शिक्षकके आन्दोलनप्रति कैलारीसे ऐक्यवद्धता

पहुरा समाचारदाता
धनगढी, २७ चैत । संघीय शिक्षा ऐन जारी करेक लाग विद्यालयके शिक्षक तथा कर्मचारीहुक्रे यिहे चैत्र २० गतेसे राजधानी केन्द्रित आन्दोलनप्रति कैलारी गाउँपालिका ऐक्यवद्धता जनैले बा ।
शिक्षक आन्दोलनसे कैलारी गाउँपालिकालगायतके देशभर चालु शैक्षिक शत्रके अन्त्यमे करेपर्ना उत्तरपुस्तिका परिक्षण, नतिजा प्रकाशन, योजना तर्जुमा, समिक्षा, नतिजा विश्लेषण, तथा शैक्षिक सत्र २०८२ के भर्ना अभियान, वार्षिक कार्ययोजना निर्माण, पठनपाठन लगायत शिक्षाके सक्कु कार्य अवरोध सिर्जना हुइल ओरसे आवश्यक समन्वय कैडेना गाउँपालिका अध्यक्ष राजसमझ चौधरी आग्रह करले बटै ।
आवश्यक समन्वयके प्रधानमन्त्री तथा मन्त्रिपरिषदको कार्यालय, सिंहदरबार, काठमाण्डौ, शिक्षा, विज्ञान तथा प्रविधि मन्त्रालय, सिंहदरबार, काठमाण्डौ, मुख्यमन्त्री तथा मन्त्रिपरिषदको कार्यालय, सुदूरपश्चिम प्रदेश, धनगढी ओ नेपाल शिक्षक महासंघ राष्ट्रिय समिति, सानोठिमी भक्तपुरहे बोद्यार्थ पठैटी गाउँपालिका अध्यक्ष आवश्यक समन्वय कैडेना आग्रह करल हुइट ।
राज्यसे तत्काल संघीय शिक्षा ऐन जारी करके वर्तमान शिक्षाके सक्कु अवरोधके अन्त्य करेपरठ, उहाँ कहलै, ‘शिक्षा प्राप्त कैना मानवीय जीवनके आधारभूत तथा विश्वव्यापी मान्यता हो । सविधानसे प्रत्याभूत करल शिक्षाके अधिकारसे कुहीहेफे वञ्चित करे नैहुइना बाटमे संघ, प्रदेश ओ स्थानीय सरकार सचेत ओ जिम्मेवार हुइना राज्यके कर्तव्य हो ।
उहाँ कहलै, ‘जीवनके आधारस्तम्भ तयार कैना गर्ने जिम्मेवार शिक्षक तथा कर्मचारीके पेशागत हकहित ओ समूचित न्यायके लाग हम्रे सदैव साकारात्मक हुई परठ । राज्यसे जौन जौन चरणसे कानून बनाई सेक्ना सवैधानिक प्रावधान अनुरुप हुइल करल व्यवस्था बमोजिम संघीय शिक्षा ऐन हाली हाली जारी करेपरठ ।
२०२८ सालके ’शिक्षा ऐन, २०२८ (संशोेधन सहित)“ हाल सम कार्यान्वयनमे रहल बा । शिक्षा समतामूलक, सामाजिक न्यायमे आधारित, गुणस्तरीय, सर्वसुलभ ओ पहुंच योग्य बनाइक लाग नेपालके शैक्षिक रुपान्तरणकारी दस्तावेजके रुपमे रहल “विद्यालय शिक्षा विद्येयक २०८०’ ससदके शिक्षा, स्वास्थ्य तथा सूचना प्रविधि समितिमे छलफलमे रहल अवस्था बा ।
शिक्षक तथा विद्यालय कर्मचारीके पेशागत हकहितके सुरक्षा तथा शिक्षामे ह्ुइल सक्कु विभेदके अन्त्यसहितके आन्दोलन जारी बा । विद्यालय शिक्षाके सबसे लग्गेक सरकार स्थानीय सरकार हुइल ओरसे शिक्षक तथा कर्मचारीके न्यायाचित मागप्रति ऐक्यवद्धता जनैटी हाली सम्बोधन करके शैक्षिक सत्रके सुरुवातसंगे बालबालिकाहुकनके पह्रे पैना हकके सुनिश्चिताके लाग सम्बन्धित सरोकारवाला सक्कु जनहनहे गाउँपालिका अध्यक्ष अनुरोध करले बटै ।
