपाछे उ बालविवाह रोक्ना सफल हुईल बटैली । अब्बे उ किशोरी निशुल्क छात्रवासमे पहरटी रहल उहाँ जनैली ।
उहाँ कहली, समाज सुधारके काम किशोरीफे करे सेक्ठै ओ करलेफे बटै । समाज सुधारके काम करेबेर टमान मेरिक चुनौती आइठ । स्रोत साधानके अभाव, बजेट अपुगके चुनौती आइठ ।
अछामके ढकरी गाउँपालिकामे २ जाने किशोरी बनुवामे छेगरी चरैना क्रममे बलात्कार हुइल घटनामे पीडितहे पाई पर्ना हकअधिकारके बारे आवाज उठाइल, किशोर किशारीके विवाह उमेर २० बर्षसे झारके १८ बर्ष करल पर्ना निर्णय विरुद्ध अछाम जिल्ला प्रशासन कार्यालयमे ज्ञापनपत्र बुझाइलफे उहाँ बटैली ।
आवके आपेक्ष किशोर किशोरीहुकनके नीति निर्माण ओ बहसमे सहभागि करैना, समाज परिवर्तनके लाग अवाज उठैटी रहल किशोर किशोरीके आवाज प्रदेश ओ राष्ट्रियस्तरसम पुगैना जरुरी उहाँ बटैली ।
बैतडीके किशोरी पार्वती खत्री समाज परिवर्तनके लाग किशोर किशोरी रुपान्तरण कक्षा संचालन हुइल बटैठी । उहाँ कहली, किशोर किशोरीके अलग समुह बनाइ बा । ओम्ने किशोर किशारीहुकनहे सक्षम बनाइक लाग मेरमेराइक छलफल कैजाइठ । गाउँघर जन्ना सुन्ना मनैनके छलफल तथा समुह गठन, सचेतमुलक कार्यक्रम अन्र्तगत महिला हिंसा विरुद्ध सडक नाटक, बालविवाह विरुद्ध कार्यक्रम संचालन कैगिल बा ।
उहाँ कहली रुपान्तरण कक्षासे बैतडी जिल्लामे भारी परिवर्तन हुइल बा । किशोर किशोरी आपन जीवन कैसिक जिना, कैसिक चलैना कना सक्षम हुइल बटैली । किशोरीहुक्रे महिना हुईबेर पेट बठाईबेर बोले नैसेक्ना, सेनेटरी प्याड मागे नैसेकिट । अब्बे जौनफे ठाउँमे जिहीसेफे सेनेटरी प्याड मागे सेक्ठै ।
पहिले हिंसा हुइबेर डरैना करिट । विद्यालय, परिवार, समाजमे कुछ कहिही डरैना हिंसा सहना अवस्था रहे । अब्बे खुलके आवाज उठैना सक्षम हुइल पार्वती बटैली ।
बालविवाह एक ठो मुद्दा केल नैहो, नारीके जीवनसे जारल रहठ । बालविवाह हुइलबेला नारीके पुरा जीवन बर्वाद हुइठ, उहाँ कहली ।
ओस्टेक करके गल्र्स फस्ट फाउण्डके आर्थिक सहयोगमे दलित महिला अधिकार मञ्च नेपाल, दलित समाज विकास मञ्च बैतडी, महिला विकास मञ्च बाजुरा, समविकास नेपाल अछाम, ओ परोपकार ग्रामीण विकास संघ बैतडीके संयूक्त आयोजनामे सोम्मारसे धनगढीमे बालविवाह विरुद्ध तीन दिने सुदूरपश्चिम प्रदेश स्तरीय किशोरी सम्मेलन सुरु हुइल बा ।
प्रदेश स्तरीय किशोरी सञ्जालके अध्यक्ष गितिका सुनामके अध्यक्षतामे हुइल उदघाटन कार्यक्रममे प्रमुख अतिथि सुदूरपश्चिम प्रदेृश सरकारके सामाजिक विकास मन्त्री मेघराज खडका रहल रहिट । कार्यक्रममे सम्बोधन करटी सुदूरपश्चिम प्रदेशके सामाजिक विकास मन्त्री खडका प्रदेश सरकार २०८२ से २०९२ सम बालबालिका तथा जेष्ठ नागरिक दशकके रुपमे मनैना कहिके प्रारम्भिक मस्यौदा तयार करल । उहाँ कार्यक्रम तय कैना पक्षमे रहलफे बटैलै ।
सुदूरपश्चिम प्रदेशमे बालविवाहके अवस्था तथ्यांकमे डेखाइल अनुसार नाजुक बा । ओकर विरुद्ध ज्ुटेपर्ना बा, सामाजिक विकास मन्त्री खडका कहलै, ‘विवाहके उमेर घटैना विद्येयक अभिन पास नैहुइल हो, छलफलमे बा, मैफे सक्कुजानेक भावनाके पक्षमे बटु । १८ बर्ष नाही २० बर्ष करेपरठ कना पक्षमे बटु । उ विद्येयक संघीय सांसदसे बनैना हो हम्रे प्रदेश या व्यक्तिगत रुपमे सुझाव सल्लाह डेना हो ।
मन्त्री खडका कहलै, ‘सुदूरपश्चिम प्रदेशमे महिला हिंसाके अवस्थाफे गाह्रो बा । छाउपडी प्रथा अभिनफे कायम बा । बालविवाह न्यूनिकरण करे नैसेक्गैल हो । राज्य अकेली सामाजिक परिवर्तन ल्याने नैसेकी ओकर लाग सक्कु जाने जुटेपर्ना बा ।
उहाँ कहलै, ‘राजनीतिक परिवर्वन एक ठो आन्दोलनसे ल्याने सेक्जाइठ ओ ल्यानलफे बा । मने सामाजिक परिवर्तन ल्यन्ना लम्मा समय लागठ । समाजमे रहल विकृति विसंगती हटैना सक्कु किशोर किशोरी, यूवा सामाजिक संघसंस्था लागेपर्ना जरुरी बा ।
सानै छु बढन देउ, बालविवाह हैन, पढन देउ भन्ने नारा प्रदेश सरकारके रहल ओरसे कहल जटरा करे नैसेकल मने प्रदेश सरकार आपन बजेटमे परिधिमे रहिके अभियानमे सहयोग सपोट कैनाफे मन्त्री खडका बटैलै ।
उदघाटन कार्यक्रममे विशिष्ट पहुना सुदूरपश्चिम प्रदेशके सामाजिक विकास समिति सभापति धर्मराज पाठक, प्रदेश सभा सदस्य ललिता सुनार, इन्दिरा गिरी, लम्की चुहानगरपालिकाके नगर उपप्रमुख जुना चौधरी, जानकी गाउँपालिका अध्यक्ष गणेश चौधरीलगागत मन्तव्य राखल रहिट ।
