थारु राष्ट्रिय दैनिक
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[ थारु सम्बत १७ बैशाख २६४९, बुध ]
[ वि.सं १७ बैशाख २०८२, बुधबार ]
[ 30 Apr 2025, Wednesday ]

रेशम चौधरी पक्राउ अनधिकृत, न्यायाधीशके क्षेत्राधिकार शाखा अधिकृतसे ‘अपहरण’

पहुरा | १७ बैशाख २०८२, बुधबार
रेशम चौधरी पक्राउ अनधिकृत, न्यायाधीशके क्षेत्राधिकार शाखा अधिकृतसे ‘अपहरण’

पहुरा समाचारदाता
काठमाडौं, १७ वैशाख ।
अदालतके प्रशासनसे इजलाससे आइल फैसला शैलीमे पत्र लेखके प्रहरीहे डेहलपाछे नागरिक उन्मुक्ति पार्टी (नाउपा) के संरक्षक रेशम चौधरी पक्राउ परल खुलल बा ।

सर्वोच्च अदालतके मुद्दा तथा रिट महाशाखाके शाखा अधिकृत महिमानसिंह विष्ट राष्ट्रपति रामचन्द्र पौडेलसे यीआघे हुइल आममाफीके निर्णय उल्ट्याडेले बटैं । यिहे पत्रके आधारमे प्रहरी चौधरीहे बुधके रोज नेपाल प्रज्ञा प्रतिष्ठानसे पक्राउ करल हो ।

’यी पत्र प्रथम दृष्टिमे गैरकानुनी ओ गैसंवैधानिक बा,’ चौधरीके अधिवक्ता टेकबहादुर कुँवर कलैं, ’रेशमहे राज्य संयन्त्रके दुरुपयोग कैके थुनल बा ।’ २०८० जेठ १४ राष्ट्रपतिसे डेहल आममाफीके निर्णयविरुद्ध परल रिट सर्वोच्चमे विचाराधीन बा ।

सर्वोच्च अदालतके मुद्दा शाखासे नागरिक उन्मुक्ति पार्टी (नाउपा)के संरक्षक रेशम चौधरी पक्राउ करना पत्र कटुइया शाखा अधिकृत महिमानसिंह विष्टहे प्रहरी नियन्त्रणमे लेले बा । विष्टहे काठमाडौं प्रहरी परिसरके टोली सर्वोच्चसे पक्राउ कैके लैगिल बा । उहाँहे हिरासतमे ढरल बा ।

पक्राउ करे गिल टोलीके एक सदस्यके अनुसार विष्ट टीकापुर घटनामे ज्यान गुमाइल मनैन्के आत्मासे पोलल ओरसे पत्र लिखल बयान डेले बटैं ।

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